Mahendra Singh Dhoni: प्रियंका या साक्षी नहीं, ये था धोनी का पहला प्यार...
Mahendra Singh Dhoni Birthday Special: भारतीय क्रिकेट टीम के सफलतम कप्तानों में शुमार रहे महेंद्र सिंह धोनी का आज जन्मदिन है। कैप्टन कूल के नाम से मशहूर धोनी ने छोटे शहर से निकल कर क्रिकेट की बड़ी-बड़ी बुलंदियों को छुआ। उन्होंने जिसे भी छुआ वो सोना बन गया। ये धोनी ही थे जिन्होंने दूसरी बार विश्वकप जीत कर अनहोनी को होनी कर दिया। आइये उनके बर्थडे पर जानते हैं कि माही का पहला प्यार कौन था?
Mahendra Singh Dhoni Birthday Special: माही मैजिक.. माही मार रहा है.. कैप्टन कूल.. होनी को अनहोनी कर दे.. ऐसे कितने ही अनगिनत विशेषणों से विभूषित महेंद्र सिंह धोनी करोड़ों क्रिकेट फैंस के दिलों पर राज करते हैं। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को जैसे क्रिकेट का भगवान कहा जाता है, वैसे ही महेंद्र सिंह धोनी इस खेल के चाणक्य हैं। उनके जैसा चतुर, चालाक और चपल विकेटकीपर देश को आज तक नहीं मिला। विकेटों के पीछे उनका होना ही विपक्षी टीम के हौसले पस्त कर देता है। और जब बल्ला थाम लें तो ऐसे हेलिकॉप्टर शॉट लगाते हैं कि गेंद बार-बार मैदान से बाहर भागती है। ड्रेसिंग रूम में उनका होना ही जीत की गारंटी और विरोधियों के सिरदर्द माना जाता है। आज भले ही उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया है लेकिन आईपीएल में अभी भी वह छक्के उड़ा रहे हैं। बहुत कुछ जानते होंगे आप धोनी के बारे में लेकिन शायद ही जानते हों कि उनका पहला प्यार कौन था?
कैप्टन कूल के नाम से मशहूर धोनी फिलहाल, अपनी पत्नी साक्षी रावत और बेटी जीवा के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। वह अपनी जिंदगी से खुश और संतुष्ट हैं लेकिन शायद थोड़ी कसक भी है। अगर आपसे पूछें कि धोनी का पहला प्यार कौन था तो शायद आप उनकी पत्नी साक्षी रावत का ही नाम लें। लेकिन अगर आपने महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक फिल्म देखी होगी तो यकीनन प्रियंका का नाम लेंगे, जिनसे धोनी को एक फ्लाइट में प्यार हो जाता है। यह प्यार परवान चढ़ता, उससे पहले ही सड़क हादसे में प्रियंका की मौत हो जाती है।
न प्रियंका और न साक्षी, फिर कौन?
लेकिन, अगर आप भी मानते हैं कि धोनी का पहला प्रियंका थी तो आपका जवाब बिल्कुल ही गलत होगा। खुद धोनी भी प्रियंका और साक्षी को अपना पहला प्यार नहीं मानते। तो फिर कौन? जो लोग पैशन को प्यार समझते हैं, उन लोगों का जवाब होगा कि धोनी का पहला प्यार क्रिकेट था। तब भी आप पूरी तरह से गलत होंगे, क्योंकि धोनी शुरुआत में जिस स्पोर्ट्स को पसंद करते थे, वह क्रिकेट नहीं बल्कि फुटबॉल था।
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क्रिकेट से पहले फुटबॉल से था प्यार
बचपन से ही उनमें फुटबॉल के प्रति जबर्दस्त क्रश था। रांची के जवाहर विद्या मंदिर स्कूल की फुटबॉल टीम में वह गोलकीपर थे। दूसरा और कोई खेल उन्हें पसंद था तो वह बैडमिंटन था। लेकिन, कहते हैं न कि जौहरी को ही असली हीरे की पहचान होती है। वैसे ही धोनी के स्पोर्ट्स टीचर केशव राजन बनर्जी ने उन्हें पहचाना। वह उसी स्कूल में 12वीं तक के बच्चों को फुटबॉल खेलना सिखाते थे। कोच ने उन्हें क्रिकेट खेलने कहा। इसके बाद फिर उन्होंने कुछ इस कदर कीपिंग ग्लब्स पहने कि वह उनके जीवन का हिस्सा हो गये।
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...जब धोनी पर चिल्लाये थे रवि शास्त्री
धोनी के पहले प्यार का जिक्र करूं उससे पहले उनके फुटबॉल प्रेम से जुड़ा एक रोचक किस्सा सुन लीजिए। धोनी ने भले ही क्रिकेट जगत में खूब नाम कमाया लेकिन फुटबॉल के प्रति उनकी दीवानगी कायम रही। टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने एक बार धोनी के फुटबॉल प्रेम से जुड़ा किस्सा शेयर किया था। उन्होंने बताया कि मुझे याद है कि एशिया कप के फाइनल में टॉस होने में पांच मिनट बचे थे। ग्राउंड पर ओस पड़ी थी लेकिन बेफिक्र धोनी फुटबॉल खेलने में मशगूल थे। कहीं उन्हें चोट न लग जाये, यह सोचकर रवि शास्त्री उन पर चिल्लाये भी थे। हालांकि, रवि शास्त्री भी मानते हैं कि धोनी को फुटबॉल से दूर नहीं किया जा सकता है।
धोनी ने लिया अपने पहले प्यार का नाम
धोनी के पहले प्यार को लेकर अभी किसी निष्कर्ष पर मत पहुंचिएगा, क्योंकि बकौल धोनी उनका पहला प्यार फुटबॉल नहीं बल्कि कुछ और है। एक बार उन्होंने इसे लेकर बड़ा खुलासा किया था। महेंद्र सिंह धोनी ने एक इंटरव्यू में पत्नी साक्षी को अपना तीसरा प्यार बताया था। उन्होंने कहा कि उनका पहला प्यार देश है। दूसरा माता-पिता और तीसरा उनकी पत्नी साक्षी। वर्तमान में इंडियन ऑर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात धोनी सेना के जवानों के बीच कड़ी ट्रेनिंग कर खुद को देशसेवा के लिए तैयार कर रखा है। कड़े संघर्ष के बूते पर माही प्रदेश ही नहीं देश और दुनिया में छा गये। आज सचिन के बाद किसी की सबसे ज्यादा फैन फॉलोइंग है तो वह धोनी ही हैं।
गोल्फ टूर्नामेंट भी खेल चुके हैं धोनी
महेंद्र सिंह धोनी बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। क्रिकेट के अलावा उन्हें फुटबॉल और बैडमिंटन में भी महारत हासिल है। शूटिंग में भी उनका निशाना अचूक है। इतना ही नहीं वह अमेरिका में गोल्फ टूर्नामेंट भी खेल चुके हैं। धोनी के फैंस कहते हैं कि माही जैसा कोई नहीं। धोनी एक थे, धोनी एक हैं और उस स्थान पर धोनी ही रहेंगे। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ भी भारत के सफलतम कप्तानों में शुमार धोनी की काबिलियत के मुरीद हो गये थे। पीएम मोदी भी उनको बधाई दे चुके हैं।
पुराने गाने सुनने के शौकीन
महेंद्र सिंह धोनी को पुराने गाने सुनने का बहुत शौक है। उस पर भी अगर वो गाने किशोर कुमार के हों तो सोने पर सुहागा है। किशोर दा के वह बहुत बड़े फैन हैं। हालांकि, मुकेश का वह फेमस गाना, 'पल दो पल का शायर हूं, पल पल दो पल मेरी कहानी है..' उनके दिल के बेहद करीब है, जिसे वह गुनगुनाते नजर आते हैं।
बाइक्स और कार से भरा पड़ा है गैराज
पूर्व भारतीय कप्तान को कार और बाइक्स का भी बड़ा शौक है। धोनी के गैराज में सुपरबाइक्स से लेकर कई पुरानी बाइक भरी पड़ी हैं। धोनी के पास हेलकैट, निंजा, हार्ले डेविडसन के अलावा हायाबूसा भी है। गाड़ियों की बात करें तो धोनी के पास हमर, पॉर्शे 911, ऑडी, मर्सिडीज बेंस, रेंज रोवर जैसी गाड़ियां हैं। कॉलेज के समय में वह राजदूत से चला करते थे, लेकिन यामाहा की RD350 उनकी पहली बाइक थी।
बेजुबानों से भी है लगाव
महेंद्र सिंह धोनी को बेजुबानों भी खूब लगाव है। उन्हें जानवर बहुत पसंद हैं। घर में उन्होंने काफी सारी कुत्ते पाल रखे हैं। उनके पास दो घोड़े भी हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट करियर
वनडे क्रिकेट
2004 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे डेब्यू करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने देश के लिए 350 वनडे मैच खेले हैं। 10 शतकों और 73 अर्धशतकों मदद से उन्होंने कुल 10,773 रन बनाये हैं। इनमें 183 रन नाबाद उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। विकेट के पीछे रहते हुए उन्होंने 321 कैच पकड़े हैं और 123 खिलाड़ियों को स्टम्पिंग भी किया है।
टेस्ट क्रिकेट
2006 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। 90 मैचों में 6 शतकों और 33 अर्धशतकों की मदद से उन्होंने 4876 रन बनाये हैं। टेस्ट में उनका हाइएस्ट स्कोर 224 रन रहा है। इस दौरान उन्होंने 38 बार खिलाड़ियों को स्टम्पिंग किया है और 256 कैच पकड़े हैं।
टी-20 क्रिकेट
2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। रिटायरमेंट से पहले उन्होंने 98 इंटरनेशनल टी20 मैच खेले हैं। दो फिफ्टी की मदद से उन्होंने 1617 रन बनाये हैं। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्कोर 56 रन है। विकेट के पीछे कमाल करते हुए 34 खिलाड़ियों को स्टम्पिंग किया है जबकि 57 कैच भी पकड़े हैं।