India Most Beautiful View: भारत में है चांद जैसा धरातल, मंगल ग्रह भी है कुछ ऐसा ही
India Beautiful Place Visit: भारत में कई चौकाने वाले जगह है, उनमें से एक है चांद जैसी धरातल वाली यह खूबसूरत जगह। जो लद्दाख में स्थित है। चलिए जानते है, इस विशेष जगह के बारे में..
Ladakh Moonland Place Visit Details: कल्पना कीजिए कि आप पूर्णिमा की रात में चांद के नीचे के साथ चांद पर खड़े होना का मौका मिले तो? भारत में कुछ ऐसी भी जगह है जो हूबहू चांद की धरातल जैसी दिखती है। चांदनी रात में यहां पर रहना आपको बहुत ही अलग अनुभव देने वाला है।
भारत का यह अविश्वसनीय चाँद जैसा परिदृश्य अभी भी बहुत से भारतीयों को नहीं पता है, जबकि दुनिया भर के वैज्ञानिक इस खूबसूरत भू-संरचना के बारे में शोध कर रहे हैं। भारत के सिर्फ़ लद्दाख में ही नहीं, स्पीति घाटी में भी ऐसी संरचनाएँ हैं। जो दुनिया के चाँद जैसे परिदृश्यों में से एक हैं। अगर आपने इसके बारे में पहले कभी नहीं सुना है तो चलिए हम आपको इस जगह में बारे में डिटेल में बताते है।
कहा है यह जगह(Where is it Place)
मूनलैंड लामायुरू गांव 3510 मीटर की ऊँचाई पर लेह-श्रीनगर मुख्य मार्ग पर स्थित है। जैसे ही आप लामायुरु की ओर आगे बढ़ते है। तब भूभाग अचानक बदल जाता है और जमीन से ये चाँद या मंगल जैसी संरचनाएँ उभरी हुई दिखती हैं। ये जगह बहुत ही ज्यादा आकर्षक हैं क्योंकि वे आसपास के पहाड़ों और भूभाग से बहुत अलग हैं। आप लामायुरु मठ के पीछे से इस स्थान का शीर्ष दृश्य भी देख सकते हैं। यह एक खूबसूरत जगह है और लैंडस्केप फ़ोटोग्राफ़र के लिए स्वर्ग है। ऐसा कहा जाता है कि आप लामायुरू गोम्पा (मठ) के पास स्थित मेडिटेशन हिल से मूनलैंड का सबसे अच्छा नज़ारा देख सकते हैं।
यात्रा के लिए सही समय: (Best Time To Visit in Ladakh)
लेह लद्दाख के इस खूबसूरत जगह की सैर आप गर्मी के ऋतु में ही कर सकते हैं क्योंकि ठंड और बारिश में इस जगह पर जाना खतरे से खाली नहीं हैं। मई से सितम्बर तक का समय चन्द्रभूमि पर पहुंचने के लिए सर्वोत्तम समय है।
ऐसे पहुंच सकते है यहां(How To Reach Here)
श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर लामायुरू मूनलैंड में एक विशेष संरचना और रंगीन पहाड़ियाँ हैं। इन सुनहरे सफ़ेद रंग की चट्टानी पहाड़ियों का अनोखा नज़ारा देखने लायक है। यह स्थान लेह श्रीनगर राजमार्ग (NH1) पर स्थित है, जो लामायुरु से कुछ किलोमीटर पहले है। जो कारगिल से 112 किलोमीटर की दूरी पर है। लामायुरू जाने का सबसे आसान और आरामदायक तरीका लेह से कैब लेकर पहुंचना है। गर्मियों में, आप बसों का विकल्प चुन सकते हैं, जिसमें अधिक समय लग सकता है, लेकिन मज़ा, रोमांच और सामर्थ्य सुनिश्चित है।
ऐसे हुआ इस धरती का निर्माण
इस जगह को लेकर स्थानीय लोग और भूवैज्ञानिक बताते है कि यहां पर कई वर्ष पहले एक झील हुआ करती थी। जो समय के साथ और आधुनिकता की आग में सूख गई है। पानी सूखकर हटने के बाद यहां पर जमीन रह गया। जो प्रकृति की बहुत ही अनोखी बनावट बनकर उभरी।बिल्कुल चांद और मंगल ग्रह के धरातल जैसी यह जगह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। कुछ लोगों का कहना है कि यहां पर पास में कई जगहों पर ज्वालामुखी जैसे अवशेष भी मिलते है।