Ayodhya Deepotsav 2023: अयोध्या नगरी में दीपोत्सव पर रामायण के सातों अध्यायों निकलेगी झांकियां, ज़ोरों शोरो पर चल रहा काम

Ayodhya Deepotsav 2023: अयोध्या नगरी में दीपोत्सव की तैयारी ज़ोरों शोरों पर चल रहीं हैं इसके साथ ही साथ यहाँ रामायण के सातों अध्यायों (कांड) पर आधारित झांकियां भी निकलीं जायेंगीं।

Update:2023-11-05 08:15 IST

Ayodhya Deepotsav 2023 (Image Credit-Social Media)

Ayodhya Deepotsav 2023: अयोध्या नगरी में दीपोत्सव का भव्य आयोजन होने वाला है इसके लिए ज़ोरों शोरों में काम भी चल रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग रामायण के सातों अध्यायों (कांड) पर आधारित झांकियां भी निकलेगा।

अयोध्या नगरी में दीपोत्सव पर सातों अध्यायों पर आधारित निकलेगी झांकियां

11 नवंबर को राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य उत्सव होने वाला है जिसका काम काफी तेज़ी से चल रहा है। वहीँ उत्तर प्रदेश के सातों अध्यायों (कांड) पर झांकियां भी निकालीं जायेंगीं। इसके साथ ही साथ पंचकोसी,14 कोसी व 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर भी सजावट का काम किया जायेगा और इसके रास्ते में स्थापित मठ मंदिरों व सामाजिक स्थलों पर लगभग सात लाख दिए भी जलाये जाएंगे।

वहीँ सूत्रों से पता चला है कि इस दौरान तुलसीदास द्वारा रचित राम चरित मानस के सात अध्याय बाल काण्ड, अयोध्या काण्ड, अरण्य काण्ड, सुन्दर काण्ड, किष्किंधा काण्ड, लंका काण्ड व उत्तर काण्ड पर आधारित सात झांकियां भी निकालीं जायेंगीं। इसके साथ साथ राम रथ की झांकी भी निकाली जाएगी। इन झांकियों की शुरुआत साकेत महाविद्यालय से होगी और इसके बाद नया घाट तक जाएंगी।

सज रहीं हैं झाकियां

जहाँ 11 नवंबर को अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा वहीँ इस साल पूरी अयोध्या नगरी को करीब 21 लाख दिए जलाये जायेंगे। जिसके बाद एक और नया रिकॉर्ड बनेगा। इसके पहले भी इसमें एक रिकॉर्ड बनाया गया था जब 17 लाख से ज्यादा दीये जलाये गए थे और इसके बाद अयोध्या का दीपोत्सव का नाम गीनीज वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ था। इस बार फिर से ये रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी है। इसके साथ साथ सातों अध्यायों के लिए झाकियां भी तैयार की जा रहीं हैं। इन्हे पूरे ज़ोरों शोरो से तैयार किया जा रहा है।  

भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित ऐतिहासिक शहर अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जाता है। अयोध्या को भगवान राम का जन्मस्थान माना जाता है और हिंदू पौराणिक कथाओं में इसका महत्वपूर्ण महत्व है। इसका आयोजन दीपोत्सव दिवाली के त्योहार के दौरान मनाया जाता है, जो आमतौर पर हिंदू चंद्र कैलेंडर के आधार पर अक्टूबर या नवंबर में पड़ता है। इसे छोटी दिवाली या दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है। चंद्रमा के चक्र के आधार पर, प्रत्येक वर्ष विशिष्ट तिथि बदलती रहती है। इस वर्ष दीपोत्सव 11 नवंबर 2023 शनिवार को मनाया जाएगा।  

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