Virat Kohli & MS Dhoni: जब धोनी थे कप्तान तभी विराट कोहली में मैंने.... रवि शास्त्री ने विराट कोहली की कप्तानी पर दिया बड़ा बयान
Virat Kohli & MS Dhoni: महेन्द्र सिंह धोनी जब टीम के कप्तान थे, उसी वक्त रवि शास्त्री ने विराट कोहली के अंदर टीम के नेतृत्व करने की क्षमता को पहचान लिया था।
Virat Kohli & MS Dhoni: भारतीय क्रिकेट टीम ने रवि शास्त्री के मार्गदर्शन में नईं ऊंचाईयों को छुआ है। जब रवि शास्त्री टीम इंडिया के साथ बतौर कोच जुड़े, उसके बाद इन्होंने टीम इंडिया के खेलने के तरीके में काफी बड़ा बदलाव किया। रवि शास्त्री ने भारत के दो महान कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और विराट कोहली के साथ काम किया। इन दोनों दिग्गजों ने रवि शास्त्री के साथ मिलकर टीम इंडिया को जबरदस्त कामयाबी दिलायी। जब धोनी कप्तान थे, जब शास्त्री टीम के साथ डायरेक्टर की भूमिका में शुरुआत की थी, और कोहली के टाइम पर वो हेड कोच बन चुके थे।
रवि शास्त्री ने धोनी के वक्त ही विराट में कर ली थी कप्तानी क्षमता की पहचान
रवि शास्त्री को भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक सफलतम कोच माना जाता है। उन्होंने खासकर विराट कोहली के साथ लंबे समय तक काम किया। कोहली और शास्त्री की जुगलबंदी ने टीम इंडिया के लिए सफलता के नए आयाम स्थापित किए। इसी बीच रवि शास्त्री ने एक बहुत ही बड़ा खुलासा किया है। इस पूर्व दिग्गज कोच ने बताया कि जब धोनी कप्तान थे, उसी वक्त उन्होंने विराट कोहली में कप्तानी की क्षमता को पहचान लिया था और उन्होंने कोहली को कप्तानी करने के लिए तैयार रहने को भी कह दिया था।
रवि शास्त्री का खुलासा- कोहली को मैंने कह दिया था, कप्तानी के लिए रहे तैयार
भारत के पूर्व हेड कोच रहे रवि शास्त्री ने एक इंटरव्यू में कहा कि, “जिस वक्त मैं कोच बना उस वक्त निजी तौर पर कई प्लेयर अच्छा कर रहे थे, लेकिन मैं टीम को अच्छा करते देखना चाहता था। मेरी कोशिश थी कि भारतीय टीम लगातार जीतना सीखे। खासकर, टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया उंचाईयों पर पहुंचे। जब माही कैप्टन थे, उस वक्त मेरी निगाहें विराट कोहली पर टिकी थीं। मैंने काफी शुरूआत में ही विराट कोहली को बोल दिया था कि वक्त लग सकता है, लेकिन तैयार रहो।“
विराट एक समर्पित खिलाड़ी, टेस्ट क्रिकेट में चुनौती लेना है पसंद- रवि शास्त्री
इसके बाद रवि शास्त्री ने विराट कोहली के टेस्ट फॉर्मेट में उनके चुनौती को लेने की क्षमता की जमकर तारीफ की। इस पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने कहा कि, “विराट कोहली टेस्ट फॉर्मेट से काफी जुड़ा हुआ था, वह इस फॉर्मेट में को पसंद करता था। वह हमेशा खुद को चैलेंज करता था और मुश्किलों के लिए तैयार रहता था, उनकी सोच मेरी सोच से काफी मिलती थी। जब आप ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ खेलते हैं तो कोई बहाना नहीं बना सकते। लेकिन विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में लगातार सीरीज जीतकर दिखाया कि वास्तव में कैसे टेस्ट फॉर्मेट खेलना है?”