Himachal Famous Temple: हिमाचल में एक ऐसा माता का मंदिर, जहां सोने से मिलता है गर्भवती होने का वरदान
Himachal Pradesh Famous Simsa Devi Mandir: चलिए हम आपको हिमाचल प्रदेश के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताते है जहां पर एक रात श्रद्धा भाव से बिताने पर संतान सुख की प्राप्ति होती है।
Himachal Pradesh Sirsa Devi Mandir: हिमाचल प्रदेश की सुंदर वादियों में आपको कई खूबसुरत जगह देखने को मिल सकते है। इसके साथ ही हिमाचल पर हिंदू देवी देवताओं का भी वास माना जाता है। यहां पर कई प्राचीन मंदिर है, जिनकी मान्यताओं का उल्लेख पुराणों में भी किया गया है। चलिए हम आपको हिमाचल प्रदेश के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताते है जहां पर एक रात श्रद्धा भाव से बिताने पर संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसके अतिरिक्त लोग इस मंदिर में भगवान से अपने संतान के जिंदगी में खुशी और शांति के लिए भी कामना करते है।
निसंतान को मिलता है संतान सुख
भारत भर में कई अद्भुत मंदिर हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वे तीर्थयात्रियों और आगंतुकों को वरदान देते हैं। हर स्त्री के लिए मां बनना सौभाग्य होता है। लेकिन कुछ परिस्थितियों के कारण कई महिलाओं को ये सौभाग्य प्राप्त नहीं हो पाता। लेकिन हिमाचल प्रदेश के सिमसा में स्थित एक मंदिर है जहां माता सिमसा महिलाओं को गर्भवती होने का आशीर्वाद देती हैं।
लोकेशन: माता मंदिर के सामने, सिमसा माता मंदिर रोड, सिमस हिमाचल प्रदेश
रात में सोने से मिलता है संतान होने का संदेश
यह एक ऐसा मंदिर है जो हिमाचल प्रदेश में स्थित है। सिमसा माता मंदिर में संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाली महिलाओं की मनोकामना पूरी होती है। कहा जाता है की इस मंदिर में संतानहीन लोगों को संतान सुख का आशीर्वाद प्राप्त होता है। मां सिमसा का यह मंदिर हिमाचल प्रदेश की दुर्गम पहाड़ियों के बीच सिमस गांव में स्थित है। मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है की इस मंदिर के फर्श पर जो महिलाएं सोती हैं वे गर्भवती हो जाती है। देवी सिमसा खुद अपने भक्तों के सपनों में आकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देतीं हैं।
मां शारदा को है समर्पित
बैजनाथ से लगभग 30 किमी दूर सिमसा नामक गाँव में स्थित यह मंदिर शारदा देवी को समर्पित है। कांगड़ा और मंडी जिलों के साथ-साथ उत्तर भारत के अन्य हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए माता के मंदिर में आते हैं। मनाली से 180 किलोमीटर की दूरी पर मंदिर है, जिसे सड़क द्वारा तय करने में 6 घंटे का समय लगता है। मनाली होते हुए सिमसा गांव तक कम समय में पहुंचा जा सकता है। हवाई यात्रियों के लिए, निकटतम हवाई अड्डा भुंतर में है, जो मनाली के करीब है।
नवरात्र में आता है 'फलदायी' सपना
हिमाचल स्थित यह चमत्कारी मंदिर संतानदात्री के नाम से प्रसिद्ध है। लोगों की आस्था का केंद्र इस मंदिर में लोग अपनी मुरादें लेकर आते हैं। हर वर्ष यहाँ सैंकड़ो नि:सन्तान दंपति, संतान पाने की इच्छा लेकर माता सिमसा के दरबार में आते हैं। माता सिमसा मंदिर में नवरात्रों में होने वाले इस विशेष उत्सव को स्थानीय भाषा में “सलिन्दरा” कहा जाता है। सलिन्दरा का अर्थ है स्वप्न अथवा ड्रीम। इस समय नि:संतान महिलाएं दिन रात मंदिर के फर्श पर सोती हैं। कहते हैं कि ऐसा करने से वो जल्द से जल्द प्रेगनेंट हो जाती हैं। इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि माता सिमसा सपने में महिला को फल देती हैं तो उस महिला को संतान का आशीर्वाद मिल जाता है।
स्वप्न नहीं आने पर ये है अर्थ
सपना आने के बाद तुरंत, महिला को बिना किसी देरी के मंदिर छोड़ देना चाहिए। अन्यथा, किसी अजीब घटना से उसके शरीर पर चकत्ते विकसित हो जाते हैं, जो अंततः उसे परिसर खाली करने के लिए मजबूर करता है। मान्यताओं और प्रचलित कथा के अनुसार, वह पत्थर, लकड़ी या धातु से बनी कोई वस्तु देखती है, इसका मतलब है कि देवी ने उसकी प्रार्थनाओं का उत्तर नहीं दिया है।