Merry Christmas 2024: पूरी दुनिया बेसब्री से कर रही सेंटा के आने का इंतजार, ये देश कुछ खास अंदाज में मनाते हैं क्रिसमस का त्यौहार
Merry Christmas 2024 Celebrations: दुनिया भर के अलग-अलग देशों में क्रिसमस त्योहार को मनाने का अंदाज एक-दूसरे बिल्कुल जुदा है। आइए यहां जानें क्रिसमस मनाने के अनोखे तरीके।
Merry Christmas 2024: ठिठुरती ठंड और सर्द हवाओं के बीच जगह-जगह जुगनू की तरह टिमटिमाती रंग बिरंगी रौशनी से सजे घर, मॉल रेस्टोरेंट देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्रिसमस त्यौहार (Christmas) की शुरुआत अब हो चुकी है। इस त्यौहार की खुशी के साथ नए साल की शुरुआत के जश्न में सारी दुनिया झूमती नजर आती है। दिसंबर महीने के साथ ही घरों में क्रिसमस सेलिब्रेशन (Christmas Celebration) की तैयारियां हमेशा की तरह शुरू हो जाती हैं।
क्रिसमस सेलिब्रेशन के पीछे सिर्फ एक ही वजह मानी जाती है। वो है जीसस क्राइस्ट (Jesus Christ) का बर्थडे। लेकिन दुनिया भर के अलग-अलग देशों में इस त्योहार को मनाने का अंदाज एक-दूसरे बिल्कुल जुदा है। आइए जानते हैं दुनिया भर में क्रिसमस मनाने के अनोखे अंदाज (Different Christmas Celebrations Around The World) और उनसे जुड़ी प्रथाओं के बारे में...
न्यूजीलैंड (New Zealand)
क्रिसमस के दौरान न्यूजीलैंड में बेहद खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। यहां क्रिसमस के दौरान ठिठुरन की जगह गर्मी का मौसम पड़ता है। इसलिए उनकी कई परंपराएँ बार्बी या ग्रिल के इर्द-गिर्द केंद्रित होती हैं। जहाँ परिवार और दोस्त ताज़े समुद्री भोजन, मांस और मौसमी सब्ज़ियों का अनौपचारिक खाना पकाने के लिए इकट्ठा होते हैं। न्यूज़ीलैंड का क्रिसमस ट्री पोहुतुकावा नाम का एक वृक्ष है, जो एक तटीय प्रजाति है। जो दिसंबर में चमकीले लाल रंग में खिलता है, जो धूप वाले दिनों में छाया प्रदान करता है। उसी वृक्ष के आस पास सब एकत्रित होकर अंग्रेजी और माओरी दोनों में कैरोल गाते हैं।
डेनमार्क (Denmark)
ईसाई धर्म के डेन्स में आने से पहले, क्रिसमस दिवस उज्ज्वल दिनों का उत्सव माना जाता था। शीतकालीन संक्रांति से ठीक पहले होता था। इस दिन घरों को निस्सर नामक पात्रों से सजाया जाता है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे घरों को सुरक्षा प्रदान करते हैं। 24 दिसंबर की शाम को, डेनिश परिवार अपने क्रिसमस ट्री को कमरे के बीच में रखते हैं और कैरोल गाते हुए उस क्रिसमस ट्री के चारों ओर नृत्य करते हैं और उत्सव का आनंद उठाते हैं।
ऑस्ट्रेलिया (Australia)
ऑस्ट्रेलिया में सभी जगह सेंटा अपने ठंड के पापरंपिक कपड़ों और रेंडियर में आते हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया में सेंटा गर्मियों के कपड़ों में आते हैं और ये रेंडियर के बजाय कंगारू पर सवार होते हैं। इस देश में यहां के निवासी गर्मियों के कपड़ों में क्रिसमस मनाते हैं।
वेनेजुएला (Venezuela)
क्रिसमस के खास दिन वेनेजुएला की राजधानी काराकास में लोग चर्च रोलर स्केट्स से पहुंचते हैं। इस परंपरा के कारण लोगों स्केट्स से जाने में कोई परेशानी न हो इसलिए 24 दिसंबर की रात 8 बजे के बाद रोलर स्केट्स की मौजूदगी की वजह से लोगों को गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध लग जाता है।
ग्रीस (Greece)
यहां लोगों का मानना है कि कालीकंतजरोइ नाम का दुष्ट शैतान 25 दिसंबर से 6 जनवरी के बीच धरती पर आ जाता है। इन दिनों में लोग क्रॉस और होली बेसिल को पवित्र पानी से साफ करके इस पानी को घर के हर कोने में छिड़कते हैं। मान्यता है कि इससे घर में शुद्धता होती है और शैतान उस घर को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
इंग्लैंड (England)
क्रिसमस सेलिब्रेशन (Christmas Celebration) के दौरान इंग्लैंड में बच्चों की भागीदारी सबसे ज्यादा होती है। क्रिसमस के मौके पर निभाई जाने वाली परम्परा के अनुसार, इंग्लैंड में इस दिन शरारती बच्चों को स्टॉकिंग्स में मिठाई की जगह कोयले गिफ्ट के रूप में दिए जाते हैं।
अमेरिका में क्रिसमस के 12 दिनों की तरह आइसलैंड में भी 13 दिन क्रिसमस मनाया जाता है। क्रिसमस से पहले हर रात आइसलैंड के बच्चों से 13 यूल लैड्स मिलने आते हैं। अपने जूते खिड़की के पास रखने के बाद, बच्चे ऊपर बिस्तर पर चले जाते हैं। सुबह उन्हें या तो कैंडी मिलेगी अगर वे अच्छे हैं या अगर वे खराब हैं तो उन्हें सड़े हुए आलू से भरे जूते मिलेंगे।
अर्जेंटीना (Argentina)
क्रिसमस के दौरान अर्जेंटीना में भी रौनक और उत्साह का माहौल देखते ही बनता है। इस मौके पर यहां के लोग शाम को रंग बिरंगे पेपर की लालटेन जिसे कंडील भी कहा जाता है, उन्हें जलाकर आसमान की तरफ छोड़ते हैं। इस रिवाज को करने के पीछे ऐसी मान्यता है कि अपनी कोई इच्छा लिखकर आसमान में क्रिसमस के दिन छोड़ने से प्रभु सारी इच्छाएं पूरी करते हैं। आसमान पर यहां रात में छोड़े गए पैराशूट बैलून जगमगाते जुगनु की तरह बेहद खूबसूरत नजर आते हैं।
फिनलैंड (Finland)
फिनलैंड में क्रिसमस की सुबह, पारंपरिक रूप से चावल और दूध से बनाकर फिनिश परिवार मिल-जुलकर इस दलिया को खाते हैं, जिस पर दालचीनी, दूध या मक्खन डाला जाता है। जो कोई भी इस परोसी गईं दलिया में बादाम पाता है वहीं विनर साबित होता है। दिन के अंत में, एक साथ सौना में वार्मअप करना परिवार के साथ एक परंपरा है।
ब्राजील (Brazil)
क्रिसमस के मौके पर ब्राज़ील और पुर्तगाली परिवार क्रिसमस की पूर्व संध्या पर रात 10 बजे तक खाना खाने के लिए एकत्र होते हैं। अक्सर शहर के चौक में आतिशबाजी की जाती है। फिर ठीक आधी रात को, वे उपहारों, टोस्ट का आदान-प्रदान करते हैं और एक-दूसरे को मेरी क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हैं।
आयरलैंड (Ireland)
आयरलैंड के निवासी क्रिसमस के दौरान रात भर खिड़की के सामने एक लंबी लाल मोमबत्ती छोड़ देते हैं, जो छुट्टियों के मौसम में गर्मी और आश्रय का स्वागत करने वाला प्रतीक बनती हैं। आयरलैंड में पारंपरिक क्रिसमस के व्यंजनों में सब्जियाँ, क्रैनबेरी और आलू को परोसना पसंद करते हैं।
ऑस्ट्रिया (Austria)
इस देश में क्रिसमस ट्री को खास पारंपरिक तरीके से सजाया जाता है। नियम के अनुसार, इस देश में क्रिसमस ट्री को गोल्डन हेयर वाले किशोर इसे सजाते हैं। इस परंपरा को क्राइस्ट काइंड कहते हैं।
ऑस्ट्रिया जैसे अल्पाइन देशों में एक किंवदंती है कि क्रैम्पस नामक एक शैतान जैसा प्राणी 6 दिसंबर को उनके सेंट निकोलस उत्सव में शामिल होता है। बच्चों से उनके अच्छे और बुरे कर्मों की सूची मांगी जाती है। अच्छे बच्चों को मिठाई, सेब और मेवे से पुरस्कृत किया जाता है और बुरे बच्चों को चिंता होती है कि क्रैम्पस क्रिसमस की सुबह क्या लाएगा।
यूक्रेन (Ukraine)
यूक्रेन में पारंपरिक परिधान पहनकर और कैरोल गाते हुए शहर में घूमकर क्रिसमस दिवस मनाया जाता है। कुटिया, पके हुए गेहूँ से बना होता है जिसमें शहद, पिसे हुए खसखस और कभी-कभी मेवे मिलाए जाते हैं, यह क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक लोकप्रिय व्यंजन है। कुछ परिवार छत पर एक चम्मच कुटिया फेंकते हैं। अगर यह चिपक जाता है, तो नए साल में अच्छी फसल होगी। आबादी में ऑर्थोडॉक्स ईसाईयों की हिस्सेदारी करीब 49 प्रतिशत हैं।
नार्वे (Norway)
नॉर्वे में परिवार 23 दिसंबर को लिटिल क्रिसमस (Little Christmas) मनाते हैं। जिसके बाद प्रत्येक दिन के लिए उनके सेलिब्रेशन होते हैं। जिसमें पेड़ को सजाना, जिंजरब्रेड हाउस बनाना और राइसेनग्रिन्सग्रोट खाना जैसी परंपराएं शामिल हैं। यहां क्रिसमस का उत्सव जुलेबॉर्ड 3 दिसंबर से शुरू हो जाता है, जो पूरे महीने यहां के रेस्तरां को रौनकों से भर देता है।