फीफा वर्ल्ड कप 2022 में होगी जबर्दस्त सट्टेबाजी, अरबों डॉलर के वारे न्यारे
FIFA World Cup 2022: फुटबाल के महाकुंभ में जहां फैन्स और दर्शक गोते लगाएंगे वहीं अरबों डॉलर का सट्टा भी खेला जाएगा। फीफा वर्ल्ड कप पंटर्स, बेटर्स, या सामान्य भाषा में, सट्टेबाजों में जबर्दस्त दिलचस्पी पैदा करता है। सिर्फ अमेरिका में ही डेढ़ अरब डॉलर से ज्यादा का सट्टा लगने की उम्मीद है।
FIFA World Cup 2022: फुटबाल के महाकुंभ में जहां फैन्स और दर्शक गोते लगाएंगे वहीं अरबों डॉलर का सट्टा भी खेला जाएगा। फीफा वर्ल्ड कप पंटर्स, बेटर्स, या सामान्य भाषा में, सट्टेबाजों में जबर्दस्त दिलचस्पी पैदा करता है। सिर्फ अमेरिका में ही डेढ़ अरब डॉलर से ज्यादा का सट्टा लगने की उम्मीद है। कतर इवेंट में सट्टेबाजों की नजर सबसे ज्यादा लियोनेल मेस्सी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और किलियन एम्बाप्पे पर रहेगी। यूं तो फुटबॉल विश्व कप की तुलना में ओलंपिक खेलो कहीं ज्यादा टीवी दर्शकों को आकर्षित करता है लेकिन यह सट्टेबाजी को आकर्षित नहीं कर पाता।
समझा जाता है कि इस विश्व कप में दुनिया भर में अरबों डॉलर का धंधा होगा। दुनिया के सबसे पुराने बुकमेकर फिट्जडेयर्स के सीईओ विलियम वुडहैम्स ने कहा है कि फुटबॉल एक परिपक्व सट्टेबाजी का बाजार है, जो यूरोप में सबसे बड़ा है। ऐसा मानना है कि एक खेल के दौरान लाइव सट्टेबाजी की मात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अमेरिका में लगभग ढाई करोड़ लोगों द्वारा इस वर्ष के फीफा विश्व कप के परिणाम पर दांव लगाने की उम्मीद है। अमेरिका में देश भर में खेलों में सट्टेबाजी वैध है।
अमेरिकी गेमिंग एसोसिएशन के अनुमान के मुताबिक 1.8 अरब डॉलर तक दांव पहुंचने की उम्मीद है। ज्यादातर लोग ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से अपना दांव लगाएंगे। एसोसिएशन ने कहा है कि अमेरिकी बेटर्स अर्जेंटीना, ब्राजील या अमेरिका को जीतने का सबसे अच्छा मौका दे रहे हैं। विश्व फ़ुटबॉल टूर्नामेंट ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिका के 31 राज्यों और वाशिंगटन डी.सी. ने ऑनलाइन खेल सट्टेबाजी को वैध कर दिया है।
वैध सट्टेबाजी वाले अधिक राज्यों का मतलब है कि इस साल का विश्व कप अमेरिकी इतिहास में सबसे अधिक सट्टेबाजी वाला फुटबॉल आयोजन होगा। आधे से अधिक अमेरिकी वयस्कों के पास अपने घरेलू बाजार में कानूनी सट्टेबाजी के विकल्प तक पहुंच हो गई है। हालांकि अमेरिका में अन्य खेलों की तुलना में फुटबॉल पर सट्टेबाजी बेहद कम है। अमेरिकी लोगों ने सुपर बाउल टूर्नामेंट पर 8 बिलियन डॉलर का सट्टा लगाया था। इसके अलावा मार्च मैडनेस टूर्नामेंट में 3 बिलियन डॉलर का सट्टा रखा था। अमेरिका में बेसबॉल और बास्केटबॉल, दो खेलों के प्रति ही लोगों की दीवानगी है।