पत्रकार सहित अन्य की अर्ध-नग्न तस्वीर पर राहुल का केंद्र पर हमला, कहा- लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का 'चीरहरण'
मध्य प्रदेश पुलिस के इस कारनामे की चारों ओर निंदा हो रही है। लेकिन, पुलिस का अपना ही तर्क है। वो इसे वाजिब बता रही है। सीधी के एसपी ने मामले की उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन दिया है।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पुलिस थाने में खड़े अर्ध-नग्न पुरुषों के एक समूह की तस्वीरें इन दिनों सोशल मीडिया (Social Media) खूब वायरल हो रही है। यकीन मानिए, इस तस्वीर के वायरल होते ही लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाने वाला 'मीडिया' शर्मसार हुआ है। क्योंकि, ये अर्धनग्न पुरुष पत्रकार हैं। और ये कारनामा किया है मध्य प्रदेश पुलिस ने। लेकिन, ये सुर्खियों में आया तब जब कांग्रेस नेता नेता राहुल गांधी ने इसे ट्वीट किया।
इस तस्वीर में दिख रहे लोगों में एक यूट्यूब पत्रकार (youtube journalist) कनिष्क तिवारी (Kanishk Tiwari) भी बताए जा रहे हैं। पत्रकारों की मानें तो, उन्हें इस हाल में इसलिए रखा गया क्योंकि वो उस व्यक्ति के समर्थन में चले गए थे जिसने बीजेपी विधायक और उसके बेटे के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
कांग्रेस बिफरी, राहुल का वार
इस मामले के सामने आने के बाद से कांग्रेस पार्टी लगातार केंद्र और राज्य सरकार पर हमलावर है। इसी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'लॉकअप में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का चीरहरण! या तो सरकार की गोद में बैठकर उनके गुणगान गाओ, या जेल के चक्कर काटो। 'नए भारत' की सरकार, सच से डरती है।'
जानें क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ये मामला नीरज नाम के थियेटर आर्टिस्ट से जुड़ा बताया जाता है। इस शख्स ने विधायक केदारनाथ शुक्ला के खिलाफ फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। तब पुलिस ने केस दर्ज कर नीरज को जेल भेज दिया। जानकारी मिलते ही नीरज के समर्थन में कुछ पत्रकार सामने आए। ये सभी पुलिस स्टेशन पहुंचे। इन पत्रकारों का आरोप है, कि पुलिस ने उनकी बेरहमी से पिटाई की और उनके कपड़े उतारकर उनकी फोटो खींची। इतना ही नहीं उस तस्वीर को वायरल भी किया।
एमपी पुलिस की निंदा
मध्य प्रदेश पुलिस के इस कारनामे की चारों ओर निंदा हो रही है। लेकिन, पुलिस का अपना ही तर्क है। वो इसे वाजिब बता रही है। हालांकि, सीधी के एसपी ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
CM शिवराज भी एक्शन में आए
अब ये मामला तूल पकड़ चुका है। जानकारी सीएम शिवराज सिंह चौहान तक पहुंची। सीएम ने पुलिस हेडक्वार्टर से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही, दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं दूसरी तरफ, पत्रकारों से दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार थाना प्रभारी मनोज सोनी और सब इन्स्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया है।