Bhopal Mata Rani Mandir: बहुत प्रसिद्ध है भोपाल के ये दुर्गा माता मंदिर, चमत्कारों से भक्त हो जाते हैं हैरान

Bhopal Famous Mata Rani Mandir: भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी है जो काफी प्रसिद्ध है। चलिए आज यहां के कुछ देवी मंदिरों के बारे में जानते हैं।

Update: 2024-04-02 05:28 GMT

Bhopal Mata Rani Mandir : भोपाल भारत देश में मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी है और भोपाल जनपद का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। भोपाल को राजा भोज की नगरी तथा 'झीलों की नगरी' भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ कई छोटे-बड़े तालाब हैं। आज हम आपको यहां के देवी मंदिरों के बारे में बताते हैं।

कफ्र्यू वाली माता मंदिर भोपाल

पुराने भोपाल शहर में सोमवारा चौक पर मां भवानी का मंदिर स्थापित है, जिसे कफ्रर्यू वाली माता मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस नाम के पीछे भी दिलचस्प इतिहास है। यहां बसे पुराने लोग बताते हैं कि कि पहले यहां पर चबूतरे पर अस्थायी रूप से देवी स्थापना होती थी। चालीस साल पहले यानी 1982 के अक्टूबर माह में समिति ने विधि-विधान से स्थायी रूप से माता की स्थापना कर दी। इस बात का पता चलते ही प्रशासन ने बलपूर्वक प्रतिमा हटाकर शीतलदास की बगिया के मंदिर में रखवा दी। इस घटना से जनमानस में रोष फैल गया। स्थिति बिगड़ने पर समिति के सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उसी दिन शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। तभी से इस जगह का नाम कर्फ्यू वाली माता पड़ गया।

कफ्र्यू वाली माता मंदिर भोपाल

काली माता मंदिर भोपाल

राजधानी भोपाल के छोटे तालाब के पास स्थित काली माता मंदिर है, जो वषों से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है। कहा जाता है यहां पहले माता मंदिर की एक छोटी सी मढ़िया हुआ करती थी। लेकिन अब विशालकाय भव्य मंदिर का निर्माण हो चुका है। बता दें कि शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के दौरान यहां सुबह से लेकर देर रात तक भक्‍तों की लाइन लगी रहती है। जहां भोपाल समेत आसपास के लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। ऐसी मान्‍यता है कि यहां जो भक्‍त मां काली से मन्‍नत मांगने आता है, वह कभी खाली हाथ वापस नहीं लौटता है।

काली माता मंदिर भोपाल

सिद्धिदात्री पहाड़वाला मंदिर भोपाल

भोपाल के कोलार इलाके में पहाड़ पर स्थित इस मंदिर को सिद्धदात्री पहाड़वाला मंदिर कहा जाता है। स्थानीय लोग इसे जीजी बाई का मंदिर भी कहते है। इस मंदिर कि अनूठी परंपरा यह है कि यहां आने वाले लोगों की हर मनोकामना पूरी होती है और मनोकामना पूरी होने के बाद भक्त मां के चरणों में जूते-चप्पल व सैंडल चढ़ाते हैं।

सिद्धिदात्री पहाड़वाला मंदिर भोपाल

कंकाली माता मंदिर भोपाल

यह मंदिर चमत्कारिक है। वैसे तो आमतौर पर माता कंकाली की मूर्ति की गर्दन तिरछी होती है लेकिन कहा जाता है कि नवरात्र के दौरान मूर्ति अचानक सीधी हो जाती है। माता के इसी चमत्कार को देखने के लिए भाड़ी संख्या में श्रद्धलुओ की भीड़ लगती है। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त नवरात्रि के दौरान मां की गर्दन को सीधा देखता है, उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं।

कंकाली माता मंदिर भोपाल

मां हरसिद्धि मंदिर भोपाल

भोपाल से 35 किमी दूर स्थित ग्राम तरावली में मातारानी का एक विशेष मंदिर है, जहां नवरात्र में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। इस मंदिर में मां जगदंबा हरसिद्धि के रूप में विराजित हैं। मान्यता है कि यहां जो भी व्यक्ति किसी कामना को लेकर अर्जी लगाता है, वह जरूर पूरी होती है। तरावली स्थित मां के हरसिद्धि धाम में श्रद्धालु अपनी कामना की पूर्ति हेतु उल्टी परिक्रमा लगाकर माता के दरबार में अर्जी लगाते हैं। जब उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है, तब श्रद्धालु पुन: माता के दरबार में पहुंचकर सीधी परिक्रमा लगाते हैं।

मां हरसिद्धि मंदिर भोपाल


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