Best Tourism Village Award 2024: भारत के इस गांव को मिला है बेस्ट टूरिज्म का अवार्ड, यहां जानें डिटेल्स

Best Tourism Village Award in India 2023: भारत में एक ऐसा गांव है जिसे बेस्ट टूरिस्ट विलेज के अवार्ड से नवाजा गया है, चलिए जानते है इस दिलचस्प गांव के बारे में...

Update:2024-07-01 19:02 IST

Best Tourism Village Award 2024: आपको पता है भारत में एक ऐसा भी गांव है जिसे बेस्ट टूरिस्ट प्लेस के अवार्ड से नवाजा गया है। यह गांव अपने आप में भारतीय संस्कृति और प्रकृति के सुंदर नजारों से धनी है। हम बात कर रहे है, अरुणाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव शेरगांव की, जहां बेमिसाल प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलती है। यह छोटा सा गांव ऊंचे पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां से साफ पानी वाली नदियां बहती हैं। यहां जंगली फूल और अलग-अलग झाड़ियां भी है, जो इस जगह की खूबसूरती में चार चांद लगा देती हैं। यहां पर प्राकृतिक सुंदरता बरकरार है। यह पैदल घूमने, जीवन में भागदौड़ से ब्रेक लेकर थमने और प्रकृति की हर चीज़ का आनंद लेने के लिए एकदम उचित विकल्प है।

मिल चुका है इस गांव को अवार्ड (Best Tourist Village Award Winning Place)

अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग जिले में स्थित एक खूबसूरत गांव है। जिसका नाम शेरगांव है, यहां हाल ही में पर्यटन में तेजी से उछाल देखा गया है। शेरगांव को सिल्वर कैटेगरी में 2023 के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के रूप में मान्यता दी गई है। शेरगांव हिमालय की गोद में बसा है, जो पन्ना के जंगलों और बर्फ से ढकी चोटियों को अपने में समेटे हुए है। यह गांव संस्कृति और प्रकृति का एक आदर्श मिश्रण प्रस्तुत करता है। यह गांव शांति चाहने वाले पर्यटकों को अपनी शांत प्रकृति और अज़ुलमपु नृत्य, ज़ाम नृत्य, प्रिदोछेपची महोत्सव जैसी करिश्माई प्रदर्शन कलाओं से आनंदित करता है।


कब जाए घूमने

यह जगह एक सुखद जलवायु, लुभावने परिदृश्य और एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत प्रदान करती है। जो इसे घूमने के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाती है, खासकर अक्टूबर से मार्च तक जब हिमालय के दृश्य सबसे शानदार होते है, उस वक्त यहां जाना सबसे ज्यादा मजेदार होता है।यह गाँव कई ऐतिहासिक स्मारकों और घूमने लायक जगहों का घर है। यह अपनी कई गतिविधियों के साथ साहसिक आत्माओं को भी पूरा करता है।


कैसे पहुंचे शेरगाँव (How To Reach Shergaon)

शेरगांव पहुंचने का सबसे आसान तरीका निजी टैक्सी हैं। आप गुवाहाटी से भी शेरगांव पहुंच सकते है। टैक्सी फॉर नॉर्थईस्ट ट्रैवल एजेंसी आरामदायक और किफायती टैक्सी सेवाएं प्रदान करती है। यह उन यात्रियों के लिए आदर्श हैं जो अपनी अनुसार इस खूबसूरत क्षेत्र का पता लगा सकते हैं। गुवाहाटी से शेरगांव तक की यात्रा में लगभग 295 किलोमीटर दूर है, यहां आने में 10 घंटे लगते हैं, इस सफर के दौरान यात्री रास्ते में कई दिलचस्प जगहों पर रुक सकते हैं।


इस गांव को मिलता है अंतर्राष्ट्रीय स्तर से सहयोग

गांव की पर्यटन और पर्यावरणीय स्थिति में सुधार के लिए राज्य पर्यटन बोर्ड, गांव, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जैसे भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ, ग्लोबल टाइगर फोरम आदि के सहयोग भी इस गांव को मिल रहे है। प्रकृति और संस्कृति उन्मुख पर्यटन यह गांव अपने प्राकृतिक आकर्षण और अनूठी संस्कृति को बढ़ावा देता है। जंगल, झरने, गुफाओं और स्थानीय विरासत के साथ बागों को भी महत्व देता है। 


शेरगांव का हिडेन जेम (Hidden Gems Of Shergaon)

शेरगांव में चोस्कोरोंग झरना छिपे हुए खजाने की तरह है। इसे छिपा हुआ इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह झरना मुख्य सड़क से दूर घने पेड़ों के बीच स्थित है और बाहरी दुनिया को दिखाई नहीं देता है। झरने तक पहुँचने के लिए थोड़ी पैदल यात्रा करनी पड़ती है। सिर्फ़ झरना ही खूबसूरत नहीं है, यहाँ तक कि झरने तक पैदल चलने के समय भी कई सुंदर दृश्य दिखाई देते हैं, जैसे लकड़ी के पुल, नदियाँ, फलों का बाग और ख़ुरमा से लदे कई पेड़ बहुत रंगीन लग रहे थे।




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