RIO: 36 साल बाद हॉकी टीम नॉकआउट में, अतनु-विकास भी चमके
रियो ओलंपिक में मंगलवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम का मुकाबला अर्जेंटीना से हुआ। भारतीय टीम ने मैच के हाफ टाइम तक अर्जेंटीना पर 1-0 से बढ़त बना ली थी। मैच के तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते अर्जेंटीना पर दूसरा गोल भी दाग दिया, लेकिन मैच के आखिरी क्वार्टर में अर्जेंटीना ने एक गोल कर मैच का स्कोर 2-1 कर दिया। हालांकि इसके बाद भारतीय टीम ने एक भी गोल नहीं होने दिया और इस तरह 2-1 से मैच जीतकर अपने किया। इस जीत के साथ भारत ने क्वार्टर फाइनल में भी अपनी जगह पक्की कर ली है।
रियो डी जेनेरोः रियो ओलंपिक में मंगलवार को भारत के लिए खुशी और गम का मिला-जुला माहौल रहा। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अर्जेंटीना को 2-1 से पीटकर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। भारतीय टीम 36 साल बाद ओलंपिक के नॉकआउट दौर में पहुंची है।
निशाने पर लगे अतनु के तीर
उधर, तीरंदाजी की व्यक्तिगत स्पर्धा के क्वालीफिकेशन राउंड में अच्छा प्रदर्शन करते हुए भारतीय तीरंदाज अतनु दास ने क्यूबा के एंड्रियन आंद्रे को 6-4 से हराकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। वहीं, रोइंग में भारत के अकेले खिलाड़ी दत्तू बब्बन बोकोनल महज 6 सेकेंड से पदक से चूक गए। जबकि, महिलाओं की 25 मीटर एयर पिस्टल ईवेंट में हिना सिद्धू ने एक बार फिर निराश किया। वह 18वें स्थान पर रहीं।
विकास के पंच नहीं संभाल सका अमेरिकी बॉक्सर
75 किलो वर्ग में भारतीय बॉक्सर विकास कृष्ण यादव ने भी अमेरिकी बॉक्सर चार्ल्स कॉनवेल को मुकाबले में 3-0 से हराकर अंतिम 16 में जगह बना ली। विकास ने मुकाबला 84 के मुकाबले 87 प्वॉइंट्स से जीता। उनका अगला मुकाबला 13 अगस्त को होगा। बता दें कि विकास लंदन ओलंपिक में क्वॉर्टर फाइनल तक विकास पहुंचे थे। उस वक्त एक अमेरिकी बॉक्सर एरॉल स्पेंस को उन्होंने हराया था, लेकिन बाद में नतीजा बदलकर एरॉल को जीता हुआ बता दिया गया था। इस तरह देखा जाए तो कॉनवेल को हराकर विकास ने उस पराजय का बदला लिया।
इस तरह हॉकी में हारा अर्जेंटीना
हॉकी के मुकाबले में भारत ने शुरू से ही अर्जेंटीना पर दबाव बनाए रखा। भारत ने दोनों हाफ में एक-एक गोल किए। दूसरे हाफ में अर्जेंटीना ने एक गोल दागा। हालांकि इसके बाद भारतीय टीम ने ढील नहीं दी और 2-1 से मैच जीतकर अपने किया। बता दें, कि अर्जेंटीना से भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने साल 2009 के बाद एक भी मैच नहीं जीता था।
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इससे पहले भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रियो ओलंपिक में ग्रुप बी के अपने पहले मैच में आयरलैंड की टीम पर 3-2 की जीत दर्ज की थी। इसके बाद सोमवार को भारतीय टीम का मुकाबला पिछले दो बार की ओलंपिक चैंपियन जर्मनी से हुआ था। जर्मनी ने भारत को अंतिम मिनट में 2-1 से हराया था। बता दें, कि आठ बार की ओलंपिक चैम्पियन भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने आखिरी बार ओलंपिक स्वर्ण पदक 1980 में मॉस्को ओलंपिक में जीता था।
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भारत की तरफ से चिंग्लेंसाना और कोठाजीत ने किए गोल
-भारत ने अर्जेंटीना पर शुरुआत से ही अटैक करना शुरु किया।
-भारत को पहले क्वार्टर के 8वें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला।
-भारत की तरफ से रुपिंदर पाल सिंह ने करारा शॉट लगाया, लेकिन अर्जेंटीना के गोलकीपर ने उसे रोक लिया।
-रुपिंदर की ड्रैग फ्लिक के नाकाम रहने के बाद भारत ने दूसरा पेनल्टी कॉर्नर भी ले लिया।
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-इसे चिंग्लेंसाना सिंह ने गोल में बदलकर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी।
-तीसरे क्वार्टर में मैच के 35वें मिनट में कोठाजीत सिंह ने भारत के लिए टूर्नामेंट का पहला फील्ड गोल किया।
-इस तरह भारत ने अर्जेंटीना पर 2-0 से बढ़त बना ली।
-बता दें, चिंग्लेंसाना और कोठाजीत भारत के मणिपुर स्टेट के रहने वाले हैं।
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भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने अर्जेंटीना की कोशिश की नाकाम
-मैच के आखिरी (चौथे) क्वार्टर में अर्जेंटीना के प्लेयर (ड्रैग फ्लिक स्पेशलिस्ट) गोंजालो पिल्लेट ने फील्ड गोल कर स्कोर 2-1 कर दिया।
-इसके बाद अर्जेंटीना ने भारत पर जबरदस्त अटैक करना शुरु किया।
-अर्जेंटीना ने आखिरी के 7 मिनट में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर लिए।
-भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कैप्टन और गोलकीपर श्रीजेश ने दोनों बार खूबसूरत बचाव किए और अर्जेंटीना की कोशिश को नाकाम किया।