बहुत सुंदर है दिल्ली का इस्कॉन मंदिर, यहां देखें अद्भुत नजारे
Delhi Iskcon Temple : दिल्ली-एनसीआर में बना पहला इस्कॉन मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश इलाके में है। इसे श्री श्री राधा पार्थसारथी मंदिर के नाम से भी जानते हैं।
Delhi Iskcon Temple : श्री श्री राधा पार्थसारथी मंदिर जिसे आमतौर पर दिल्ली के इस्कॉन मंदिर के रूप में जाना जाता है भगवान कृष्ण और राधा पार्थसारथी के रूप में देवी राधा का एक प्रसिद्ध वैष्णव मंदिर है। मंदिर का उद्घाटन 5 अप्रैल 1997 को भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज की उपस्थिति में किया था। यह नई दिल्ली के पूर्वी कैलाश क्षेत्र में हरे कृष्ण पर्वत पर स्थित है जो नेहरू प्लेस के पास है।
ऐसा है मंदिर
करीब 90 मीटर ऊंचे शिखर वाले इस मंदिर को देखने दूर-दूर से पर्टयक और श्रद्धालु आते हैं। बताया जाता है कि इसकी भीतरी दीवारों को रूसी कलाकारों ने सजाया है। भगवान कृष्ण और राधारानी को समर्पित इस श्री राधा पार्थसारथी मंदिर का उद्घाटन साल 1998 में पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था।
दुनिया की सबसे बड़ी भगवद गीता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 फरवरी, 2019 को इस इस्कॉन मंदिर में दुनिया की सबसे बड़ी श्रीमद भगवद गीता का विमोचन किया। 800 किलोग्राम वजन वाले इस गीता में 670 पृष्ठ हैं और इसे बनाने में डेढ़ करोड़ रुपये की लागत आई है। इस्कॉन के संस्थापक स्वामी प्रभुपाद की ओर से गीता प्रचार के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यह प्रकाशित कराई गई।
हर जगह हैं मूर्तियां
करीब 3 एकड़ में फैले इस मंदिर के मुख्य हाल में भगवान श्रीकृष्ण, देवी राधा और अन्य देवताओं की सुंदर मूर्तियां स्थापित की गई हैं। मंदिर में भगवान राम, सीता माता, भगवान लक्ष्मण और भगवान हनुमान की प्रतिमाएं भी हैं। यहां गौरी निताई, श्री नित्यानंद प्रभु और श्री चैतन्य प्रभु की मूर्तियां भी हैं। मंदिर परिसर में कई अन्य आकर्षक मूर्तियां भी लगाई गई है।
इस्कॉन मंदिर खुलने का समय
मंदिर सुबह 4.30 से 1.00 बजे तक और शाम 4.00 से 9.00 बजे तक खुला रहता है।
कैसे पहुंचे
दिल्ली में होने के कारण आप देश के किसी भी हिस्से से यहां आसानी से आ सकते हैं। नजदीकी मेट्रो स्टेशन कैलाश कॉलोनी मेट्रो स्टेशन है। यहां से आप पैदल या रिक्शा लेकर मंदिर पहुंच सकते हैं।
कब पहुंचे
इस्कॉन मंदिर दिल्ली में है और यहां गर्मी के साथ सर्दी भी काफी पड़ती है। इसलिए यहां फरवरी से मार्च और सितंबर से नवंबर के बीच आना घूमने के लिए अच्छा रहता है।