India Unique Place: भारत का यह जगह पृथ्वी पर दिखाता है मंगल ग्रह जैसा
Famous Place In India: भारत में कई चौकाने वाले जगह है, जिसे देखकर यकीन करना मुश्किल हो जाता है की आप पृथ्वी पर है या फिर दूसरे ग्रह पर..
India Unique Place: भारत में प्रकृति के कई खूबसूरत नजारे देखने को मिलते है, जिन्हें देखकर कई बार तो उनपर भरोसा करना मुश्किल हो जाता है। जिससे ऐसा लगता है की आप पृथ्वी पर नहीं, बल्की दूसरे ग्रह पर या फिर दूसरी दुनिया में है। यहां पर हम आपको एक ऐसे ही जगह के बारे में बताने जा रहे है, जहां की जमीन आपको हैरान कर देगी। वैसे तो इस जगह पर जाना मना हैं, क्योंकि यहां जाना आप डेंजर में डाल सकता है। लेकिन फिर भी लोग इस जगह की सुंदरता देखकर खुद को जाने से रोक नहीं पाते है।
भारत में मंडल ग्रह जैसी ये जगह
भारत में एक ऐसी जगह है, जहां पर जाकर ऐसा लगेगा की जैसे आप मंगल ग्रह पर हैं। यह जगह एकदम लाल पत्थरों से ढकी हुई है। और तो और यहां पर लाल पानी का तालाब भी है। यहां पर नाल्को (National Aluminium Company Limited) ने एक साइन बोर्ड भी यहां आने वालों के लिए लगाया है कि यह पर्यटकों के लिए नहीं है। जिसके बाद भी यहां की खूबसूरती लोगों को आने के लिए आकर्षित करती है, जिससे आप यहां पर आनंद ले सकते हैं और तस्वीरें क्लिक कर सकते हैं।
इसलिए जाते है लोग?
यह जगह मुख्य सड़क से 300 मीटर दूर है, उसके बाद आपको खराब रास्ता मिलता है। फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए बढ़िया जगह है। शांत और बहुत ही सुंदर इलाका है। प्रकृति की सबसे बेहतरीन रचना को यहां देखने मिलती है। जिससे आपके फोटो और वीडियो के शानदार पृष्टभूमि मिलती है।
कहां है यह जगह?(Red Mud Pond)
पंचपटमाली पहाड़ियों में बॉक्साइट खदानों की खोज और एशिया के सबसे बड़े एल्युमिना कॉम्प्लेक्स नाल्को की स्थापना के साथ यह शहर सुर्खियों में आया। पास ही ओडिशा की सबसे ऊंची चोटी है। यहां lar दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा जो 108.9 फीट (33.1 मीटर) है, नाल्को टाउनशिप, दमनजोड़ी, कोरापुट ओडिशा में स्थित है।
नाम: रेड मड पॉन्ड(Red Mud Pond)
लोकेशन: कोरापुट, दमन जोड़ी, सुकरीगुडा, ओडिशा
ऐसे पहुंचे यहां
यह दामनजोड़ी बस स्टॉप से लगभग 10-12 किलोमीटर और दामनजोड़ी रेलवे स्टेशन से केवल 4.7 किलोमीटर दूर है।
डेंजर है यह जगह
हाँ यह एक खतरनाक स्थल है लेकिन यह अविश्वसनीय रूप से मनोरम है। लाल मिट्टी बॉक्साइट उद्योग से जुड़ा प्राथमिक अपशिष्ट निकलने से यह जगह लाल है। उद्योग ने नई मिट्टी निपटान तकनीकों की स्थापना की है जो पर्यावरण के अनुकूल हैं। यह पूरी प्रक्रिया सूखी और मोटी मिट्टी के ढेर के द्वारा किया जा रहा है। ये ऐसी प्रक्रियाएँ हैं जिनमें मिट्टी की पतली परतें ढलान वाले बिस्तरों पर फैली होती हैं ताकि उच्च ठोस सामग्री को निकाला और वाष्पित किया जा सके। मिट्टी से सीलबंद अंडर-ड्रेन निपटान झीलों का भी उपयोग किया जाता है। वे संयंत्र से पर्यावरण में शून्य निर्वहन बनाए रखने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
रेड पॉन्ड को लेकर खास तथ्य (Fact Related To Red Pond)
लाल मिट्टी, जिसे अब ज्यादातर बॉक्साइट अवशेष कहा जाता है, बेयर प्रक्रिया का उपयोग करके बॉक्साइट को एल्यूमिना में संसाधित करने के दौरान उत्पन्न एक औद्योगिक अपशिष्ट है। बेयर प्रक्रिया के उपयोग से, अधिकांश लाल मिट्टी को मिट्टी की झीलों या जलग्रहण क्षेत्रों में अर्ध-शुष्क या गीले घोल के रूप में बाहर बहाया जाता है। यह दुनिया भर में एल्यूमिना रिफाइनरी संयंत्र स्थलों पर आम बात हो गई है। हालाँकि, खुले स्थान में आरएम का निपटान अब सभी एल्यूमिना उत्पादन संयंत्रों के लिए चुनौतीपूर्ण है क्योंकि लाल मिट्टी की उच्च क्षारीयता इसके प्रकृति में मिटने को रोकती है।