लखनऊ: विशाखापत्तनम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने शानदार शतक लगाकर कई रिकॉर्ड बना डाले मगर सोचने की बात यह है कि 321रन का बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद विंडीज की कमजोर टीम ने मैच टाई कैसे करा दिया। इस मैच में जहां विराट को लेकर क्रिकेट जगत में खुशियों का माहौल था वहीं अंत में मैच टाई होजाने से मजा किरकिरा भी हो गया।
भारत औरवेस्टइंडीज के बीच विशाखापत्तनम में खेला गयादूसरा मैच टाईरहा। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 321 रन बनाए।वेस्टइंडीज की टीम भी 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 321 रन ही बना सकी। कोहली की कप्तानी में भारत का यहपहला टाई मैच है।
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उमेश की खूब हुईपिटाई
धारदार गेंदबाजी को कायम रखने के लिए इस मैच में टीम ने एक बदलावकुलदीप के रूप में किया गयाथा। चाइनामैन को दूसरेवनडे में मौका देना कोई घाटे का सौदा नहीं रहा। उन्होंने 10 ओवर में 67 रन देकर तीन विकेट लेकर अपना काम कर दिया।वहीं जडेजाने 10 ओवर में 49 देकर बिना कोई विकेटलिए भी वेस्टइंडीज को बांधे रखा। शमी ने 59 रन देकर एक विकेट झटका तो उमेश को होप ने लाइन लेंथ से भटका दिया। एक विकेट लेकर उमेशने 10ओवर में 78 रन दिए। चहलने एक विकट लेकर 10ओवर में 63 रन दिए।
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होप को उखाडऩे में नाकाम रहे भारतीय
हैटमियर और होप की 20 ओवर में 143 की साझेदारी ने भारतीय गेंदबाजों को पसीना छुड़वा दिया। वेस्टइंडीज के ये दोनों बल्लेबाज विराट के रिकार्ड का जायका बिगाडऩे वाले साबित हुए।आखिरी ओवर में वेस्टइंडीज को जीत के लिए 14रनों की दरकार थी और उसके सेट बल्लेबाज शाई होप (नाबाद123) क्रीज पर मौजूद थे। आखिरी गेंद पर विंडीज को जीतने के लिए पांच रन चाहिए थे। होप ने उमेश यादव की गेंद पर डीप पॉइंट पर चौका मार मैच को टाई करा दिया।
भारतीय गेंदबाज होप को उखाडऩे में नाकाम रहे। होप का क्रीज पर टिके रहना वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों का आत्मबल बढ़ाता रहा। मैच में रोमांच तो था,लेकिन जरा सी चूक ने कोहली की कप्तानी में टाई होने का अनचाहा रिकॉर्ड भारतीय टीम को स्वीकारने पर मजबूर कर दिया। टीम इंडिया को अपनी गेंदबाजी की रणनीति को पटल कर देखना होगा। रनों का पहाड़ खड़ा करने के बाद भी मैच टाईहो जाए तो गेंदबाजी तकनीक में बदलाव जरूरी हो जाता है।