Bareilly Hanuman Mandir: बरेली के इस मंदिर में है 51 फीट की हनुमान प्रतिमा, बहुत दिलचस्प है मंदिर का इतिहास
Bareilly Famous Hanuman Mandir: अलखनाथ मंदिर बरेली शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह भगवान शिव को समर्पित है और इस क्षेत्र के भक्तों के लिए बहुत धार्मिक महत्व रखता है।
Bareilly Famous Hanuman Mandir: भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में स्थित बरेली जनपद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक के राष्ट्रीय राजमार्ग के बीचों-बीच स्थित है। प्राचीन काल से इसे बोलचाल में बांस बरेली का नाम दिया जाता रहा और अब यह बरेली के नाम से ही पहचाना जाता है। अलखनाथ मंदिर बरेली शहर में स्थित एक प्रमुख हिंदू मंदिर है। यह भगवान शिव को समर्पित है और इस क्षेत्र के भक्तों के लिए बहुत धार्मिक महत्व रखता है। बरेली को नाथों की नगरी के नाम से पहचाना जाता है। यहां के अलखनाथ मंदिर का अपना अलग महत्व है। यह मंदिर सप्तनाथ मंदिर में शामिल है और इसकी अपनी विशेषताएं हैं। चलिए आज हम आपको इस मंदिर से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताते हैं जिसे जानने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे।
ऐसे हुई स्थापना (Bareilly Famous Hanuman Mandir Story)
सैकड़ों साल पहले नैनीताल रोड पर किला क्षेत्र के आसपास घना जंगल था। जानकारों के मुताबिक उस समय वहां पर नागा संत अलखिया संत एक वट वृक्ष के नीचे कठोर तप किया करते थे। तप के दौरान उन्होंने एक शिव मंदिर की भी स्थापना की थी। जिसके चलते लोगों ने इस मंदिर का नाम पहले अलखिया रखा।
प्रवेश नहीं कर पाए थे मुगल
जानकारों के मुताबिक मुगलों के शासनकाल में कई मंदिर तोड़े गए थे। ऐसे में कई साधु-संतों ने इस जगह पर आकर शरण ली और तप किया। इस मंदिर को तोड़ने आए मुगल मंदिर के अंदर ही प्रवेश नहीं कर पाए थे। नागा संप्रदाय के पंचायती अखाड़े द्वारा संचालित इस मंदिर की पहचान दूर-दूर तक है।
मंदिर की वास्तुकला
मंदिर पारंपरिक और आधुनिक वास्तुकला शैलियों का मिश्रण दर्शाता है। इसमें जटिल नक्काशी, सुंदर कलाकृति और एक विशाल प्रांगण है। गर्भगृह में मुख्य देवता, भगवान शिव, एक शिवलिंग के रूप में स्थित हैं। मंदिर महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है, खासकर श्रावण महीने (जुलाई-अगस्त) के दौरान जब भक्त प्रार्थना करते हैं और विशेष अनुष्ठान करते हैं। महाशिवरात्रि, सावन सोमवार और कार्तिक पूर्णिमा कुछ प्रमुख अवसर हैं जिन्हें मंदिर में भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है। मुख्य मंदिर के आस पास कई अन्य देवताओं का मंदिर है। इसके अतिरिक्त यहाँ पर मंदिर परिसर में ही कई भवन है जहाँ साधु निवास करते हैं। यहाँ पर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से भी साधुओं का आना-जाना लगा रहता है।
यहां है 51 फीट की हनुमान प्रतिमा
मौजूदा समय में मंदिर के मुख्य द्वार पर 51 फीट लंबी विशालकाय रामभक्त हनुमान की प्रतिमा है। मंदिर परिसर में रामसेतु वाला पत्थर भी है जो पानी में तैरता है। इस बात का उल्लेख बरेली के प्राचीन देवालय पुस्तक में मिलता है। मंदिर का इतिहास करीब 930 वर्ष पुराना है और यहां का वट वृक्ष भी सैकड़ों साल पुराना है। वर्तमान में यहां के महंत बाबा कालू गिरि महाराज हैं। जिनकी देखरेख में मंदिर का आज भी संचालन हो रहा है। सोमवार व मंगलवार को इस मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ लगती है।