Chhattisgarhi Food: दाल चावल खा कर हो गए हैं बोर, जरूर ट्राई करें छत्तीसगढ़ के ये व्यंजन
Chhattisgarhi Food: हर राज्य की अपनी परंपरा और स्वाद होता है जो अक्सर ही बाहर के लोगों को आकर्षित करता है। चलिए आज हम आपको छत्तीसगढ़ के कुछ स्वादिष्ट व्यंजनों से रूबरू करवाते हैं।
Chhattisgarhi Food : हर राज्य की और हर शहर की अपनी-अपनी परंपरा और स्वाद होता है। छत्तीसगढ़ी कैसा राज्य है जो बेहतरीन संस्कृति परंपरा और खान-पीन के मामले में धनी माना जाता है। 12 महीने में यहां कुछ भी बनाया जाए लेकिन ठंड के चार महीने काफी खास होते हैं। छत्तीसगढ़ी लोग इस समय में धान की कटाई, मिसाई और कुटाई करते हैं। इस समय खेत खलियानों से धान को घर में लाया जाता है और फिर कई तरह के पारंपरिक पकवान बनाकर स्वाद का आनंद लिया जाता है। चलिए आज आपको इन्हीं व्यंजनों के बारे में बताते हैं।
बासी और टमाटर चटनी
छत्तीसगढ़ के लोग सर्दियों के दिनों में धूप में बैठकर बासी खाते हैं। यहां पर रात में बचे हुए चावल को पानी में भिगोकर दूसरी सुबह पानी से धोने के बाद उन्हें दही या छाछ में नमक मिलाकर मिक्स किया जाता है। इसके साथ टमाटर धनिया और मिर्च को सिलबट्टे में पीसकर चटनी बनाई जाती है और मूली के टुकड़े के साथ इस खाया जाता है। यह छत्तीसगढ़ का सबसे पारंपरिक व्यंजन है।
फरा और चीला
नए चावल के आटे से तैयार किया गया फरा और चीला बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन है। सर्दियों में यह छत्तीसगढ़ के हर घर में आपको मिल जाएगा। आटे को घुटने के बाद उसे लंबाई में बेलकर भाप में पकाया जाता है। फिर इसे धनिया, मिर्ची, टमाटर और जीरा से छौंक लगाकर खाया जाता है। इस गुड़ और शक्कर या फिर तेल में भी बनाया जाता है।
चौसेला रोटी
यह भी एक स्वादिष्ट व्यंजन है या यह कहे कि चावल के आटे की पूरी है। आटे को गूथकर इसे तैयार किया जाता है और यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगती है। इसे टमाटर की चटनी या फिर पुडिंग के साथ सर्व किया जाता है।
मुठिया
उड़द की दाल और चावल दोनों से ही मुठिया तैयार किया जाता है। उड़द की दाल को भिगोकर पीसा जाता है और फिर उसमें नमक और तेल डालकर मुट्ठी बांधकर तैयार किया जाता है। फिर इसे बाप में पका कर सरसों जीरा और कढ़ी पत्ते से फ्राई किया जाता है। चावल के आटे की मुठिया बनाने के लिए गर्म पानी में आटा गूथकर नमक, तिल और धनिया मिर्च डालकर इसे तैयार किया जाता है फिर जीरा और सरसों से छौंक लगाया जाता है।