Gujarat Tourism: गुजरात के गोधरा में है एशिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान, यहां आस-पास घूमें यह स्थान
Godhra Have Asia Biggest Cemetery : गुजरात एक ऐसा राज्य है जहां पर घूमने के लिए एक से बढ़कर एक स्थान मौजूद है। चलिए आज हम आपके यहां के गोधरा और वहां मौजूद पर्यटक स्थल के बारे में बताते हैं।
Godhra Have Asia Biggest Cemetery : गुजरात के कई शहरों में फिलहाल बारिश का असर देखने को मिल रहा है और यहां बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। लगातार हो रही बारिश की वजह से जूनागढ़, भावनगर, सूरत और गोधरा में पानी भरा हुआ दिखाई दे रहा है। गोधरा को 2002 में हुए गोधरा कांड की वजह से पहचाना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन गोधरा में एशिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान भी मौजूद है। ये कब्रिस्तान 400 साल पुराना है जिसका नाम शेख मझवार कब्रिस्तान है। चलिए आज आपको इस जगह और आसपास मौजूद जगह के बारे में बताते हैं।
एशिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान (Asia's Largest Cemetery)
आपको बता देंगे पहले जहां मस्जिद हुआ करती थी वहीं लोगों को दफना दिया जाता था। गोधरा में ऐसी कहीं मस्जिद मौजूद है जहां आज भी उनके नीचे कब्र बनी हुई है। एशिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान 33 एकड़ में फैला हुआ है जहां बस कब्र ही कब्र दिखाई देती है। सबसे पहली क़ब्र यहां 1800 साल पहले बनाई गई थी।
गर्म पानी का कुंड (Hot Spring Water)
अगर आप गोधरा जा रहे हैं तो आपको यहां गर्म पानी का कुंड जरूर देखना चाहिए। गोधरा से 15 किलोमीटर दूर टुवा टिंबा नामक जगह मौजूद है। यहां गर्म पानी का कुंड है जिसमें नहाने का धार्मिक महत्व माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि इस पानी में नहाने के बाद त्वचा संबंधी रोग ठीक हो जाता है।
जंबू घोड़ा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी (Jambu Ghoda Wildlife Sanctuary)
गोधरा में जंबू घोड़ा वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी का आनंद जरूर लें। 1990 में सेंचुरी घोषित की गई इस जगह पर दूर-दूर से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। यहां पर आप भेड़िया, लोमड़ी, गीदड़, भालू, गिलहरी समेत कहीं जानवर देखने को मिल जाएंगे।
त्रिमंदिर (Trimandir)
गोधरा की यात्रा के दौरान आपको त्रिमंदिर के दर्शन जरूर करने चाहिए। यह गोधरा से 4.5 किलोमीटर दूर मौजूद 22569 वर्ग फीट में फैला हुआ यह मंदिर अपनी नक्काशी और वास्तुकला के लिए पहचाना जाता है। यहां पर जैन शिव और वैष्णव प्रतिमाएं हैं जिन्हें देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। मंदिर के बीचो-बीच सिमंदर स्वामी की 151 इंच की मूर्ति मौजूद है। यह दूर से ही पर्यटकों को आकर्षित करने का काम करती है।