Jyotirling Darshan Tour Guide: 4 दिन में कैसे करें 4 ज्योतिर्लिंग के दर्शन
Four Jyotirling Darshan Tour Guide: ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना सावन में बहुत ही शुभ होता है। यदि आपको 4 दिन में चार ज्योतिर्लिंग दर्शन करने का मौका मिले तो जरूर जाइएगा...
Four Days Four Jyotirling Darshan Details: भारत में महादेव को समर्पित कुल द्वादश ज्योर्तिलिंग प्रसिद्द है, जहां दर्शन करना जीवन सफल होना, और तीर्थ कहा जाता है। यह सभी ज्योतिर्लिंग भारत के अलग अलग राज्य में हैं। जिससे जुड़ी पौराणिक कथाओं की भी मान्यता है। यदि आप भी ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने का प्लान बना रहे है तो आपके लिए हमारे पास खास जानकारी है, जिससे आप चार दिन में चार ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकेंगे।
सावन के पावन महीने में भारत में ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है। यदि आप भी सावन के महीने में बाबा के दर्शन ज्योतिर्लिंग धाम में करना चाहते है तो यह आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है, आपको यहां पर चार ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने की जानकारी दी गई है, वो भी चार दिन में आप चार ज्योतिर्लिंग दर्शन करने का सौभाग्य पा सकते है। हालांकि, इसके लिए आपको एक निजी वाहन किराए पर लेना होगा।
ऐसे करें चार दिन में चार ज्योतिर्लिंग के दर्शन
आप 4 दिनों में 4 ज्योतिर्लिंगों की यात्रा की शुरुआत दिल्ली से कर सकते हैं। जिससे 18 से 20 घंटे में आप हैदरबाद पहुंच जायेंगे।
दिन 1 (मल्लिकार्जुन)(Day 1 Mallikarjun Jyotirling)
कोशिश करें ऐसे टाइम निकले की आप सुबह के समय हैदराबाद पहुँच जाएं।
फिर वहां से श्रीशैलम के लिए बस पकड़े और जो 5 घंटे में आपको वहां पहुंचा देगी।
फिर दोपहर 2 बजे तक दर्शन करे, शाम 6:30 बजे श्रीशैलम की सैर करके शाम 7 बजे वापसी बस से ही करें।
दिन 2 (भीमाशंकर)(Day 2 Bhimashankar Jyotirling)
12:45 बजे तक हैदराबाद पहुँच जायेंगे।
फिर रात में ही 1:30 बजे सोलापुर के लिए बस ले, फिर पुणे के लिए कैब ले सकते है, 12 बजे वहाँ पहुँच जायेंगे, फिर दोपहर 2 बजे मंचर के लिए बस ली और शाम 5:30 बजे पहुँचे।
मंचर से भीमाशंकर के लिए शेयर कैब ली और रात 8:00 बजे पहुँचे।
9 बजे बाबा के दर्शन करके वहां रात भर वहां रुके।
दिन 3 (त्र्यंबकेश्वर)(Day 3 Trimbakeshwar Jyotirling)
सुबह फिर से बाबा भीमाशंकर के दर्शन के किए।
6 बजे मंचर होते हुए नासिक के लिए बस लीजिए।
11:30 बजे नासिक पहुँचे और दोपहर 1 बजे तक त्र्यंबकेश्वर पहुंच गए।
आराम करके शाम को त्र्यंबकेश्वर मंदिर की खोज की और रात 9:30 बजे तक दर्शन किए।
फिर रात 10 बजे तक नासिक के लिए बस ली, उसके बाद नासिक से औरंगाबाद के लिए ट्रेन का विकल्प ज्यादा उचित रहेगा।
चौथा दिन (घृष्णेश्वर)(Day 4 Ghrishneshwaar Jyotirling)
ट्रेन से सुबह 4:30 बजे तक औरंगाबाद और सुबह 5:30 बजे तक घृष्णेश्वर पहुँचे।
सुबह 8 बजे तक दर्शन किए, औरंगाबाद में अन्य जगहों की खोज कर सकते है।
शाम को नासिक के लिए वापसी की बस लीजिए और रात 9 बजे तक पहुँच गए।