ढलान की ओर चल पड़ा विराट कोहली का करियर, वनडे क्रिकेट के इन आंकड़ों पर डालिए एक नज़र...
Virat Kohli ODI Performance: एक समय था जब विराट कोहली के सामने बड़े-बड़े गेंदबाज़ खौफ खाते थे। लेकिन पिछले दो-तीन साल से विराट कोहली के प्रदर्शन में काफी गिरावट देखने को मिली है। कोहली का टेस्ट और वनडे करियर अब ढलान पर नज़र आ रहा है, भले ही वो टी-20 में अपनी पुरानी लय पकड़ चुके होंगे।
Virat Kohli ODI Performance: एक समय था जब विराट कोहली के सामने बड़े-बड़े गेंदबाज़ खौफ खाते थे। लेकिन पिछले दो-तीन साल से विराट कोहली के प्रदर्शन में काफी गिरावट देखने को मिली है। कोहली का टेस्ट और वनडे करियर अब ढलान पर नज़र आ रहा है, भले ही वो टी-20 में अपनी पुरानी लय पकड़ चुके होंगे। बांग्लादेश के खिलाफ पहले वनडे में भी उनका बल्ला खामोश रहा। इससे पहले भी विराट कोहली वनडे में कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। एकदिवसीय मैचों में उनके बल्ले से तीन साल से अधिक समय से एक भी शतक नहीं निकला हैं, जिसका नतीजा अब उनके रन बनाने के औसत में भी काफी गिरावट देखने को मिली है। चलिए नज़र डालते हैं कोहली के साल दर साल रन बनाने के औसत पर एक नज़र....
2008 में कोहली ने की वनडे क्रिकेट की शुरुआत:
बता दें विराट कोहली को अंडर 19 टीम में शानदार प्रदर्शन के चलते इंटरनेशनल टीम में जल्दी जगह मिली थी। साल 2008 में कोहली ने अपने वनडे क्रिकेट की शुरुआत की थी। 2008 में कोहली ने अपने पहला वनडे मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला था। उसके बाद से लगातार वो टीम में बने रहे। पहले साल उनका बैटिंग औसत करीब 32 का रहा था। लेकिन इसके अगले साल यानी 2009 में उनको बल्लेबाज़ी करने के खूब मौके मिले तो उन्होंने अपनी प्रतिभा से क्रिकेट जगत को अवगत कराया। 2009 में कोहली का बैटिंग औसत करीब 54 तक पहुंच गया। उसके बाद से उन्होंने टीम इंडिया में तीन नंबर के लिए अपना स्थान पक्का कर लिया।
2016 से लेकर 2018 तक कोहली का गोल्डन टाइम:
कहते हैं हर इंसान का कभी ना कभी गोल्डन समय आता है। कोहली का भी क्रिकेट में तीन साल तक गोल्डन टाइम रहा। 2016 से लेकर 2018 तक उनके बल्ले से जमकर रन बरसे। उन्होंने इस दरमियान क्रिकेट जगत के कई बड़े रिकॉर्ड तोड़कर अपने नाम कर डाले। इसमें कई रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के भी थे, जिन पर फिर कोहली का कब्जा हो गया। 2016 में कोहली का रन बनाने का औसत 92 से ऊपर पहुंच गया। इस साल उन्होंने खूब रन बनाए। इसके एक साल बाद यानी 2017 में कोहली का बैटिंग एवरेज 77 का रहा। लेकिन 2018 की पूरी साल कोहली के नाम रही। इस दौरान उन्होंने अपने करियर में सर्वाधिक बैटिंग औसत प्राप्त की। 2018 में कोहली ने 133 की औसत से रन बनाए। यह उनके करियर का गोल्डन टाइम माना जाता है।
कोहली के लिए 2022 का साल सबसे बुरा दौर:
बता दें विराट कोहली पिछले काफी समय से वनडे और टेस्ट क्रिकेट में शतक के लिए जूझ रहे हैं। हालांकि कोहली ने टी-20 में इस साल कई बड़ी पारियां खेली हैं। लेकिन वनडे में उनका फ्लॉप शो जारी रहा है। इस साल उनका बैटिंग औसत करियर का सबसे ख़राब रहा है। विराट कोहली ने इस साल सिर्फ 20 की औसत से रन बनाए हैं। जो उनके करियर के लिए चिंता का विषय बन गया है। टीम इंडिया को अपने इस स्टार खिलाड़ी से अगले साल होने वाले वनडे विश्वकप में सबसे ज्यादा उम्मीद है। अब देखना होगा कि क्या कोहली अपनी टीम की उम्मीदों पर खरा उतर पाते है..?
कोहली का वनडे करियर:
श्रीलंका के खिलाफ 2008 में अपने वनडे क्रिकेट की शुरुआत करने वाले कोहली ने अब तक कुल 264 एकदिवसीय मैचों में हिस्सा लिया है। इस दौरान उन्होंने 254 पारियां खेली है, जिसमें 34 बार वो नाबाद रहे हैं। कोहली ने अपने वनडे करियर में कुल 12353 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 43 शतक और 64 फिफ्टी जड़ी हैं। उनका वनडे क्रिकेट में 183 रन सर्वोच्च स्कोर रहा है। उनका वनडे में करीब 58 का बैटिंग औसत रहा है।