Places to Visit in Kargil: कारगिल में ये नहीं घूमा तो क्या किया आपने, वीर गाथा के साथ ही यहाँ घूमने योग्य आकर्षक पर्यटक स्थल

Places to Visit in Kargil: भारतीय सेना ने 26 जुलाई, 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेड़कर जीत हासिल करी थी। हर साल उसी दिन को याद करते हुए कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। इस बार 24वां 'कारगिल विजय दिवस' मनाया जा रहा है। कारगिल में विजय दिवस के इतिहास के साथ ही घूमने के लिए भी आकर्षक पर्यटक स्थल है। आइये जानते है इन खूबसूरत पर्यटक स्थलों के बीरे में।

Update:2023-07-26 14:31 IST
Places to Visit in Kargil (Photo: Social Media)

Places to Visit in Kargil: कारगिल विजय दिवस, भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है जिसे प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय सेना के वीर जवानों के शौर्य और साहस को समर्थन करता है, जिन्होंने 1999 में कारगिल युद्ध में देश के लिए अपने जान की बाजी लगा दी थी।1999 में, पाकिस्तान के सैन्य बलों ने कश्मीर के कारगिल सेक्टर में भारतीय राजधानी दिल्ली को सीधे धमाकों के जरिए गुमराह करने का प्रयास किया। उन्होंने आधी से ज्यादा श्रेणियों को अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय सेना के जवानों ने बड़ी साहस और पराक्रम से इन स्थानों को पुनः देश के नाम वापस लिया था।

कारगिल भारत के जम्मू- कश्मीर राज्य में स्थित है। कारगिल एक सुंदर और आकर्षक क्षेत्र है, जो अपने शानदार प्राकृतिक सौंदर्य, पहाड़ों, नदियों, झीलों और घाटियों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का मौसम बड़े हिसाब से ठंडा रहता है और जमावड़, श्योक और नुब्रा वैली जैसे स्थानों में बर्फ बहुत धाराप्रवाह होता है। भारतीय सेना ने 26 जुलाई, 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेड़कर जीत हासिल करी थी। हर साल उसी दिन को याद करते हुए कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। इस बार 24वां 'कारगिल विजय दिवस' मनाया जा रहा है। कारगिल में विजय दिवस के इतिहास के साथ ही घूमने के लिए भी आकर्षक पर्यटक स्थल है। आइये जानते है इन खूबसूरत पर्यटक स्थलों के बीरे में।

1) कारगिल युद्ध स्मारक: कारगिल युद्ध स्मारक एक ऐतिहासिक स्मारक है जो कश्मीर घाटी के करगिल जिले में स्थित है। यह स्मारक भारतीय सैन्य के वीर शहीदों को समर्पित है जो 1999 के कारगिल युद्ध में अपनी जान न्योछावर कर गए थे। इस स्मारक को "विजयस्तम्भ" भी कहा जाता है। विजयस्तम्भ एक ऊँचे चौराहे पर स्थित है और इसमें एक वीर शहीद के प्रतिमा की ऊँचाई पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज लहराता है। यह भव्य स्मारक वीरता, साहस और शहादत का प्रतीक है और भारतीय सैन्य के वीर जवानों को समर्पित है, जिन्होंने अपने देश के लिए अपनी जान की ख़ुराक़ दी।

स्मारक के आसपास वीर शहीदों के नामों की एक दीवार बनाई गई है, जिसमें उनके नाम और सैन्य पदकों का उल्लेख किया गया है। यह स्मारक न बस भारतीय शहीदों को समर्पित है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान है जहाँ लोग उन्हें याद करने और उनके साहस और बलिदान को सम्मानित करने आते हैं। कारगिल युद्ध स्मारक को हर साल 26 जुलाई को भारतीय सैन्य के वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष रूप से तैयार किया जाता है। इस दिन वहां एक समारोह आयोजित होता है जिसमें राष्ट्रीय सैन्य और नागरिक एकता और अखंडता की भावना के साथ शहीदों को याद किया जाता है। यहाँ की मनोज पांडेय गैलरी भी प्रसिद्द है जो सभी पर्यटकों को कारगिल युद्ध के दौर में ले जाती है। यहाँ एक थिएटर है जिसमे सभी पर्यटक अमिताभ बच्चन की आवाज़ में कारगिल युद्ध की पूरी कहानी सुन सकते हैं।

2) द्रास घाटी: जम्मू और कश्मीर के लद्दाख द्वीपीय क्षेत्र में स्थित एक प्रमुख घाटी है। यह घाटी हिमालय के पश्चिमी भाग में स्थित होती है और करगिल जिले में पाई जाती है। द्रास भारत की सबसे ठंडी स्थानों में से एक है और इसे भारत का शीत राजधानी कहा जाता है। द्रास घाटी के निकटस्थ स्थानों में जून और जुलाई के महीनों में बर्फ बहुत धारावाह होता है और यहाँ का मौसम खासकर रात में अत्यंत ठंडा होता है। इस घाटी का दृश्य वास्तव में बहुत शानदार है और यात्रा करने वालों को यहाँ के बर्फीले पहाड़ों का आनंद लेने का मौका मिलता है। द्रास घाटी अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शानदार दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के दर्शनीय स्थलों में बड़ा बुद्ध चीतीयों के लिए प्रसिद्ध है, जो एक विशाल चीता की प्रतिमा है और घाटी के चारों ओर बेंगाल स्ट्रीट के बीच फैली है।

3) सुरु घाटी : यह एक बहुत खूबसूरत और शांतिपूर्ण जगह है। इस घाटी के चारो ओर जहा आप घूमेंगे वह प्राकृतिक सौंदर्य की छठा बिखेरे सब कुछ दिखेगा। यहाँ बौद्ध धर्म को मानने वाले लगभग 25000 लोग रहते हैं। इसे देखने बहुत दूर से पर्यटक आते हैं। यहाँ के पहाड़ पूरे शाल बर्फ की सुन्दर सफ़ेद चादर से ढके नज़र आते हैं। सुरु घाटी में रहने वाले सभी लोग बढ़ धर्म गुरुओ के वंशज माने जाते हैं।

4) रंगदुम मोनास्ट्री: रंगदुम मोनास्ट्री एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो कश्मीर घाटी में स्थित करगिल जिले के रांगदम इलाके में स्थित है। यह बौद्ध धर्म का प्रसिद्ध मोनास्ट्री है और धार्मिक दर्शनीय स्थलों के लिए पर्यटकों को खींचता है। रांगदम मोनास्ट्री को सुंदर पहाड़ियों के बीच में स्थानांतरित किया गया है और इसका वातावरण शांतिपूर्ण और प्राकृतिक है। यहां के स्थानीय संस्कृति और धार्मिक विरासत भी इसे खास बनाते हैं।

रंगदुम मोनास्ट्री में भूखंडों, विग्रहों और विशेषतः बौद्ध धर्म से जुड़ी पुरातन कागजात देखने का मौका मिलता है। इसे धार्मिक अनुष्ठान, ध्यान और मनन के लिए भी प्रयोग किया जाता है। रांगदम मोनास्ट्री के आसपास कई प्राकृतिक सौंदर्य वाले स्थल भी हैं, जो यात्रा करने वालों को यहां के समृद्ध सौंदर्य का आनंद लेने का मौका मिलता है। रंगदुम मोनास्ट्री की सुंदरता, धार्मिक विरासत और ध्यान के लिए शांतिपूर्ण वातावरण उसे पर्वतीय पर्यटन स्थलों में से एक बनाते हैं। यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए लोग विश्वभर से यहां आते हैं और इसे अपने जीवन भर के लिए यादगार बनाते हैं।

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