'गोल्डन ब्वॉय' नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास, डायमंड लीग ट्रॉफी पर जमाया कब्जा
Neeraj Chopra Diamond League: 'गोल्डन ब्वॉय' के नाम से मशहूर नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा डायमंड लीग ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। डायमंड लीग ट्रॉफी में उन्होंने पहले दिन से अपना पूरा दमखम लगा दिया था।
Neeraj Chopra Diamond League: 'गोल्डन ब्वॉय' के नाम से मशहूर नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा डायमंड लीग ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। डायमंड लीग ट्रॉफी में उन्होंने पहले दिन से अपना पूरा दमखम लगा दिया था। नीरज ने फाइनल मुकाबले में 88.44 मीटर दूर भाला फेंक डायमंड लीग ट्रॉफी अपने नाम कर ली। इस ट्रॉफी पर कब्जा ज़माने वाले वो पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। इससे पहले वो 2017 और 2018 में इस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचकर ख़िताब जीतने से वंचित रह गए थे। लेकिन चार साल बाद उन्होंने अपना यह सपन पूरा कर लिया। और इसके साथ देश का मान बढ़ाया है।
फाइनल में पिछड़ने के बाद की जबरदस्त वापसी:
बता दें डायमंड लीग ट्रॉफी के फाइनल में नीरज चोपड़ा की शुरुआत अच्छी नहीं रही। इस फाइनल में उनका पहला भाला फाउल हो गया। जिसके कारण वो सूची में सबसे नीचे आ गए। लेकिन इसके बाद वो अपने रंग में आ गए और दूसरे प्रयास में नीरज ने 88.44 मीटर दूर भाला फेंक पहला स्थान हासिल किया। इसके बाद तीसरे प्रयास में 88.00 मीटर, चौथे में 86.11 मीटर, पांचवें में 87.00 मीटर और छठे प्रयास में 83.60 मीटर दूर भाला फेंक कर इतिहास रच दिया।
जैकब वाडलेच रहे दूसरे स्थान पर:
डायमंड लीग ट्रॉफी में दूसरे स्थान पर चेक गणराज्य के जैकब वाडलेच रहे। उन्होंने सबसे दूर 86.94 मीटर भाला फेंका। इसके बाद जर्मनी के जूलियन वेबर तीसरे स्थान पर रहे। वेबर ने 83.73 मीटर की दूसरी तय कर तीसरा स्थान हासिल किया। डायमंड लीग ट्रॉफी में इससे पहले कोई भी भारतीय एथलीट पहले स्थान पर नहीं रहा। लेकिन नीरज ने इतिहास रचते हुए इस ट्रॉफी पर पहली बार कब्जा किया। उन्होंने इससे पहले भी भारत का नाम रोशन किया है।
नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स में नहीं खेल पाए:
बता दें चोट के कारण नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में हिस्सा नहीं ले पाए थे। नीरज चोपड़ा पिछले कई सालों से जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने 2021 ओलंपिक में भारत को जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल दिलाया था। उन्होंने 2018 में एशियाई खेलों का स्वर्ण, 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स का गोल्ड मेडल जीता था, जबकि इस साल विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में उन्होंने रजत पदक पर कब्जा जमाया था।