Lucknow Chatori Gali History: क्या है लखनऊ की चटोरी गली का इतिहास, जहाँ भारत के हर कोने का मिलेगा स्वाद
History of Lucknow's Chatori Gali:गोमतीनगर में स्थित चटोरी गली में आपको भारत के हर कोने की डिश मिल जाएगी वो भी बेहतरीन स्वाद के साथ। आज हम आपको इसी चटोरी गली का इतिहास बताने जा रहे हैं।
History of Lucknow's Chatori Gali: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ अपने लाजवाब खाने और अपनी संस्कृति के लिए बेहद प्रसिद्ध है। यहाँ आपको नवाबी और मुगलई व्यंजन से लेकर कई तरह के खाने का स्वाद मिल जायेगा। वहीँ गोमतीनगर में स्थित चटोरी गली में आपको भारत के हर कोने की डिश मिल जाएगी वो भी बेहतरीन स्वाद के साथ। आज हम आपको इसी चटोरी गली का इतिहास बताने जा रहे हैं।
चटोरी गली का इतिहास
लखनऊ के ज़ायके का हर कोई दीवाना है यहाँ आने वाले लोग भी सबसे पहले यहाँ के फेमस खाने को अपनी हिट लिस्ट पर पहले नंबर पर ही रखते हैं। गोमतीनगर में आपको इस चटोरी गली में लम्बी कतार में आपको कई तरह की फूड स्टाल्स नज़र आ जाएगी। यहाँ आपको भारत के कई तरह के व्यंजन मिल जायेंगे इसके साथ साथ कई विदेशी फ़ूड स्टाल भी यहाँ मौजूद हैं।
यहाँ पहुंचने के लिए आपको गोमतीनगर के 1090 चौराहे पर आना होगा। इसके बाद आपको ये करीब एक किलोमीटर तक फैली छतोली गली नज़र आ जाएगी। यहाँ आपको तंदूरी चाय, आइसक्रीम,बिहार का मशहूर लिट्टी चोखा, पनीर टिक्का, मुंबई की पाव भाजी, वेज से लेकर नॉनवेज बिरयानी, मोमोज़, सोया चाप और बहुत कुछ मिल जायेगा। आपके मन में जो भी क्यूज़ीन आएगा वो वहां पर मौजूद होगा।
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लखनऊ की चटोरी गली में आपको शाम से ही काफी भीड़ नज़र आएगी वहीँ यहाँ युवा काफी ज़्यादा तादात में नज़र आते हैं। इसके साथ ही आपको हर आयु वर्ग के लोग भी यहाँ एन्जॉय करते नज़र आ जाते हैं। यहाँ आपको लखनऊ की सबसे बेहतरीन जगह शाम-ए-अवध देखने का भी मौका मिलेगा।
इसके अलावा यहाँ आपको लखनऊ का प्रसिद्ध ज़ायका टुंडे कबाबी, राजा की ठंडाई, इदरीस की बिरयानी,बाजपेयी की कचौरी, प्रकाश कुल्फी, जैसी कई फेमस चीज़ें भी यहाँ मिल जायेंगीं। जो न सिर्फ भारत में प्रसिद्ध हैं बल्कि पूरी दुनिया में इनके चर्चे हैं। इसके अलावा आप यहाँ लखनवी पुलाव, मोरादाबादी बिरयानी, कश्मीरी बिरयानी और दिल्ली बिरयानी ये सब भी खा सकते हैं।
खाने पीने के अलावा यहाँ आपको म्यूजिक शोज और काफी कुछ भी देखने को मिल जाता है। आपको बता दें कि चटोरी गली का निर्माण 2011 में हुआ था। इसे तब स्ट्रीट फूड हब की तरह लाया गया था। जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार भी उपलब्ध हो सके। इसके बाद कुछ जाने माने स्थानीय खाद्य विक्रेताओं ने भी यहाँ स्टाल्स लगाए और देखते ही देखते ये काफी पॉपुलर हो गयी।