Harbhajan Singh ने Ram Mandir समारोह पर दिया बड़ा बयान, कांग्रेस पर साधा निशाना कहा, "कोई पार्टी जाए या न जाए,...."
Harbhajan Singh: कांग्रेस द्वारा भाजपा पर अयोध्या में राम मंदिर समारोह का इस्तेमाल "राजनीतिक उद्देश्यों" के लिए करने का आरोप लगाने पर हरभजन सिंह ने कहा, "यह एक अलग मामला है।"
Harbhajan Singh: पूर्व भारतीय स्पिनर एक राजनेता भी है, राज्यसभा में संसद सदस्य है। हरभजन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वह 22 जनवरी को भव्य मंदिर के 'प्राण-प्रतिष्ठा' समारोह को "ऐतिहासिक दिन" मानते है। वे अयोध्या में राम मंदिर का दौरा करने जरूर जायेंगे। राज्यसभा सांसद ने अयोध्या मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
राजनीति से अलग श्रद्धा से जुड़ा है Ram Mandir
कांग्रेस द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर मंदिर समारोह का इस्तेमाल "राजनीतिक उद्देश्यों" के लिए करने का आरोप लगाने पर हरभजन सिंह ने कहा, "यह एक अलग मामला है। लेकिन बड़ी बात ये है कि मंदिर का उद्घाटन हो रहा है। कांग्रेस द्वारा राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर पूर्व क्रिकेटर और राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने एएनआई से कहा, "कौन क्या कहता है ये जरूरी नहीं है। बस जरूरी यही है कि मन्दिर बन रहा है।यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे दौर में ये मंदिर बन रहा है। इसलिए हम सभी को जाकर आशीर्वाद लेना चाहिए। कोई भी मन्दिर जाए या न जाए मैं जरूर जाऊंगा मेरी जो भगवान के प्रति आस्था है। में तो जरूर जाऊंगा। कोई पार्टी जाए या ना जाए मेरा जाना पक्का है। अगर किसी को मेरे राम मंदिर जाने से दिक्कत है, तो उन्हें जो करना है वो करे, क्योंकि मैं तो जरूर जाऊंगा आज मैं जो कुछ भी हूं उन्हीं (भगवान) के वजह से हूं।"
ऐतिहासिक है प्राण प्रतिष्ठा का दिन
राज्यसभा सांसद ने लोगों से बड़ी संख्या में कार्यक्रम में आने की अपील भी की। उन्होंने कहा, "देश के लोगों को मेरी शुभकामनाएं। प्राण प्रतिष्ठा होने जा रहा है। जितना संभव हो उतने लोगों को कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए और आशीर्वाद लेना चाहिए। यह एक ऐतिहासिक दिन है। भगवान राम सभी के हैं। यह बहुत बड़ी बात है।" पूर्व भारतीय स्पिन ने कहा, "भगवान राम का मंदिर उनके जन्मस्थान पर बनाया जा रहा है। हर किसी को जाना चाहिए।"
कांग्रेस ने ठुकराया राम मंदिर का निमंत्रण
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी सहित कांग्रेस नेताओं ने राम मंदिर उद्घाटन के निमंत्रण को "सम्मानपूर्वक अस्वीकार" कर दिया था। इसे "भाजपा-आरएसएस" का कार्यक्रम बताया है। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि आरएसएस और बीजेपी ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर पर होने वाले समारोह को "पूरी तरह से राजनीतिक नरेंद्र मोदी समारोह" बना दिया है। कांग्रेस नेताओं के लिए "किसी राजनीतिक समारोह में जाना मुश्किल है।" इस समारोह को भारत के प्रधान मंत्री और आरएसएस के इर्द-गिर्द कहा जा रहा है।।