India's Famous Ghats: ये हैं भारत के प्रसिद्ध घाट, इनसे जुड़ी हैं कई प्रचलित कहानियां
Indias Famous Ghats : भारत में एक से बढ़कर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मौजूद है जो अपने इतिहास के लिए पहचाने जाते हैं। चलिए आज हम आपको कुछ प्रसिद्ध घाटों के बारे में बताते हैं।
Indias Famous Ghats : भारत एक ऐसा देश है। जहां एक से बढ़कर एक तीर्थ स्थल, ऐतिहासिक स्थान, प्राकृतिक स्थान मौजूद है। यहां पर एक से बढ़कर एक पवित्र और महान नदियां भी मौजूद है जो पीढ़ियों से भारतीय संस्कृति की धरोहर के रूप में बह रही है और इन्हें पूजा भी जाता है। गोदावरी गंगा ब्रह्मपुत्र भागीरथी जैसी नदियों को देशभर में पूजनीय माना जाता है। गंगा एक ऐसी नदी है जो कई राज्यों से होकर बहती है। जिन राज्यों और शहरों से गंगा नदी बहती है वहां पर कई सारे प्रसिद्ध घाट भी मौजूद है जहां लोग डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं। आज हम आपको कुछ प्रसिद्ध घाटों के बारे में बताते हैं जो अपनी पवित्रता की वजह से पहचाने जाते हैं।
अस्सी घाट (Assi Ghat)
यह देश के सबसे पवित्र और प्रसिद्ध घाट में से एक है जो बनारस में मौजूद है। वाराणसी वैसे भी देश का सबसे पवित्र शहरों में से एक है। ऐसा कहा जाता है की मां दुर्गा ने शुभ और निशुंभ राक्षसों का वध करने के बाद यहां पर अपनी तलवार को फेंक दिया था। जहां उन्होंने तलवार फेंकी वहां पर एक गड्ढा बना और जलधारा बहने लगी। इसके बाद से इस जगह को 80 नदी के नाम से पहचाने जाने लगा और बाद में इसे अस्सी घाट नाम दे दिया गया।
हर की पौड़ी (Har Ki Pauri)
किसी भी हिंदू के लिए यह जगह जन्नत से काम नहीं है। यह एक ऐसा घाट है जहां पर देश के साथ विदेशी पर्यटक भी पहुंचते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां पर डुबकी लगाने से पापों का अंत हो जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस जगह पर भगवान विष्णु धरती पर पधारे थे।
मणिकर्णिका घाट (Manikarnika Ghat)
यह वाराणसी में मौजूद एक प्रचलित घाट है और यह सबसे प्राचीन घाट में से एक है। जो भी वाराणसी जाता है वह इस घाट पर जाए बिना नहीं आता है। इसे मुक्ति का द्वार भी कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर यहां किसी व्यक्ति को जलाया जाता है तो उसकी आत्मा को मोक्ष मिल जाता है।
पंचवटी (Panchvati)
यह बहुत ही पवित्र और प्रसिद्ध घाट है। यह हरिद्वार ऋषिकेश या वाराणसी में नहीं बल्कि महाराष्ट्र में मौजूद है। गोदावरी नदी के तट पर मौजूद यह जगह एक पवित्र और प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थ स्थान है। ऐसा कहा जाता है कि यहां पर रावण ने देवी सीता का हरण किया था। यह भी कहा जाता है कि यहां पर पांच वृक्ष थे जिसकी वजह से इसका यह नाम पड़ा।