Famous Places of Tawang: आखिर तवांग की इस जगह पर क्यों चीन की नजर, जानें यहां के अन्य फेमस पर्यटन स्थलों की खासियत

Famous places of Tawang: पिछले दो सालों से तवांग का नाम हर न्यूजपेपर के हेडलाइंस से लेकर न्यूज चैनल तक में छाए हुए हैं। जिसका बड़ा कारण है भारत-चीन युद्ध।

Report :  Anupma Raj
Update:2022-12-29 09:22 IST

Famous Places of Tawang (Image: Social Media)

Famous Places of Tawang: पिछले दो सालों से तवांग का नाम हर न्यूजपेपर के हेडलाइंस से लेकर न्यूज चैनल तक में छाए हुए हैं। जिसका बड़ा कारण है भारत-चीन युद्ध। दरअसल तवांग को लेकर दोनों ही देशों के बीच झड़प तक देखी गई है। देश के इस खूबसूरत शहर पर चीन की नजर है। लेकिन तवांग भारत चीन युद्ध के अलावा पर्यटकों के बीच भी मशहूर है। वजह है इसकी खूबसूरती और यहां के पर्यटन स्थल। तो आइए जानते हैं विस्तार से तवांग के बारे में और यहां के खूबसूरत पर्यटन स्थल के बारे में:

जानें तवांग के बारे में

दरअसल तवांग अरुणाचल प्रदेश राज्य में स्थित है। यह पर्यटन स्थल इस राज्य के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में है जो भूटान की सीमा से सटा हुआ हैं। बता दें कि तवांग समुद्र तल से करीब 2669 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। इतना ही नहीं तवांग पर्यटन स्थल को दलाई लामा की जन्म स्थली के रूप में भी जाना जाता हैं। दरअसल तवांग में कई आकर्षित मठ बने हुए है जोकि बौद्ध भिक्षुओं के लिए बेहद ख़ास महत्व रखते है। यही वजह है भारत और चीन युद्ध का क्योंकि चीन की नजर इन मठों पर हैं। तवांग धार्मिक दृष्टि से भी काफी अहम है और यह धार्मिक महत्व की भूमि है जोकि अपनी प्राकृतिक सुंदरता और खूबसूरत से घिरे इन पवित्र स्थलों की वजह से पर्यटकों की पसंदीदा जगह बन चुकी हैं। हर साल पर्यटक दूर दूर से यहाँ घूमने के लिए आते हैं। तो आइए जानते हैं तवांग के कुछ फेमस पर्यटन स्थल के बारे में:

तवांग मठ (Tawang Monastery)

तवांग मठ गोल्डन नामग्याल ल्हासे के नाम से भी मशहूर है। बता दें कि तवांग मठ (तवांग मोनेस्ट्री) अरुणाचल प्रदेश के प्रमुख रत्नों या कह सकते हैं कि प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह खूबसूरत और आकर्षित स्थान समुद्र तल से करीब 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मठ का दर्जा प्राप्त हैं, हालांकि पहले स्थान पर ल्हासा मठ हैं।

Tawang Monastery

जानकारी के लिए बता दें कि यह 400 साल पुराना मठ है और इस मठ को एक बड़ी हवेली के रूप में निर्मित किया गया था। जोकि 300 से भी अधिक भिक्षुओं के लिए आश्रय स्थल के रूप में अब जाना जाता हैं। ये वही मठ है जिसे चीन अपने हिस्से में करना चाहता है। जिसका विरोध भारत करता है क्योंकि यह भारत के क्षेत्र में हैं। यह मठ ही एक कारण है भारत और चीन के बीच युद्ध का।

नूरानांग जलप्रपात (Nuranang waterfall)

नूरानांग जलप्रपात (Nuranang Waterfall) पर्यटकों को अपनी ओर काफी आकर्षित करता हैं। तवांग के खूबसूरत जंगल में स्थित यह बेहद खूबसूरत वॉटरफॉल देश के सबसे अच्छे झरनों में गिना जाता हैं और पर्यटक झरने के पास अक्सर पिकनिक मनाने के लिए आते हैं।

Nuranang waterfall

झरने का पानी लगभग 100 मीटर की ऊँचाई से गिरता हैं। आपको बता दें कि यह वॉटरफॉल नूरनांग नदी का एक अहम हिस्सा जोकि सेला दर्रे से निकलता है।

गोरीचेन पीक (Gorichen Peak)

तवांग के फेमस पर्यटन स्थल में गोरीचेन पीक भी प्रमुख है। यह अरुणाचल प्रदेश राज्य की सबसे ऊंची चोटी है। बता दें कि यह अरुणाचल प्रदेश के तवांग और पश्चिम कामेंग जिले के बीच में स्थित हैं और समुद्र तल से करीब 22,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित हैं।

Gorichen Peak

गोरीचेन पीक और तवांग के बीच की दूरी तकरीबन 57 किलोमीटर हैं। ऐसे पर्यटक जिन्हें ट्रैकिंग का शौक हैं उन्हें गोरीचेन पीक की यात्रा जरूर करना चाहिए। टॉप उच्तम शिखर को सा-नगा फु के नाम से जाना जाता हैं।

सेला दर्रा (Sela Pass)

सेला दर्रा तवांग का प्रसिद्ध स्थान हैं जोकि हिमालयी विस्टा में सबसे खूबसूरत जगह या पर्यटन स्थल के लिए जाना जाता है। दरअसल सेला पास को अरुणांचल प्रदेश के लोगो की जीवन रेखा भी माना जाता हैं। क्योंकि सेला दर्रा और सेला झील को अरुणाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है।

Sela Pass

बता दें दर्रा की रहस्यवादी सौंदर्यता यहाँ आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। भारत के पूर्वोत्तर में यह प्रकृति के आकर्षण का सुन्दर उदाहरण और नमूना है। यह स्थान पूरी तरह बर्फ से ढंका हुआ रहता हैं और समुद्र तल से 4170 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हैं। यह घूमने के लिए बेहद खूबसूरत जगह है।

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