Ajeebo Gareeb Mandir: इन 5 मंदिरों में पूजे जाते है दानव, देवता की जगह राक्षस की होती है पूजा
Ajeebo Gareeb Mandir in India: भारत में कई प्राचीन और धार्मिक मंदिर है। जिनकी मान्यता से लोग वहां अलग अलग विधि से पूजा करते हैं। लेकिन भारत में कुछ ऐसे मंदिर भी है जहां दानव की पूजा की जाती है।
Ajeebo Gareeb Mandir in India: भारत में कई प्राचीन और धार्मिक मंदिर है। जिनकी मान्यता से लोग वहां अलग - अलग विधि से पूजा करते हैं। भारत में सनातन धर्म के अनुरूप प्रकृति में हर एक चीज पूजनीय है वायु, जल, जमीन, नदी, समुद्र, सूरज वृक्ष सभी का महत्व है।लेकिन आपने कभी मंदिर में राक्षसों के पूजने पर विचार किया है? नहीं समझें रूकिए विस्तार से जानिए, भारत में ऐसे 5 मंदिर है जहां भगवान की नहीं बल्कि राक्षसों की पूजा की जाती है। इन मंदिरों में देवताओं की नहीं दानवों की पूजा करने की मान्यता है। जिसका लोग अनुसरण कर रहे हैं। कहते हैं कि मंदिरों में देवताओं का वास होता है। लेकिन कुछ मंदिर ऐसे हैं जहां दानवों की पूजा होती है। आखिर क्यों इन मंदिरों में दानव का वास होता हैं। साथ ही क्यों लोग देवताओं को पूजते है। इन सभी बातों का जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलेगा। आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े।
आइए जानें देश में कहां-कहां हैं ऐसे मंदिर....
दशानन मंदिर (Dashanan Mandir)
लोकेशन: शिवाला कानपुर
कानपुर के इस मंदिर में राक्षस रावण की पूजा की जाती है। यह मंदिर 125 वर्ष प्राचीन है। यह मंदिर रामायण के रावण को समर्पित है। इस मंदिर के पीछे ये मान्यता है कि रावण एक बुद्धिमान ज्ञानी ब्राह्मण था। और साथ ही महादेव का बहुत बड़ा भक्त भी इसलिए शिवाला इलाके में महादेव के मंदिर परिसर में ही रावण को समर्पित मंदिर बनाया गया।
शकुनी मंदिर(Shakuni Mandir)
मंदिर का नाम: मलानाडा मालदेव (शकुनि) मंदिर, पवित्रेश्वरम
लोकेशन: मालानाडा, पवित्रेश्वरम, कोल्लम, केरल
ये हम सब जानते है कि महाभारत में जिस कारण पांडवों को वनवास और अज्ञातवास मिला था। वह शकुनी ही थे, वे हमेशा से नकारात्मक प्रवृति ही अपनाए। जिस कारण शकुनी की गिनती दानव में की जाती हैं। शकुनी का एक मंदिर भारत के केरल राज्य में है। यह बहुत प्राचीन मंदिर है।
पूतना मंदिर (Putna Mandir)
लोकेशन: महावन, गोकुल, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के गोकुल में पूतना राक्षसी को भी समर्पित एक मंदिर है। जिसने कृष्ण को अपने स्तन से जहरीला दूध पिलाकर मारने का प्रयास किया था। इस मंदिर में पूतना का श्री कृष्ण को दूध पिलाते लेटी हुई प्रतिम स्थापित है। जिसकी पूजा की जाती है। मंदिर की ये मान्यता है कि मरने के मकसद से ही सही पर पूतना ने मां के रूप में श्रीकृष्ण को दूध पिलाया था। वे मां तुल्य हुई। इसलिए उन्हें पूजा जाता है।
अहिरावण मंदिर (Ahiravan Mandir)
लोकेशन: पंचकुइया, झांसी, उत्तरप्रदेश
उत्तर प्रदेश के झांसी शहर में रावण के भाई अहिरावण का मंदिर है। अहिरावण को रावण के भाई के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर लगभग 300 वर्ष पुराना है। इस मंदिर में भगवान हनुमान के साथ अहिरावण और उसका भाई माहिरवण की भी पूजा की जाती है।
दुर्योधन मंदिर(Duryodhan Mandir)
लोकेशन: कोल्लम, केरल नियर शकुनी मंदिर
इस मंदिर को मालंदा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में महाभारत के मुख्य चरित्र दुर्योधन की पूजा की जाती हैं यह मंदिर शकुनी मंदिर के निकट में ही स्थित है। पूजा के दौरान इस मंदिर में अर्क, सुपारी और लाल कपड़ा चढ़ाया जाता है।