Bhukailash Temple History: बहुत खास है तेलंगाना का भू कैलाश मंदिर, करें अध्यात्म का एहसास
Bhukailash Temple Tandur History: तेलंगाना भारत का एक बहुत खूबसूरत राज्य है। यहां एक से बढ़कर एक खूसबूरत जगह मौजूद है। चलिए यहां के भू कैलाश मंदिर के बारे में जानते हैं।
Bhukailash Temple Tandur History: भूकैलाश मंदिर भारत के तेलंगाना राज्य में तंदूर शहर के मध्य में स्थित है, यह मंदिर समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्थापत्य प्रतिभा का प्रतीक है। इस मंदिर को लोकप्रिय रूप से वॉटर थीम टेम्पल भूकैलाश भी कहा जाता है। आइए इतिहास, समय और इस भव्य मंदिर तक पहुंचने के तरीके के बारे में गहराई से जानें।
भू कैलाश टेंपल हिस्ट्री (Bhukailash Temple History)
बीस साल पहले, अंतराम टांडा के एक शिव भक्त वासुपवर्नायक ने नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर का दौरा किया। वहां चार साल बिताने और सेवा गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने के बाद, उनकी इच्छा अपने गृहनगर में एक शिव मंदिर बनाने की हुई। अपने भाई के साथ अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए, शंकरपवार नाइक, उन्होंने संयुक्त रूप से मंदिर के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया। उनके रियल एस्टेट व्यवसाय की आय का पचास प्रतिशत मंदिर के निर्माण के लिए आवंटित किया गया था।
भूकैलाश मंदिर तंदूर में, भगवान शिव की पूजा करने का पारंपरिक तरीका एक अनोखा मोड़ लेता है। भक्त सीधे देवता के पास नहीं जाते; इसके बजाय, वे पानी के माध्यम से एक शांत यात्रा पर निकलते हैं, सुखदायक वातावरण के बीच चलते हुए परमात्मा से जुड़ते हैं। इस विशिष्ट अनुभव में पानी में डूबे द्वादश ज्योतिर्लिंगों का स्पर्श शामिल है, जो तीर्थयात्रा में आध्यात्मिक महत्व की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है।
भूकैलाश मंदिर विवरण (Bhukailash Temple Overview)
दर्शनीय परिवेश: हरे-भरे पेड़ों से सजे एक विशाल प्रांगण के भीतर स्थित, भूकैलाश मंदिर एक सुरम्य वातावरण प्रदान करता है जो आगंतुकों को तुरंत मंत्रमुग्ध कर देता है।
राजसी शिव मूर्ति: मंदिर परिसर में प्रवेश करने पर, भगवान शिव की 65 फुट की विशाल मूर्ति से स्वागत होता है, जो दिव्य उपस्थिति और शक्ति के राजसी प्रतीक के रूप में खड़ी है।
अनोखा जल पथ: एक विशेष व्यवस्था आगंतुकों को शांत पानी के माध्यम से मंदिर के अंदर एक अनोखे रास्ते पर चलने के लिए आमंत्रित करती है। यह जल मार्ग द्वादश ज्योतिर्लिंगों के विसर्जन की ओर ले जाता है, जो एक विशिष्ट अनुष्ठानिक अनुभव के साथ आध्यात्मिक यात्रा को बढ़ाता है।
भूकैलाश मंदिर का समय (Bhukailash TempleTiming)
मंदिर सुबह से शाम तक भक्तों के लिए खुला रहता है, जिससे उन्हें भगवान शिव की दिव्य उपस्थिति का अनुभव होता है।
सुबह: 7:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
शाम: दोपहर 2:00 बजे से रात 8:00 बजे तक
भूकैलाश मंदिर तंदूर टिकट की कीमत
भूकैलाश मंदिर तंदूर सभी भक्तों के लिए खुला है, और मंदिर में आने के लिए प्रवेश शुल्क या टिकट की कीमत 100/- रुपये है।