खिलाड़ियों की बल्ले-बल्ले: आ गए अच्छे दिन, सरकारी विभागों में मिलेगी सीधे नियुक्ति

झारखंड के खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए एक पोर्टल की व्यवस्था की गई है। खिलाड़ी पोर्टल में जाकर खुद से संबंधित जानकारी भरकर निबंधन करा सकते हैं।

Update:2020-10-19 20:35 IST

रांची- देश में झारखंड की पहचान खनिज-संपदा के साथ ही खेल और खिलाड़ियों को लेकर भी रही है। झारखंड को देश का स्पोर्ट्स हब कहा जा सकता है। राज्य में हेमंत सोरेन सरकार आने के बाद नई खेल नीति पर काम किया जा रहा है। इससे पूर्व, वर्तमान और आने वाले खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि, सभी खिलाड़ियों को पूरा सम्मान मिलेगा। सरकारी विभागों में खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति दी जाएगी। खेल के दौरान ज़ख्मी होने पर इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। खिलाड़ियों की सुविधा के लिए खेल निदेशालय और खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल की व्यवस्था की गई है।

खेल निदेशालय और खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल

झारखंड के खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए एक पोर्टल की व्यवस्था की गई है। खिलाड़ी पोर्टल में जाकर खुद से संबंधित जानकारी भरकर निबंधन करा सकते हैं। इससे खिलाड़ियों का डाटाबेस तैयार होगा। सरकार की कोशिश है कि, सभी खिलाड़ियों से संबंधित डाटा इकट्ठा किया जाए ताकि, सरकारी योजनाओं का लाभ खेल और खिलाड़ियों को मिल सके। खेल-कूद एवं युवा कार्य विभाग की ओर से कहा गया है कि, खिलाड़ी sports.jharkhand.gov.in में अपना डिटेल्स भरें ताकि, एक दस्तावेज़ के रूप में उनकी पूरी जानकारी सरकार के पास हो।

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विभागीय सचिव पूजा सिंघल ने बताया कि, पोर्टल में खिलाड़ियों के ज़िलावार और प्रखंडवार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मेडल की जानकारी मिलेगी।

विमला मुंडा समेत 32 खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति

कराटे की राष्ट्रीय चैंपियन विमला मुंडा ग़रीबी और तंगहाली की वजह से हड़िया बेचने को मजबूर है। इस खबर को न्यूज़ ट्रैक ने भी प्रमुखता के साथ दिखाया था। मीडिया में आई ख़बरों का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि, ऐसी ख़बरें विचलित करने वाली हैं। आर्थिक तंगी के कारण कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो खेल से दूर होते जा रहे हैं। लिहाज़ा, राज्य सरकार पहले चरण में एक माह के अंदर 32 खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति देगी।

खिलाड़ियों को मिलेगा हक़ और सम्मान

इस बात में कोई शक नहीं है कि, झारखंड खिलाड़ियों के मामले में धनी प्रदेश है। हालांकि, सरकारी सुविधाएं नहीं मिलने के कारण खिलाड़ी खेल से दूर होते जा रहे हैं। राज्य सरकार का दावा है कि, खिलाड़ियों को पूरा हक और सम्मान मिलेगा। झारखंड गठन के बाद से खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कोई बड़ी योजना नहीं बनी। वर्तमान सरकार खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए हर तरह की मदद देगी।

पंचायत स्तर पर खेल मैदान

प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान और प्रोत्साहन के लिए सरकार की ओर से पंचायत स्तर पर खेल मैदान तैयार किए जा रहे हैं। इसके तहत

प्रखंड स्तर पर खिलाड़ियों की पहचान की जा सकेगी। पूर्ववर्ती रघुवर दास के शासन काल में भी पंचायत स्तर पर कमल क्लब की स्थापना की गई थी। इसके तहत फुटबॉल के क्षेत्र में प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान की गई थी।

रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट।

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