India First Expensive Expressway: यह है देश का सबसे पहले और महंगा एक्सप्रेसवे, 22 साल पहले हुआ निर्माण
India First Expensive Expressway: एक शहर से दूसरे शहर की यात्रा करने के लिए अक्सर एक्सप्रेसवे का सहारा लिया जाता है। आज हम आपको देश के सबसे पहले और महंगे एक्सप्रेसवे के बारे में बताते हैं।
India First Expensive Expressway: जब भी एक शहर से दूसरे शहर जाना होता है तो हम एक्सप्रेसवे का सहारा लेते हैं। यह वह रास्ता होता है जो हमें आसानी से अपनी डेस्टिनेशन तक पहुंचने में मदद करता है। आजकल शहरों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए एक्सप्रेसवे का निर्माण लगातार चल रहा है। आज हम आपको भारत के पहले एक्सप्रेस के बारे में बताते हैं। आपको बता दें कि यह सबसे महंगे एक्सप्रेसवे में से एकहै। इसे बने हुए 22 साल हो चुके हैं। चलिए आपको इसके बारे में जानकारी देते हैं।
22 साल पहले हुआ था मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे का निर्माण (Mumbai Pune Expressway Histroy )
देश का पहला और पुराना एक्सप्रेसवे 22 साल पहले यानी साल 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने तैयार करवाया था। यह मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे है जो महाराष्ट्र के दो सबसे व्यस्ततम शेरों को एक दूसरे से जोड़ने का काम करता है। इसके बारे में बताया जाता है कि यह देश का पहला सिक्स लेन हाईवे है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 163000 करोड रुपए का खर्चा आया था। इसे महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम में बनवाया था और इसकी लंबाई 94.5 किलोमीटर है।
कहां से शुरू और खत्म है एक्सप्रेसवे
यह नवी मुंबई के कलंबोली इलाके से शुरू होता है और पुणे किवाले में जाकर खत्म हो जाता है। 95 किलोमीटर लंबे सिक्स लाइन वाले मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे पर आपको पांच टोल प्लाजा मिलेंगे। इनमें से खालापुर तलेगांव मुख्य हैं। मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे के दोनों और तीन लाइन कंक्रीट सर्विस लाइन भी बनाए गए हैं।
एक्सप्रेसवे से कम हुई शहरों की दूरी
इस एक्सप्रेसवे की खुलने से मुंबई और पुणे के बीच का ट्रैवलिंग टाइम 3 घंटे से घटकर केवल एक घंटा हो गया है। यहां की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है। एक्सप्रेसवे के कारण दोनों शहरों के बीच रोज यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। मुंबई पुणे एक्सप्रेस का सफर बहुत रोमांच से भरा होता है। यात्रियों को दोनों और स्वागत श्रृंखला दिखाई देती है। इस दौरान कई सारी सुरंग और अंडरपास से निकालना पड़ता है।