Famous Temples of Varanasi: काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा नए साल पर होती है वाराणसी की इन मंदिरों में काफी भिड़
Famous Temples of Varanasi: भगवान शिव की नगरी वाराणसी धार्मिक, खूबसूरत और लोकप्रिय शहर है, जो दुनियाभर में पॉपुलर है। वाराणसी अपने घाटों (Famous Ghat in Varanasi) के लिए भी मशहूर है।
Famous Temples of Varanasi: भगवान शिव की नगरी वाराणसी धार्मिक, खूबसूरत और लोकप्रिय शहर है, जो दुनियाभर में पॉपुलर है। वाराणसी अपने घाटों (Famous Ghat in Varanasi) के लिए भी मशहूर है। अगर आप नए साल की शुरुआत भगवान के आशीर्वाद के साथ करना चाहते हैं तो वाराणसी में बहुत सारे ऐसे मंदिर हैं जहां हर साल नए साल के मौके पर भक्तों की भारी भीड़ होती है। तो आइए जानते हैं कि काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) के अलावा वाराणसी के कुछ अन्य मशहूर मंदिर के बारे में:
ये हैं वाराणसी के मशहूर मंदिर (Famous Temples of Varanasi)
काशी विश्वनाथ मन्दिर, वाराणसी (Kashi Vishwanath Temple, Varanasi)
काशी विश्वनाथ मंदिर दुनियाभर में काफी मशहूर है। वाराणसी में पवित्र गंगा नदी के पश्चिमी तट पर स्थित, भगवान शिव को समर्पित मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव हैं, जिन्हें विश्वनाथ या विश्वेश्वर के नाम से भी जाना जाता है जिसका अर्थ है 'ब्रह्मांड का शासक'।
काशी विश्वनाथ मंदिर को भगवान शिव की नगरी के रूप में भी जाना जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर की मीनार को 800 किलो के सोने से तैयार किया गया है। बता दें इस मंदिर में रोजाना 3,000 भक्त आते हैं और खास उत्सव के मौके पर तो इस मंदिर में आने वाले लोगों की संख्या 1,00,000 तक पहुंच जाती है। साथ ही मालवीय जी स्थपित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित नया विश्वनाथ मन्दिर जो बिड़ला जी द्वारा निर्मित है, यहां लाखों लोगों की भीड़ होती है। भगवान शिव सहित उनके परिवार का दर्शन नए साल के मौके पर जरूर करें।
संकट मोचन मंदिर, वाराणसी (Sankat Mochan Mandir, Varanasi)
भगवान सियाराम और हनुमान जी का यह संकट मोचन हनुमान मंदिर अस्सी नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर भगवान राम और हनुमान जी को समर्पित है। इस मंदिर को साल 1900 के दशक में स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा बनाया गया था।
वाराणसी हमेशा संकट मोचन मंदिर से जुड़ा रहा है और इस मंदिर को पवित्र शहर का एक अनिवार्य हिस्सा भी माना जाता है। वाराणसी आने वाला हर व्यक्ति इस मंदिर में दर्शन करने के लिए और भगवान सीताराम और हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए जरूर जाता है। इस मंदिर में चढ़ाए जाने वाले लड्डू मूल रूप से भक्तों के बीच काफी बेहद प्रसिद्ध हैं। संकट मोचन मंदिर नए साल के मौके पर जरूर जाएं।
तुलसी मानस मंदिर, वाराणसी (Tulsi Manas Temple, Varanasi)
साल 1964 में निर्मित, यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है और इसका नाम संत कवि तुलसी दास के नाम पर रखा गया है। बता दें यह वास्तुकला की शिखर शैली को प्रदर्शित करता है और मंदिर की दीवारों पर राम चरित मानस के विभिन्न शिलालेखों को दिखाया गया है।
इस मंदिर कि खास बात यह है कि मंदिर की ऊपरी मंजिल पर भी रामायण के विभिन्न प्रसंगों को नक्काशी के रूप में चित्रित किया गया है। आपको बता दें कि इस मंदिर में जुलाई से अगस्त के महीनों में कठपुतलियों का एक विशेष खेल प्रदर्शन होता है, आप जब भी इस समय पर बनारस घूमने जाएं, तो प्रसिद्ध तुलसी मानसा मंदिर के दर्शन करना बिल्कुल ना भूलें। साथ ही तुलसी मानस मंदिर आप नए साल के मौके पर भी जरूर जाएं।
मां अन्नपूर्णा मंदिर, वाराणसी (Maa Annapurna Temple, Varanasi)
मां अन्नपूर्णा का ये खूबसूरत और लोकप्रिय मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ही स्थित है। आपको बता दें कि मां अन्नपूर्णा को "अन्न की देवी" माना जाता है।
मां अन्नपूर्णा के इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। मां अन्नपूर्णा मंदिर का दर्शन आप नए साल पर जरूर करना चाहिए।
बटुक भैरव मंदिर, वाराणसी (Batuk Bhairav Temple, Varanasi)
वाराणसी के मशहूर और सबसे पुराने मंदिरों में से एक बटुक भैरव मंदिर, भगवान शिव के सबसे आक्रामक और विनाशकारी रूप को समर्पित है। बता दें इस मंदिर को 17 वीं शताब्दी ईस्वी में बनाया गया था।
ऐसा कहा भी जाता है कि जो भक्त इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आता है, उसकी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। मंदिर की एक दिलचस्प विशेषता है पवित्र अखंड दीप जिसके बारे में माना जाता है कि यह सदियों से जल रहा है। ऐसा कहा जाता है कि इस दीपक के तेल में व्यक्ति की समस्याओं को ठीक करने वाली शक्तियां होती हैं। इसलिए वाराणसी जाने वाले हर तीर्थयात्री को इस मंदिर में जरूर जाना चाहिए। बटुक भैरव मंदिर नए साल के मौके पर जरूर जाना चाहिए।