दुबईः आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाईं ने एक चौकाने वाला खुलासा किया है। भ्रष्टाचार निरोधक इकाईं के ज़नरल मैनेज़र एलेक्स मार्शल ने खुलासा किया कि पिछले 12 महीनें से कई सट्टेबाज़ों ने 5 अंतर्राष्ट्रीय कप्तानों से स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए संपर्क किया है। इसमें 4 कप्तान आईसीसी के नियमित सदस्य देश के है और 1 एसोसिएट देश का।
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एलेक्स ने कहा कि जिस तरह से टी-20 की लोकप्रियता बढ़ रही है, उससे खेल में भ्रष्टाचार के बढ़ने की संभावनाएं भी काफी बढ़ गई है। सट्टेबाज किसी भी तरह से स्पॉट फिक्सिंग की कोशिश में लगे है। इसके लिए वे खिलाड़ियों से लेकर उनके परिवार और दोस्तों तक से संपर्क कर रहे है।इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण फटाफट क्रिकेट के मैचों की बढ़ती संख्या और उसकी लोकप्रियता है।
एलेक्स ने कहा कि पिछले 12 महीनें में हमने 30 इंवेस्टिगेशन की । जिनमें 8 खिलाड़ियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई और 5 कप्तानों ने बताया कि उनसे स्पॉटफिक्सिंग के लिए सट्टेबाजों ने सपंर्क किया। एलेक्स ने कहा कि सट्टेबाज जब सीधे तौर पर फिक्सिंग नहीं कर पाते है तो खुद किसी मैच का आयोजन करा देते है।
इसके लिए उंन्होंने मास्टर चैम्पियन्स लीग 2016 जैसे टुर्नामेंट का उदाहरण दिया। जिसमें सहवाग और संगाकारा जैसे बड़े खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि सट्टेबाज खेल को दूषित करने के लिए फ्रेंचाइज़ी के जरिये भी स्पॉट फिक्सिंग में लगे है।