Ahmedabad Tourist Places: बहुत खूबसूरत है गुजरात का अहमदाबाद, इन स्थानों की जरूर करें सैर
Ahmedabad Famous Tourist Places: अहमदाबाद गुजरात का एक प्रसिद्ध शहर है। चलिए आज हम आपके यहां के कुछ प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के बारे मेंबताते हैं।
Ahmedabad Famous Tourist Places: अहमदाबाद या अमदावाद या अहमदाबाद भारत के गुजरात राज्य का सबसे बड़ा नगर है। यह अहमदाबाद ज़िले का मुख्यालय भी है। भारतवर्ष में यह नगर का सातवें स्थान पर है। इक्क्यावन लाख की जनसंख्या वाला ये शहर, साबरमती नदी के किनारे बसा हुआ है। 1970 में गांधीनगर में राजधानी स्थानांतरित होने से पहले अहमदाबाद ही गुजरात की राजधानी हुआ करता था। प्रारम्भ में अहमदाबाद को अशावल कहा जाता था। इस शहर की बुनियाद सन 1411 में डाली गयी थी। शहर का नाम सुलतान अहमद शाह पर पड़ा था।
क्यों प्रसिद्ध है अहमदाबाद
इसी शहर में महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम की स्थापना की और स्वतंत्रता संघर्ष से जुड़ें अनेक आन्दोलन की शुरुआत भी यही से हुई थी। अहमदाबाद ऊन की बुनाई के लिए भी काफ़ी प्रसिद्ध है। इसके साथ ही यह शहर व्यापार और वाणिज्य केन्द्र के रूप में बहुत अधिक विकसित हो रहा है। चलिए यहां के पर्यटक स्थलों के बारे में जानते हैं।
साबरमती आश्रम
साबरमती आश्रम अहमदाबाद का सबसे प्रसिद्ध स्थान है। साबरमती नदी के तट पर, यह स्थान अभी भी एक स्मारक है जहाँ आप महात्मा गांधी और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े कई प्रेरक और प्रेरक अवशेष देख सकते हैं। यहां ‘बापू’ के जीवन की जीवनियां, किताबें, फिल्में और अन्य कलाकृतियों से भरी एक लाइब्रेरी भी है। सभी गैलरीज महात्मा गांधी की विरासत को समर्पित हैं और उनमें कई कलाकृतियाँ प्रदर्शित हैं। 12 वर्षों तक कस्तूरबा गांधी और महात्मा गांधी आश्रम के एक भाग, हृदय कुंज, में रहे। यहां, आप उनके चरखे और लिखने की मेज़ सहित उनके रहने के स्थान, उनकी रसोई और शयनकक्ष देख सकते हैं।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी
आप अहमदाबाद घूमने जाएं तो स्टेच्यु ऑफ यूनिटी जरूर घूमें यह देश के गृहमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल की सबसे ऊंची मूर्ति है जो गुजरात में बनाई गई है ,जिसकी ऊंचाई 182 मीटर है और ये नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास साधु बेट टापू पर बनी है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी हफ्ते के हर दिन सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
लाल टोडरमल मंदिर
यह मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि इसकी विशेषता और आकर्षण उसकी वास्तुकला, देशीय और विदेशी भाषा की एकता, और एक समृद्ध धार्मिक अनुभव के रूप में प्रकट होती है। लाल टोडरमल मंदिर” का नाम महाराष्ट्र के शिवाजीनगर के साथ-साथ हिंदुस्तान के उद्योगपति और फिलांथ्रोपिस्ट लालचंद हिराचंद के नाम पर रखा गया है। इस मंदिर की नींव सन् 1931 में रखी गई थी और उसके बाद से यह मंदिर महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त कर चुका है।
गिरनार किला
इस किले का निर्माण 15वीं सदी में सुलतान मुहम्मद बेगड़ा द्वारा किया गया था। यह किला उस समय के गुजराती सुलतानों के शासन की यादगार है और उस समय के ऐतिहासिक घटनाओं को याद दिलाता है। गिरनार किला अहमदाबाद के पर्यटन का भी एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहां की सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और वास्तुकला की प्रेरणा दर्शाकर यह आपके पर्यटन अनुभव को और भी मनोरंजनीय और शिक्षाप्रद बनाता है।
झूलता मीनार
एक अजीब घटना है, जिसने इस जगह को झूलता मीनार मीनार का नाम दिया है। जब आप किसी भी मीनार को धीरे से हिलाते हैं तो कुछ सेकंड के भीतर दूसरी मीनार कंपन करने लगती है। यह रहस्य बहुत लंबे समय से ही शोधकर्ताओं को परेशान कर रहा है और किसी ने भी आज तक इस झूलते मीनार के बारे पता नहीं लगा पाया है। इस रहस्य के अलावा इन दोनों मीनारें खूबसूरत जटिल नक्काशी के साथ वास्तु कला का सबसे सुंदर नमूना है।