Virat Kohli Cricket Record: कोहली का क्रिकेट में "विराट रिकॉर्ड"

Virat Kohli Cricket Record: सर्वाधिक रन बनाने का सबसे सुरक्षित तरीका विराट कोहली ने खोज लिया था, जिनमें उन्होंने कई सारे विश्व रिकॉर्ड बनाए है। विराट कोहली के जर्सी का नंबर 18 है।

Update:2023-05-19 12:59 IST

Virat Kohli Cricket Record: भारत की भूमि से कई महान क्रिकेटर निकले है। चाहे हम बात सचिन तेंदुलकर की करें या विराट कोहली की दुनिया के महान क्रिकेटर में से एक है। शायद विराट कोहली जैसा दृढ़ और महत्वकांक्षी कोई नहीं होगा। कोहली ने सचिन तेंदुलकर जैसे दृढ़ता और फिटनेस का इस्तेमाल किया, जो न केवल क्रिकेटरों बल्कि दुनिया के शीर्ष एथलीटों में बना हुआ है।

जिसके परिणाम स्वरूप, कोहली अपने समय के सबसे सशक्त कप्तान और खिलाड़ी बने, जिसके बल्ले बाजी को चेज कर पाना मुश्किल है। सर्वाधिक रन बनाने का सबसे सुरक्षित तरीका विराट कोहली ने खोज लिया था, जिनमें उन्होंने कई सारे विश्व रिकॉर्ड बनाए है। विराट कोहली के जर्सी का नंबर 18 है।

व्यक्तिगत जीवन,

विराट कोहली का जन्म 05 नवंबर 1988 को नई दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम प्रेम कोहली है जो पेशे से अपराधिक वकील है और इनकी माता का नाम सरोज कोहली है जो एक गृहिणी है। विराट कोहली का एक भाई जिसका नाम विकास कोहली है और एक बहन भी है जिसका नाम भावना कोहली है।

विराट कोहली जब तीन साल के थे तभी इन्होनें बैट को हाथ में ले लिया था। इसके बाद इनकी रूचि क्रिकेट में ज्यादा दिखाई देने लगी और क्रिकेट पर ध्यान केन्द्रित करने लगे। अपने संतान की रूचि क्रिकेट में देखकर विराट कोहली के माता-पिता ने इनको क्रिकेट की तैयारी करने का प्रोत्साहन दिया। विराट कोहली क्रिकेट की ट्रेनिंग लेने के लिए दिल्ली के प्रसिद्ध क्रिकेटर कोच राजकुमार शर्मा के पास जाया करते थे।

विराट भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है। विराट कोहली बहुत ही प्रभावशाली और होनहार क्रिकेटर है जो भारतीय क्रिकेट टीम का बैकबोन कहे जाते है। विराट कोहली अपने दम पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बने और टीम इण्डिया का नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। विराट दायें हाथ के बल्लेबाज है और उसके साथ-साथ एक अच्छे फील्डर भी है। विराट कोहली ने 7 साल तक भारतीय टीम की कप्तानी की। इस दौरान उन्होंने कप्तान और एक बल्लेबाज के रूप में कई रिकॉर्ड बनाए।

क्रिकेट करियर में खूब मारी बाजी

दिल्ली में पैदा होने वाला यह खिलाड़ी आज क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक है। कोहली ने वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी में प्रशिक्षण लिया और दिल्ली की अंडर-15 टीम के साथ अपने युवा करियर की शुरुआत की। उन्होंने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया और जल्द ही एकदिवसीय टीम(ODI) में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गए और बाद में 2011 में टेस्ट क्रिकेट(Test Match) में पदार्पण किया।

2013 में, कोहली पहली बार एकदिवसीय बल्लेबाजों के लिए आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक स्थान पर पहुंचे।2014 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया। 2018 में दुनिया के शीर्ष क्रम के टेस्ट बल्लेबाज बन गए, जिससे वह खेल के तीनों प्रारूपों में नंबर एक स्थान हासिल करने वाले इकलौते भारतीय क्रिकेटर बन गए।

उनका फॉर्म 2019 में जारी रहा, जब वह एक दशक में 20,000 अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने। 2021 में, कोहली ने T20 विश्व कप के बाद T20I के लिए भारतीय राष्ट्रीय टीम के कप्तान के रूप में पद छोड़ने का निर्णय लिया और 2022 की शुरुआत में उन्होंने टेस्ट टीम की कप्तानी भी छोड़ दी।

विराट को मिले पुरस्कार,

क्रिकेट के मैदान पर उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले हैं। उन्हें 2012 में ICC ODI प्लेयर ऑफ द ईयर के रूप में मान्यता दी गई। 2017 और 2018 में दो मौकों पर ICC क्रिकेटर ऑफ द ईयर में सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी जीती है।

इसके बाद, कोहली ने 2018 में ICC टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर और ICC ODI प्लेयर ऑफ द ईयर पुरस्कार भी जीते , एक ही वर्ष में दोनों पुरस्कार जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने। विराट ने 2016 से 2018 तक लगातार तीन वर्षों तक विश्व में विजडन लीडिंग क्रिकेटर नामित किया गया था। राष्ट्रीय स्तर पर, कोहली को 2013 में अर्जुन पुरस्कार , 2017 में खेल श्रेणी के तहत पद्म श्री और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया था। 2018 में खेल रत्न पुरस्कार जोकि भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान।

करियर की शुरुआत -

2008 में कोहली ने 19 साल की उम्र में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया था। शुरुआत में भारतीय टीम में रिजर्व बल्लेबाज के रूप में खेलने के बाद, उन्होंने जल्द ही वनडे में अपनी जगह बना ली। वे 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे। उन्होंने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट मैच खेला। वहीं पहला टी20 ज़िम्बाब्वे के खिलाफ 2010 में खेला था। विराट कोहली ने अंडर -19 विश्व कप जीतने के दौरान टीम के कप्तान थे। कोहली काफी सरलता से भारत के सबसे शक्तिशाली कप्तान अपने प्रतिभा के बदौलत बन गए थे।

क्रिकेट जर्नी की बात करे तो,

इसके बाद वर्ष 2002 में इन्होंने दिल्ली Under – 15 टीम के साथ अपना डेब्यू किया और Polly Umrigar Trophy और अगली ट्रॉफी के लिए टीम का अहम हिस्सा रहे। फिर साल 2003-04 में विराट का सलेक्शन दिल्ली अंडर-17 टीम में Vijay Merchant Trophy के लिए हुआ और इन्होंने इस ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाए। इसके बाद 18 वर्ष की उम्र में विराट ने First Class Cricket में अपना डेब्यू किया। उनका मैच तमिल नाडु (Delhi Vs Tamil Nadu) क्रिकेट टीम से था इसमें सिर्फ 10 बना पाए।

जुलाई 2006 में वो अंडर-19 टीम का हिस्सा बने और इंग्लैंड टूर के लिए टीम इंडिया की तरफ से क्रिकेट खेलने गए। और भारत ODI (वन डे) और टेस्ट सीरीज दोनों जीते।वर्ष 2007 में Inter-State T20 Championship में 179 रन बनाने के साथ इस चैंपियनशिप के highest run-scorer रहे। वर्ष 2008 को विराट कोहली के करियर का turning point माना जाता है क्योंकि इसी साल इनको Under-19 Cricket World Cup विजेता टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया और RCB रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (IPL) टीम द्वारा $30000 में ख़रीदा गया। और इसी साल इन्होंने अपना अंतराष्ट्रीय खेल में डेब्यू किया था।

इसके बाद विराट कोहली ने कभी अपने क्रिकेट करियर में पीछे मुड़ कर नहीं देखा। इन्होंने Tri- Series श्रीलंका के साथ होने वाले मैच में गौतम गंभीर की जगह खेले और फिर वर्ष 2009 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी में युवराज सिंह जोकि चोट की वजह से बाहर हो गए थे उनकी जगह विराट कोहली को खेलने का मौका मिला।फिर वर्ष 2010 में बांग्लादेश के साथ ODI टूर्नामेंट में सचिन तेंदुलकर को आराम दिया गया और फिर से कोहली को मौका मिला।

अगले साल 2011 में वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में अपने वर्ल्ड कप डेब्यू मैच में ही सतक (100 रन) बनाए। साल 2011 में होने वाले टेस्ट मैच में विराट कोहली ने अपनी मेहनत से अपना स्थान बना लिया था। वन डे इंटरनेशनल मैच में इन्होनें अपना छठां स्थान पर बैटिंग करना शुरू कर दिया।

विराट ने अपना टेस्ट मैच डेब्यू वेस्ट इंडीज टीम के खिलाफ Kingston में किया था लेकिन इसमें वो कुछ ख़ास नहीं कर पाए। वो केवल पांच इनिंग में 76 रन ही बना पाए थे। साल 2015 के वर्ल्ड कप मैच में पाकिस्तान के खिलाफ सतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाडी बन गए थे। वहीं वर्ष 2017 में श्रीलंका के खिलाफ 3 टेस्ट मैच सीरीज में छह बार 200 रन (Double Century) बनाने वाले पहले खिलाडी बने और 2818 रन बनाकर इंडिया की तरफ से एक साल में सबसे ज्यादा रन (Highest in Calendar Year from Team India) बनाने वाले खिलाडी बने। अगस्त 2018 में विराट कोहली को ICC Test Ranking में 1st ranking मिली और इसके साथ वर्ष 2018 में तीन सतक लगा कर भारतीय टीम के पहले कप्तान बन गए थे जिन्होंने ऐसा करनामा किया।

विराट कोहली द्वारा बनाए गए कुछ खास रिकॉर्ड -

विराट कोहली दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं, जिन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट यानी टेस्ट, वनडे और टी20 में 50 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं। 473 इंटरनेशनल मैच खेलने के बाद विराट कोहली का टेस्ट में औसत 50.39 का, वनडे में 57.67 का और टी20 इंटरनेशनल में 50.12 का है। विराट कोहली भारत के इकलौते क्रिकेटर हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 7 दोहरे शतक लगाए हैं।

विराट कोहली दुनिया के दूसरे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने अपने टेस्ट कप्तानी के डेब्यू मैच की दोनों पारियों में शतक लगाए थे। साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एमएस धोनी के चोटिल होने के बाद उन्होंने एडिलेड टेस्ट में भारत की कप्तानी करते हुए मैच की दोनों पारियों में शतक लगाए। कोहली ने पहली पारी में 115 और दूसरी पारी में 141 रन बनाए थे। एक ही साल में दो बार सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विराट कोहली भारत के पहले क्रिकेटर हैं। साल 2017 में विराट ने तीनों फॉर्मेट में 2818 रन बनाए थे। इससे एक साल पहले भी वह 2595 रन बनाने में सफल रहे थे।

विराट कोहली दुनिया के पहले कप्तान हैं। जिन्होंने कप्तान के तौर पर टेस्ट में सबसे ज्यादा बार 150 से अधिक का स्कोर किया है। विराट ने कप्तान रहते हुए 9 बार 150 से ज्यादा का स्कोर किया। विराट ने 68 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी, जिनमें वह 40 मुकाबला जीतने में सफल रहे। विराट कोहली के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज 25 हजार रन बनाने का गौरवपूर्ण रिकॉर्ड है। उन्होंने 2023 बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली टेस्ट के दौरान उपलब्धि हासिल की। विराट कोहली ने सभी प्रारूपों में भारत के लिए केवल 492 मैच में यह उपलब्धि हासिल की।

बैंगलोर टीम के लिए निरंतर प्रयास में

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के टूर्नामेंट की पूरी अवधि 2008 में कैश-रिच लीग की शुरुआत से ही एक ही फ्रैंचाइजी का हिस्सा बनने वाले एकमात्र खिलाड़ी, कोहली है। विराट कोहली ने फ्रैंचाइजी के साथ , प्रशंसकों के साथ एक स्नेह विकसित किया है। वर्ष 2012 से स्थायी रूप से बैंगलोर फ्रेंचाइजी की कप्तानी करने के लिए कहा गया तो यह बल्ले के साथ और अधिक निरंतरता मे खुद को दिखाया। कोहली जल्द ही प्रशंसकों के चहेते बन गए, आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।

बैटिंग करियर की बात करे तो

108 टेस्ट मैच की बात करे तो, 8416 रन में 28 शतक, 28अर्धशतक लगाए है जिनमें 941 चौके और 24 छक्के लगाए है। 11 नो बॉल खेले है।

274 ODI मैच में 12,898 रन में, 46शतक, 65अर्धशतक लगाए है जिनमें 1211 चौके, 129 छक्के लगाए है। 40 नो बॉल ODI मैच में खेले है।

371 टी 20 मैच में 11746 रन में, 6 शतक, 91 अर्धशतक लगाए है जिनमें 1043 चौके, 366 छक्के लगाए है। 67 नो बॉल टी 20 मैच में खेले हैं

अपने 234 मैचों के आईपीएल करियर में, कोहली ने 36.50 की औसत से 7044 रन बनाए हैं। कोहली ने 5 शतक और 50 अर्धशतक लगाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम आईपीएल स्कोर 113 रन है। कोहली ने अपने आईपीएल करियर में 617 चौके और 229 छक्के लगाए हैं।

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