Beautiful Road Trip: राजस्थान का यह खूबसूरत रोड ट्रिप आप भी जरूर करें प्लान

Rajasthan Beautiful Road Trip: अजमेर में पुष्कर और दरगाह के अलावा एक बेहतरीन पर्यटक स्थान है, जहां आप सड़क मार्ग से घूमने जा सकते है...

Update:2024-08-06 10:06 IST

Ajmer Wonderful Place (Pic Credit-Social Media)

Ajmer Wonderful Road Trip: अजमेर में एक पहाड़ी पर बना तारागढ़ किला भारत के सबसे पुराने पहाड़ी किलों में से एक है। इस किले की रक्षा संरचना बहुत मजबूत है. पहाड़ी के ऊपर स्थित होने के कारण इसे अभेद्य माना जाता था। इस पुराने किले ने कई युद्ध और घेराबंदी देखी है और राजपूतों, मराठों और मुसलमानों का नियंत्रण देखा है। यदि आप इस किले को विजिट करना चाहते है तो आपको बहुत ही अलग और मजेदार सड़क यात्रा का सहारा लेना पड़ता है। 

कई नाम से प्रसिध्द है तारागढ़

संपूर्ण भारत के इतिहास का एक प्रतीक, अजमेर का इतिहास, चौहान राजा अजय पाल के हाथों इसके जन्म से लेकर एक शाही किले के निर्माण तक एक गौरवशाली अतीत से चिह्नित है। जिसे तारागढ़ (स्टार गढ़) या गढ़ बिठली के नाम से जाना जाता है। इस किले को अरावली पर्वतमाला के सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित भारत का पहला पहाड़ी किला होने का गौरव भी प्राप्त है। 



लोकेशन: तारागढ़ घाट, अजमेर

अजमेर के मनमोहक तारागढ़ घाट की यात्रा बहुत ही मजेदार होंगी। राजस्थान की घुमावदार सड़कें, मनमोहक दृश्य और राजसी तारागढ़ किला आपका इंतजार कर रहा है! इस सुंदर मार्ग पर राजस्थान की खूबसूरती का दिल देखें।



नजदीकी रेलवे स्टेशन(Nearest Railway Station)

  • किसी भी रेलवे स्टेशन पर उतरकर आप सड़क द्वारा तारागढ़ की यात्रा कर सकते है: 
  • अजमेर जंक्शन रेलवे से तारागढ़ की दूरी 5.05 किमी है। 
  • पुष्कर टर्मिनस से तारागढ़ की दूरी 18.36 कि.मी है। 
  • ब्यावर रेलवे स्टेशन जो की पाली शहर में है, यहां से तारागढ की दूरी 56.14 किमी है।

अजमेर में ये जगह जरूर घूमें 

अजमेर में दो दिन में घूमने लायक जगहें हैं- जिसमें आना सागर झील, अढ़ाई दिन का झोपड़ा, अकबर का महल, दुर्गा बाग गार्डन, रूपनगढ़ किला, फॉय सागर झील, तारागढ़ किला, सांभर झील।



तारागढ़ किले के बारे में

अजमेर स्थित तारागढ़ किला सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों में से एक है, जहां हर महीने हजारों पर्यटक आते हैं। इस जगह को पहले अजयमेरु दुर्ग कहा जाता था अजमेर में तारागढ़ किला जिसे कई लोग स्टार फोर्ट के नाम से जानते हैं, का निर्माण बारहवीं शताब्दी में चौहान वंश द्वारा किया गया था, जिन्होंने दिल्ली और अजमेर दोनों पर शासन किया था। इसका इतिहास 8वीं शताब्दी से जुड़ा है और यह वास्तुकला की कालातीत सुंदरता और आश्चर्य का जीवंत उदाहरण है। अजमेर शहर के मनमोहक दृश्य को देखने के लिए अपनी अगली यात्रा पर अजमेर में पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस किले पर जाएँ। इसकी समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि इसे इतिहास के प्रति उत्साही और ऐतिहासिक चमत्कारों को देखने के इच्छुक यात्रियों के लिए एक ज़रूरी यात्रा गंतव्य बनाती है।


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