UPCA ने मनोरंजन कर देने से झाड़ा पल्ला, जिला प्रशासन ने गुजरात लायंस को जारी किया नोटिस
कानपुर के ग्रीन पार्क में हुए आईपीएल मैच के मनोरंजन कर (टैक्स) का मामला अब गरमाने लगा है। यूपी क्रिकेट एसोशिएशन (यूपीसीए) द्वारा टैक्स देने से पल्ला झाड़ने के बाद अब जिला प्रशासन ने गुजरात लायंस को नोटिस जारी कर टैक्स की मांग की है।
कानपुर: कानपुर के ग्रीन पार्क में हुए आईपीएल मैच के मनोरंजन कर (टैक्स) का मामला अब गरमाने लगा है। यूपी क्रिकेट एसोशिएशन (यूपीसीए) द्वारा टैक्स देने से पल्ला झाड़ने के बाद अब जिला प्रशासन ने गुजरात लायंस को नोटिस जारी कर टैक्स की मांग की है।
गौरतलब है कि ग्रीन पार्क में 10 और 13 मई को आईपीएल मैच खेला गया था। योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में क्रिकेट के मैच कराने पर मनोरंजन कर देने का प्रावधान कर दिया गया था। इस मामले में मैच से पहले ही डीएम ने यूपीसीए को टैक्स देने का आदेश दिया था। लेकिन उस समय मोहलत मांग ली गई थी।
अब यूपीसीए ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि आईपीएल से उनका लेना देना नहीं है। यह गुजरात लायंस का होम ग्राउंड है। इसके बाद प्रशासन ने गुजरात लायंस को नोटिस जारी कर टैक्स देने को कहा है। एक अनुमान के मुताबिक तकरीबन 3 करोड़ से ज्यादा का टैक्स बन रहा है।
एडीएम सिटी केपी सिंह के मुताबिक हमने गुजरात लायंस की टीम को नोटिस जारी किया है। यूपी में मैच कराने वाली संस्था यूपीसीए लगातार टैक्स ना देने के मामले में फसती जा रही है। वाटर टैक्स ना देने के बाद अब यूपीसीए को मनोरंजन कर देना होगा। योगी सरकार द्वारा अधिसूचना जारी किए जाने के बाद विभाग ने यूपीसीए को भी नोटिस जारी कर दिया है।
कानपुर के ग्रीन पार्क में यूपीसीए टेस्ट मैच, वन डे और आईपीएल मैच कराता है। इन मैचों में बिकने वाले टिकट पर यूपीसीए कोई भी मनोरंजन कर नहीं देता है। इस संबंध में यूपीसीए को कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद यूपीसीए ने मनोरंजन कर नहीं दिया और कहा कि उनके ऊपर कोई कर लागू नहीं होता है। अब इस मामले में योगी सरकार ने कडा फैसला लेते हुए अधिसूचना जारी की है कि अब किसी भी तरह का मैच कराने पर यूपीसीए को मनोरंजन कर देना होगा।
मनोरंजन कर अधिकारी प्रवीन गुप्ता ने बीते 4 मई को यूपीसीए को नोटिस जारी किया था। लेकिन एक बार फिर से यूपीसीए ने मनोरंजन कर से पल्ला झाड़ लिया है।