Mathura Cruise Services: क्रूज से करें वृंदावन से गोकुल की यात्रा, जानें कितना होगा किराया
Cruise Facility Vrindavan To Gokul : साल भर में बड़ी संख्या में पर्यटक मथुरा, वृंदावन के दर्शन करने के लिए जाते हैं। अब वृंदावन से गोकुल तक जाने के लिए क्रूज की सुविधा मिल जाएगी।
Cruise Facility Vrindavan To Gokul: मथुरा, वृंदावन भारत के सबसे खूबसूरत और धार्मिक स्थल हैं। जहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने फिरने और अध्यात्म का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं। साल भर यहां पर भगवान कृष्ण के दर्शन करने के लिए पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। ऐसा बोला जाता है कि मथुरा के बाद हर किसी को गोकुल की यात्रा जरूर करनी चाहिए। अब तक जब भी मथुरा से गोकुल जाने की बात होती थी तो लोग टैक्सी से जाते थे लेकिन अब क्रूज यात्रा की जा सकती है। पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने नया कदम उठाया है। वृंदावन के केशी घाट पर यमुना नदी में लोग अब क्रूज का लुत्फ उठा सकेंगे। अगर आपको वृंदावन से गोकुल जाना है तो आप इस सफर का आनंद ले सकते हैं। चलिए आपको इसके बारे में जानकारी देते हैं।
गरुड़ क्रूज से यात्रा (Vrindavan Garuda Cruise Details)
यमुना नदी में उतरने वाले इस क्रूज का नाम गरुड़ क्रूज रखा गया है। हिंदू परंपरा में यह एक पौराणिक पक्षी का नाम है जिसे भगवान विष्णु का वहां कहा जाता है। गरुड़ बहुत तेजी से हवा में उड़ने में सक्षम थे लेकिन अब इस पक्षी के प्रजाति का इस दुनिया में अस्तित्व नहीं है लेकिन इसे आज भी दिव्य शक्ति का प्रतीक कहा जाता है।
50 लोग कर सकते हैं यात्रा (Vrindavan Garuda Cruise Capicity)
इस क्रूज को 4 करोड रुपए की लागत से तैयार किया गया है जो हाईटेक सुविधाओं से लैस है। इसमें एक बार में 50 लोग सफर कर सकते हैं। इसमें खाने पीने की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। यात्रा के दौरान यात्री फ्रूट जूस और शेक का आनंद ले सकेंगे। यह यात्रा 45 से 60 मिनट के बीच की होने वाली है।
कितना होगा किराया (Vrindavan Garuda Cruise Fare)
गरुड़ क्रूज में सफर करने के लिए एक व्यक्ति को ₹450 का किराया देना होगा। इसके अंदर टीवी, एसी, पंखे सब कुछ मौजूद हैं। यमुना नदी के दर्शन हो सके इसके लिए ट्रांसपेरेंट शीशे लगाए गए हैं ताकि अंदर बैठे हुए लोग यमुना के दर्शन कर सकें।
चल रहा है ट्रायल
इस क्रूज का उद्घाटन 10 मई को किया गया था। यमुना नदी में फिलहाल पानी कम है इस वजह से इसे नहीं चलाया जा रहा है। जल्द ही श्रद्धालुओं को वृंदावन से गोकुल की यात्रा करवाई जाएगी। यह जल मार्ग 22 किलोमीटर लंबा है। इसके रास्ते में 11 जगह पर टर्मिनल बनाए गए हैं। इसमें जुगल घाट, केशी घाट, विहार घाट, देवराहा बाबा घाट, विश्राम घाट, स्वामी घाट, गोकुल घाट, कंस किला, सुदर्शन घाट, पानी गांव और गोकुल बैराज शामिल है।