MP Famous Temple: जबलपुर में यहां करिये 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन

Madhya Pradesh Temple: जबलपुर जंक्शन से 8 किमी की दूरी पर, कचनार में एक विशाल शिव प्रतिमा है जो मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित है।

Written By :  Yachana Jaiswal
Update:2024-05-13 18:14 IST

Jabalpur Famous Shiv Mandir (Pic Credit-Social Media)

Jabalpur Famous Temple: मध्य प्रदेश राज्य का जबलपुर शहर अपनी संस्कृति की विरासत के लिए विख्यात हैं। यह शहर भारतीय संस्कृति को संरक्षित रखने में विशेष योगदान देते है। जबलपुर में एक ऐसा मंदिर है, जहां भारत देश के 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने को मिलते है। जबलपुर के कचनार सिटी में भगवान शिव का मंदिर है, जबलपुर जंक्शन से 8 किमी की दूरी पर, कचनार में एक विशाल शिव प्रतिमा है जो मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित है। कचनार शहर में स्थित, यह भारत की सबसे बड़ी शिव मूर्तियों में से एक है।

आध्यात्म और सांस्कृतिक का प्रमाण

कचनार सिटी मंदिर आध्यात्मिक सांत्वना, सांस्कृतिक तल्लीनता, या जबलपुर के जीवंत शहर के बीच शांति के एक पल की तलाश करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अवश्य जाने वाला स्थान है। धार्मिक उत्साह और शांत माहौल का अनूठा मिश्रण इसे वास्तव में एक उल्लेखनीय पूजा स्थल और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण देता है।

समय: सुबह 7 बजे और रात 8 बजे

प्रवेश शुल्क नहीं लगता है



कचनार शहर जबलपुर का सबसे प्रसिद्ध स्थान है और इस स्थान पर शिव जी की एक बड़ी मूर्ति भी है। यहां आप किसी भी दिन सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक आ सकते हैं। यहां प्रबंधन अच्छा है। हरियाली भी अच्छी है। आप यहां किसी भी मौसम में आ सकते हैं। 

12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी यहां होंगे 

भगवान शिव की करिश्माई मूर्ति कचनार शहर में स्थित है और इसे जबलपुर के सबसे पवित्र पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। प्रतिमा लगभग 76 फीट ऊंची है, प्रतिमा का निर्माण वर्ष 2001 में शुरू हुआ। यह वर्ष 2006 में इसे आम जनता के लिए उपलब्ध करते हुए खोला गया। यह प्रतिमा खुले आसमान के नीचे गुफा में बनाई गई है। जिसमें 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतिकृतियां भी मौजूद हैं और इन 12 लिंगों को पूरे देश में भगवान शिव के विभिन्न मंदिरों से एकत्र किया गया है।



प्रकृति के सुरम्य वातावरण के बीच भव्य मंदिर

मंदिर का शांत वातावरण और मूर्ति की भव्यता भक्तों और पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करती है। मंदिर परिसर में एक सुंदर परिदृश्य वाला बगीचा है, जो इसके शांत वातावरण को जोड़ता है। पर्यटक प्रतिमा के नीचे एक गुफा भी देख सकते हैं, जहां 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतिकृतियां, भगवान शिव को समर्पित पवित्र मंदिर, स्थापित हैं। भगवान शिव के पवित्र वाहन नंदी की मूर्ति का निर्माण भगवान शिव की मूर्ति के ठीक सामने किया गया है। मंदिर में भगवान गणेश और शप्तऋषि की मूर्तियाँ भी हैं, जो आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। हरे-भरे परिवेश और सुव्यवस्थित परिसर के साथ, आप न केवल खुद को दिव्यता में खो देते हैं बल्कि आप सचमुच आध्यात्मिक आभा को महसूस करते हैं।

मंदिर की आरती आकर्षण का मुख्य केंद्र

मंदिर में होने वाली नियमित 'आरती' इसे जबलपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर बनाती है। मंत्रमुग्ध कर देने वाली आरती आपके रोंगटे खड़े कर देगी क्योंकि वातावरण भगवान शिव की आराधना की मधुर धुनों से गूंज उठता है। चारों ओर सकारात्मकता की भावना फैल जाती है। महा शिवरात्रि और मकर सक्रांति दो सबसे खास और शुभ त्योहार हैं जो यहां बड़ी धूमधाम तरीके से मनाए जाते हैं।

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