नई दिल्ली: मेजबान भारत अपने पहले फीफा अंडर-17 विश्व कप का आगाज जीत के साथ नहीं कर सका। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में ग्रुप-ए के मैच में अमेरिका ने भारत को 3-0 से मात दी। अमेरिका ने पहले हाफ में एक गोल किया, जबकि दूसरे हाफ में दो गोल दागे।
मैच का पहला गोल अमेरिका के कप्तान जोस सर्जेट ने 30वें मिनट में किया। क्रिस डर्किन ने 51वें मिनट में और एंड्रयू कार्लोटन ने 84वें मिनट में दो गोल दागे। भारत की हार की एक वजह दोनों छोरों पर उसकी नाकामी रही, जहां से अमेरिका ने कई बार भारतीय खेमे में आक्रमण किया। भारत इस मैच में भले ही हार गई हो लेकिन इंडियन टीम के बच्चों ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
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शुरू से ही मेजबानों पर दिखा दबाव
अमेरिकी टीम ने शुरू से ही मेजबानों पर दबाव बनाए रखा। भारतीय टीम के पास अनुभव की कमी और दबाव साफ नजर आ रहा था। दोनों हाफ के अंत में उसने कुछ मौके जरूर बनाए, लेकिन उन्हें अंजाम तक नहीं पहुंचा सकी। अमेरिकी अक्रामण पंक्ति मेजबानों पर पहले मिनट से ही हावी थी। पांचवें मिनट में ही मेहमान टीम के कप्तान सर्जेट ने गोल करने की कोशिश की, लेकिन वह भारतीय गोलकीपर धीरज के हाथों में सीधा शॉट खेल बैठे। हालांकि, भारतीय कप्तान अमरजीत सिंह ने मिडफील्ड में चुनौती लेते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। लेकिन उनका प्रदर्शन काफी नहीं था।
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..और यूं अमेरिका ने किया पहला गोल
विपक्षी कप्तान लगातार भारतीय खेमे में हमला बोल रहे थे। भारतीय टीम गेंद अपने पास रख नहीं पा रही थी और लगातार मौके गंवाती रही। वहीं, अमेरिकी खिलाड़ियों ने भारतीय घेरे में ही अपनी जगह बना ली थी। इसी कारण 30वें मिनट में उसे पेनाल्टी मिली। भारतीय डिफेंडर जितेंद्र सिंह ने सर्जेंट को गिरा दिया था और रेफरी ने अमेरिका को पेनाल्टी दी। विपक्षी कप्तान ने इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और सीधे नेट में गेंद डालते हुए अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
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भारतीय प्रयास नाकाफी
पहले हाफ के अंत में भारतीय खिलाड़ियों ने कुछ आक्रामकता दिखाई और अमेरिकी घेरे में कई बार प्रवेश किया। 40वें मिनट में कोमल थाटल ने बाईं तरफ से तेजी से दौड़ लगाते हुए अनिकेत को पास दिया, लेकिन अमेरिकी खिलाड़ी ने बीच में ही इसे रोक दिया। दो मिनट बाद अनिकेत ने बॉक्स एरिया के बाहर से शॉट तो लगाया, लेकिन जस्टीन ग्रासेस ने उसे गोलपोस्ट में जाने से पहले ही रोक लिया। पहले हाफ के खत्म होने से एक मिनट पहले कोमल ने एक और प्रयास किया, लेकिन वो बराबरी नहीं कर सके।
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भारतीय गोलकीपर का शानदार प्रदर्शन
दूसरे हाफ की शुरुआत ही अमेरिका ने आक्रामकता के साथ की। पहले पांच मिनट में लगातार प्रहार किए। हालांकि, भारतीय गोलकीपर धीरज ने शानदार बचाव करते हुए मेहमान को बढ़त दोगुनी करने से रोक दिया। हालांकि, धीरज ज्यादा देर तक अमेरिका के दूसरे गोल को टाल नहीं सके।
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अमेरिका ने दागे धड़ाधड़ गोल
51वें मिनट में अमेरिका को कॉर्नर मिला, जिसे क्रिस डर्किन ने गोल में बदलकर मेहमानों को 2-0 से आगे कर दिया। दो मिनट बाद अमेरिका ने एक और गोल किया, लेकिन रेफरी ने उसे ऑफ साइड करार दे दिया। दूसरा गोल खाने के पांच मिनट बाद भारत के पास मौका था। सुरेश ने अमेरिकी खिलाड़ी के ऊपर से गेंद कोमल को दी। कोमल ने गोलकीपर को छकाने की कोशिश की, लेकिन वह शॉट बाहर खेल बैठे।
भारत ने मौके गंवाए
70वें मिनट में भारत के पास एक और मौका था, लेकिन उसने इसे आसानी से गंवा दिया। विश्व कप में अपने पहला गोल करने की कोशिश में लगी भारत के पास 83वें मिनट में शानदार मौका था, लेकिन इस बार किस्मत ने मेजबानों का साथ नहीं दिया। भारत को कॉर्नर मिला। कोमल ने एक छोर से किक मारी और अनवर में शानदार शॉट खेला, लेकिन गेंद पोल से टकरा के वापस गई और इस तरह भारत के हाथ से गोल खिसक गया। अमेरिका ने तुरंत काउंटर किया और गेंद भारतीय पाले में ले गए। गोलकीपर धीरज को कुछ समझ आता उससे पहले एंड्रयू ने गेंद को गोलपोस्ट में डाल दिया था।