Wrestlers Protest: दिल्ली में पहलवानों का धरना तीसरे दिन भी जारी, SC में 28 अप्रैल को सुनवाई
Wrestlers Protest: डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पर लगाएं यौन शोषण को आरोप पर कार्रवाई न होने के बाद पहलवानों का जंतर-मंतर पर आज तीसरे दिन धरना जारी है। जबकि मंगलवार को पहलवानों की याचिका को मंजूर करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए शुक्रवार की तारीक दी और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है।
Wrestlers Protest in Delhi: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह और स्टार पहलवानों के बीच चल रहा विवाद फिर चर्चा के केंद्र में है। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पर लगाए गए यौन शोषण के आरोप पर कार्रवाई न होने के बाद पहलवानों का धरना जंतर-मंतर पर आज तीसरे दिन भी जारी है। वहीं, आज मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने पहलवानों की याचिका को स्वीकार कर लिया है। जिसपर सुप्रीम कोर्ट 28 अप्रैल को सुनवाई करेगी। इस याचिका में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग की गयी है। सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस भी जारी किया है।
कपिल सिब्बल ने रखा पहलवानों का पक्ष
दिग्गज बकील कपिल सिब्बल ने यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिलाओं का पक्ष रखते हुए कोर्ट से कहा, 'ये महिलाएं पहलवान हैं, इनमें में से एक नाबालिग भी है, कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है। एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई है। इसके जवाब में सीजीआई ने कहा, 'हमें केस के पेपर्स दिखाएं ये सेक्शन 156 के अंदर आता है यहां क्या चार्जेस हैं। कपिल सिब्बल ने कहा, यहां एक व्यक्ति के खिलाफ यौन शोषण के चार्जेस हैं, आप नाबालिग की शिकायत देखें, उसने गोल्ड मेडल जीते हैं। इसके आगे का आप पढ़ लें। मैं सार्वजनिक तौर पर नहीं पढूंगा, पुलिस को भी केस दर्ज न करने का दोषी माना जाना चाहिए।
एससी ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस
कपिल सिब्बल की बातें सुनने के बाद कोर्ट ने अपना ऑर्डर जारी किया है। ऑर्डर में कहा, 'शिकायतकर्ताओं के असली नाम की जगह बदले हुए नाम बताए जाएंगे, भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी इन पहलवानों ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मुद्दे पर ध्यान की जरूरत बताते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस दिया हैं। जबकि शुक्रवार को जवाब देने को कहा है। कपिल सिब्बल ने आखिर में ये भी मांग की कि 166A CRPC में अमेंडमेंट के बाद अगर दिल्ली पुलिस केस दर्ज नहीं करती है तो वो भी दोषी होगी और सीजेआई ने उनकी बात मान ली।
पहलवानों के समर्थन में किसान और कांग्रेस
डब्ल्यूएफआई प्रमुख के विरोध में प्रदर्शनकारी पहलवानों को समर्थन देने के लिए सोनीपत से किसानों का एक जत्था दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचा है। किसान नेताओं ने कहा जब तक डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होती वे दिल्ली से वापस नहीं लौटेंगे। उन्होंने कहा कि अभी लाखों किसान और जंतर-मंतर पर आएंगे और डेरा डालेंगे। भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे पहलवानों का कांग्रेस ने समर्थन किया है।
महिला कांग्रेस प्रमुख नेता डिसूजा हुई शामिल
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस प्रमुख नेता डिसूजा ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात की और धरना में शामिल हुई। जबकि जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक ने पहलवानों को समर्थन देने का एलान किया है। सत्यपाल मलिक ने ट्वीट कर लिखा, "बेटियों चिंता मत करना, पूरा देश आपके साथ है! मैं खुद आपके धरने पर आऊंगा।"