Bihar Famous Tourist Place: बिहार के राजगीर में देखें ये बेहतरीन स्पॉट्स, खुश की देंगे यहां के नजारे
Best Spots in Rajgir Bihar: बिहार भारत का एक प्रसिद्ध राज्य है जहां पर घूमने फिरने के लिए कई सारे स्थान मौजूद है। चलिए आज हम आपके यहां की कुछ शानदार डेस्टिनेशन के बारे में बताते हैं ।
Best Spots in Rajgir Bihar : मोदी सरकार ने साल 2024 का बजट पेश कर दिया है। इस बजट में बिहार के लिए जैसे खजाना खोल दिया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है। उसमें राजगीर को ग्लोबल लेवल डेस्टिनेशन की तर्ज पर बनाने का ऐलान किया गया है। राजगीर बिहार का बहुत प्राचीन शहर है और इसे मगध की राजधानी के रूप में पहचाना जाता है। कुदरत के नजरों के कारण यह जगह छोटी है लेकिन फिर भी देश-विदेश में मशहूर है। यहां पर पांच पहाड़ियों और नदियां मौजूद है जो प्रकृति की सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करती है। राजगीर में घूमने के लिए स्थान मौजूद है जो पर्यटकों को आकर्षित करने का काम करते हैं। अगर आप भी राजगीर घूमने जाना चाहते हैं तो हम आपके यहां के पर्यटक स्थलों के बारे में बताते हैं।
जापानी स्तूप (Japanese Stupa)
राजगीर में जापानी स्तूप को विश्व शांति स्तूप भी कहा जाता है। यह 400 मीटर की ऊँचाई पर गृद्धकूट पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। इस स्तूप का निर्माण जापानियों ने विश्व शांति के प्रतीक के रूप में किया था। यह एक संगमरमर का स्तंभ है जिसमें आप बुद्ध की चार स्वर्ण प्रतिमाएँ देख सकते हैं जो उनके जन्म, ज्ञान, उपदेश और अंत में उनकी मृत्यु सहित उनके जीवन के विभिन्न चरणों को दर्शाती हैं। इस जगह पर जाए बिना राजगीर की सैर अधूरी है।
वेणुवन (Venuvan)
इस पार्क के पीछे का इतिहास कहता है कि यह क्षेत्र राजा बिम्बिसार द्वारा भगवान बुद्ध को निवास के लिए दान किया गया था। यह एक बांस का बाग हुआ करता था। आज, आप इस पार्क में जा सकते हैं जहाँ आपको कई प्रकार के बांस, फूल और यहाँ तक कि एक तालाब भी मिल सकता है। यह राजगीर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है जिसे आपको इस शहर की अपनी यात्रा पर अवश्य देखना चाहिए।
गिद्ध की चोटी (Vulture Peak)
गिद्धकूट के नाम से मशहूर गिद्ध शिखर राजगीर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यह बौद्ध धर्म के लोगों के लिए एक तीर्थ स्थल है। यह उन तीन जगहों में से एक है जहाँ गौतम बुद्ध ने कई सालों तक उपदेश दिए थे। यह शिखर 400 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस शिखर का नाम इसके आकार के कारण रखा गया है, जो गिद्ध जैसा दिखता है। आप राजगीर के गिद्ध शिखर से अद्भुत नज़ारे का आनंद ले सकते हैं और यहाँ पक्षियों को देखने में भी समय बिता सकते हैं।
सप्तपर्णी गुफाएं (Saptaparni Caves)
वैभव पहाड़ियों पर स्थित सप्तपर्णी गुफाएँ वह पहला स्थान थीं जहाँ बौद्ध परिषद आयोजित की गई थी। इस परिषद का नेतृत्व महाकश्यप ने किया था जिसमें 500 से अधिक भिक्षुओं ने भाग लिया था।
ग्लास ब्रिज (Glass Bridge)
बिहार का पहले व भारत का दूसरे ग्लास ब्रिज राजगीर में स्थित है। पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध इस ब्रिज पर चलने के बाद एक बेहद ही अद्भुत व सुखद अनुभव होगा। इस ग्लास ब्रिज से हर तरफ प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलती है। इस हरे भरे व सुंदर वातावरण में इस ग्लास ब्रिज पर चलना लोगों में रोमांच भर देता है। राजगीर की यात्रा इस पुल के बिना अधूरी मानी जाती है। हर दिन सैंकड़ों पर्यटक इस पुल पर चलने का एण्ड उठाते हैं।