Nagaland Famous Longwa Village: दुनिया का अनोखा गांव, यहां एक देश में किचन तो दूसरे देश में हैं लोगों का बेडरूम
Nagaland Famous Longwa Village: आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताते हैं जिसके बेडरूम भारत में तो किचन म्यांमार में बने हुए है।
Nagaland Famous Longwa Village: दुनिया में कई ऐसी अनोखी जगह मौजूद है जो अपने कुछ खासियतों की वजह से पहचानी जाती है। अपने देश के अलावा किसी दूसरे देश में बिना वीजा और पासपोर्ट पर जा पाना नामुमकिन से बात है। विदेश यात्रा करने के लिए व्यक्ति के पास पासपोर्ट होना जरूरी है जिस पर उसे संबंधित देश से वीजा लगवाना पड़ता है। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन दुनिया में एक ऐसा गांव हैं। जहां के लोगों के लिए यह कर पाना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। इस गांव का आधा हिस्सा भारत में और आधा हिस्सा म्यांमार में है। यहां लोगों के खेत और खलिहान भी दो देशों में हैं। एक देश में किसी का बेडरूम है तो दूसरे देश में रसोई है।
प्रसिद्ध है लोंगवा गांव (Nagaland Longwa Village Information)
लोंगवा गांव, नागालैंड के मोन ज़िले में स्थित एक छोटा-सा गांव है. यह गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है. यह गांव भारत और म्यांमार दोनों देशों में बसा है. इस गांव के निवासियों के पास दोहरी नागरिकता है. इस शानदार से गांव का नाम लोंगवा है, जो म्यांमार की सीमा से सटा हुआ भारत का आखिरी गांव है। यह नागालैंड की राजधानी कोहिमा से 389 किलोमीटर दूर नॉर्थ ईस्ट के मोन जिले में बसा हुआ है। यहां की खूबसूरती काफी खास है।
एक देश में खाना दूसरे में सोना (Nagaland Longwa Village History)
यह गांव जंगलों के बीच बसा हुआ है जहां पर कोन्याक आदिवासी समुदाय के लोगों का निवास है। इसका आधा हिस्सा भारत और आधा म्यांमार में बसा हुआ है। 1970 71 में इस गांव के बीच से बॉर्डर गुजरी थी तभी यह दो देशों के बीच बंट गया। हिस्सा होने की वजह से गांव के कुछ लोगों का किचन भारत में बना हुआ है तो बेडरूम म्यांमार में है। यही कारण है कि लोग खाना खाने के लिए भारत आते हैं और सोने के लिए म्यांमार चले जाते हैं। इतना ही नहीं कुछ खेती के लिए मैं मर जाते हैं और कुछ लोग म्यांमार से भारत आते हैं।