घूमने का मन बनाया तो Ooty की वादियों का मजा लीजिए, दीवाना बना देगी यहां की जगहें
ऊटी भारत के तमिलनाडु का एक शहर और हिल स्टेशन है। ऊटी का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है।
ऊटी : भारत के तमिलनाडु राज्य का एक शहर और हिल स्टेशन है।कोई भी हिल स्टेशन हो या पहाड़ सहस ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन्हीं में से एक है पहाड़ों की रानी ऊटी। जहां पर अधिकतर नए कपल जाते हैं। यह एक बेहतरीन हनीमून डेस्टिनेंशन है। ऊटी की खूबसूरत पहाड़ियां लंबी और अद्भुत श्रृंख्ला है। प्रेमी जोड़ों के लिए यह सबसे पसंदीदा जगह है। जहां अधिकतर नए शादीशुदा जोड़े जाना पसंद करते हैं।
अगर आप भी कोरोना और लॉकडाउन के बाद किसी अच्छी जगह जाने का मन बना रहे हैं तो ऊटी अच्छा विकल्प है। जहां जाकर कुछ वक्त चैन से बिता सकते हैं। जानते हैं ऐसा क्या है ऊटी में जो सबको आकर्षित करता है।नीलगिरी की पहाडियां जिसे ब्लू माउंटेन कहते हैं और यहां के चाय बगान विश्व प्रसिद्ध है। फिल्मों की शूटिंग के लिए भी अच्छी जगह है।
समुद्रतल से लगभग 7,440 फीट की ऊंचाई पर उटी के चारों तरफ फैली हरियाली, चाय के बागान, आयुर्वेदिक जड़ीबुटियों खुशबू के साथ लोगों की भीड़ काफी है इस जगह के लिए।
वैसे तो पूरा शहर ही घूमने लायक है, लेकिन यहां दोदाबेट्टा पीक, लैम्ब्स रॉक, कोडानाडू व्यू प्वाइंट, बोटेनिकल गार्डन्स, अपर भवानी झील, नीलगिरी माउंटेन रेलवे के अलावा फूस की छतवाले चर्च, खूबसूरत सड़के और सुंदर कॉटेज जैसी चीजें देखने लायक हैं।
रोमांच का अनुभव देता झील
ऊटी जाए और यहां के झील में नौका विहार नहीं किया तो क्या किया। पहाड़ों के बीच में झील के अंदर नौकायन अलग ही अनुभव और रोमांच देता है। जो पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करता है। यहां हर साल लाखों लोग आते हैं। इपनी
डोडाबेट्टी ऊटी की सबसे ऊंची श्रृंख्ला है। जो बहुत खूबसूरत हैं। यहां आस-पास कई तरह के पेड़ पौधे है जो लोगों को अपनी तरफ खींचते हैं। यहां बड़े-बड़े चीड़ के पेड़ भी बहुतायत है। जिनमें मदुमलाई वन्यजीव अभ्यारण्य, कोटागिरी और कलहट्टी जलप्रपात शामिल है।
करोड़ों साल पुराने पेड़ के निशान
नीलगिरी की पहाड़ियों में बसा हुआ ऊटी हर साल पर्यटक आते हैं यहां सालभर मौसम मस्त रहता है। सर्दी के समय तापमान शून्य डिग्री से भी नीचे चला जाता है।यहां का बोटोनिकल गार्डन नेचर लवर के सबसे पसंदीदा जगह है। यहां एक पेड़ के जीवाश्म संभाल कर रखे गए हैं, जिसके बारे में माना जाता है कि यह 2 करोड़ वर्ष पुराना है। इसके अलावा यहां पेड़-पौधों की 650 से ज्यादा प्रजातियां देखने को मिलती है।
ऊटी के पर्वत व वादियां पर्यटकों को लुभाते हैं। यहां की मसालेदार चाय तो लोगों की बनाई चॉकलेट भी बहुत पसंद की जाती है। यहां आपको चाइनीज खानपान के अलावा दक्षिण भारतीय भोजन भी मिलता है। यहां आसानी से आज भी पुराने समय में भाप इंजन से चलने वाली ट्रेन देख सकते हैं। इस ट्रेन के जरिए आस-पास की जगहें घूम सकते हैं तो देर किस बात की लॉकडाउन खत्म होते ही एक बार धूम आइए ये खूबसूरत हिल स्टेशन और खुद को कर लीजिए तरोताजा।