Gujarat: हार्दिक का आरोप- 'कांग्रेस हमेशा हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करती है'
हार्दिक पटेल ने कहा, कि 'कांग्रेस हमेशा ही हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करती है।' बता दें कि, हार्दिक के भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जाने की अटकलें भी तेज हैं।
Gujarat : गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) से ठीक पहले पाटीदार समुदाय (Patidar Community) के नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। 'हाथ' का साथ छोड़ने के बाद लगातार हार्दिक कांग्रेस पर हमलावर दिख रहे हैं। हर रोज ही वो कांग्रेस पर कोई न कई आरोप लगाते रहते हैं। इसी क्रम में मंगलवार को हार्दिक पटेल ने कहा, कि 'कांग्रेस हमेशा ही हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करती है।' बता दें कि, हार्दिक के भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जाने की अटकलें भी तेज हैं।
हाल ही में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस नेतृत्व पर भी कई गंभीर सवाल खड़े किए थे। तीन साल पहले कांग्रेस में शामिल होने वाले हार्दिक ने आखिरकार ऊबकर कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया। हार्दिक अपने त्यागपत्र में भी कांग्रेस पर कई आरोप लगाए थे। ज्ञात हो कि, इसी साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं।
'हाथ' छोड़ क्या थामेंगे 'कमल' का साथ
गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने समीकरण बैठाने की जुगत में लगे हैं। ऐसे में राज्य का तापमान चढ़ता जा रहा है। इसी बीच पाटीदार समुदाय के युवा नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया। गुजरात के सामाजिक समीकरण के नजरिये से देखें तो हार्दिक के कांग्रेस का साथ छोड़ने से बीजेपी को फायदा जरूर पहुंचा है। इस बीच हार्दिक के बीजेपी में जाने की अटकलें भी तेज हैं।
'हाथ' छोड़ क्या थामेंगे 'कमल' का साथ
गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने समीकरण बैठाने की जुगत में लगे हैं। ऐसे में राज्य का तापमान चढ़ता जा रहा है। इसी बीच पाटीदार समुदाय के युवा नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया। गुजरात के सामाजिक समीकरण के नजरिये से देखें तो हार्दिक के कांग्रेस का साथ छोड़ने से बीजेपी को फायदा जरूर पहुंचा है। इस बीच हार्दिक के बीजेपी में जाने की अटकलें भी तेज हैं।
पाटीदार आंदोलन से निकले नेता हैं हार्दिक
उल्लेखनीय है कि, हार्दिक पटेल 'पाटीदार आरक्षण आंदोलन' (Patidar Reservation Movement) से निकले युवा नेता हैं। हार्दिक ने वर्ष 2019 में कांग्रेस पार्टी का दामन थामा था। जिसके बाद ठीक अगले साल यानी 2020 में उन्हें प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
दो साल से पार्टी ने नहीं दी कोई जिम्मेदारी
हार्दिक पटेल की पहली नाराजगी इस बात को लेकर थी, कि वह बीते दो वर्षों से कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष हैं। मगर, उन्हें न तो कोई जिम्मेदारी दी जा रही है और न ही कोई राय। आखिर बिना राय-मशवरा और संवाद को वो क्या करेंगे।