Ram Mandir: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में जाने न जाने की बीच बुरे फंसे Ravindra Jadeja, नंद भौजाई में मतभेद से जुबानी जंग

Ram Mandir: जामनगर उत्तर विधायक रिवाबा जडेजा जिन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में कांग्रेस के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर कटाक्ष प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस पार्टी में शामिल नंद नयनबा जडेजा ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी।

Written By :  Yachana Jaiswal
Update: 2024-01-13 06:06 GMT

Rivaba And Nainaba Jadeja (Pic Credit-Social Media)

Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य समारोह का आयोजन होना है। राम मंदिर में भगवान राम विराजमान होने जा रहे हैं। कांग्रेस के लगभग सभी कार्यकर्ता और नेता ने इस कार्यक्रम में आने से इनकार कर दिया है जिसके बाद राजनीति गरमा गई है। वहीं इस राजनीति में क्रिकेटर रवींद्र जडेजा भी पीस रहे है। उनकी पत्नी रिवाबा भारतीय जनता पार्टी से विधायक है। वहीं, उनकी बहन नयनबा कांग्रेस की समर्थक है। ऐसे में जामनगर उत्तर विधायक रिवाबा जडेजा जिन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में कांग्रेस के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर कटाक्ष प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस पार्टी में शामिल ननंद नयनबा जडेजा ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी। इस मतभेद से जुबानी जंग छिड़ गई है।

कांग्रेस ने कार्यक्रम में शामिल होने से किया इनकार 

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरो शोरों पर हो रही हैं। मंदिर में रामलला की मूर्ति स्थापित होने पर भव्य आयोजन किया जाना है। 22 जनवरी को मूर्ति प्रतिष्ठापित होने जा रही है, इसे लेकर श्रद्धालुओं में तो उत्साह है। लेकिन राजनीति गरमा गई है। इस निमंत्रण को कांग्रेस ने खारिज कर दिया है। जिसके बाद कांग्रेस में अंदरूनी विवाद छिड़ गया है। इस पर बीजेपी नेता ने भी प्रतिक्रिया दी है।

रिवाबा जडेजा ने राम मंदिर मुद्दे पर दिया बयान 

प्राण प्रतिष्ठा का न्योता कांग्रेस द्वारा अस्वीकार करने के बाद, देश की सियासत तो गरमा ही गई है। लेकिन गुजरात की सियासत पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। वहां राजनीतिक मुद्दा गरमा गया है। इन सबके बीच रिवाबा जडेजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। रिवाबा जड़ेजा ने कहा कि जब प्रभु की बात आती है तो कोई राजनीति नहीं होती, यह कार्यक्रम किसी व्यक्ति विशेष या किसी पार्टी के बारे में नहीं है। यह प्रभु श्रीराम और करोड़ों भारतीयों की आस्था प्रेमी जनता को इस गुणगान के साथ-साथ उनकी आस्था भी मिल गई। प्रभु श्री राम से जुड़ा यह 500 वर्षों से लंबित प्रश्न था, कि प्रधानमंत्री के माध्यम से प्रभु श्री राम की जय-जयकार कब होगी? जब तक हम सब हैं, राजनीति से सभी से ऊपर उठकर धर्मपरायणता और प्रभु श्रीराम के लिए प्रार्थना करें।

नयनबा जडेजा ने बिना नाम लिए की टिप्पणी

रिवाबा के स्टेटमेंट के बाद, उनकी कांग्रेस पार्टी में शामिल नंद नयनबा जडेजा ने इस बयान पर उन्हें जवाब दिया है। बिना नाम लिए कांग्रेस समर्थक ने व्यंगात्मक व्यंग्य के साथ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हमें आपसे भक्ति और संस्कार सीखने की जरूरत नहीं है। आप छोटाकाशी में रहते हुए भी आपमें संस्कार नहीं हैं। मंदिर के पूर्ण निर्माण के बाद ही मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जा सकती है। हमें आपसे भक्ति और संस्कार सीखने की जरूरत नहीं है। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा इसके पूर्ण निर्माण के बाद ही की जा सकेगी। शंकराचार्य समेत अन्य लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया है। आपको कर्मकांड और धर्म में कोई रुचि नहीं है। ननंद भोजाई का तीखा मजाक एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।

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