Prayagraj Kali Ghati: एडवेंचर से भरपूर है उत्तर प्रदेश की यह जगह, यहां से करें खूबसूरत प्राकृतिक नजारों का दीदार
Prayagraj Kali Ghati : उत्तर प्रदेश में घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक किसान मौजूद है। आज हम आपको काली घाटी के बारे में बताते हैं जो एडवेंचर के लिए प्रसिद्ध है।
Prayagraj Kali Ghati : उत्तर प्रदेश भारत का एक प्रसिद्ध राज्य है जो अपने इतिहास और पर्यटक स्थलों की वजह से पहचाने जाते हैं। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद बनारस जैसी धार्मिक नगरिया भी मौजूद है जहां हर रोज हजारों लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। प्रयागराज यहां का फेमस इलाका है और आज हम प्रयागराज के फाफामऊ में मौजूद एक टापू के बारे में आपको बताते हैं। यह ठाकुर प्रयागराज जाने वाले पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है। यह जमीन से 60 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है और इसे काली घाटी के नाम से पहचाना जाता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखने लायक है।
काली घाटी में है काली माता मंदिर (Prayagraj Kali Mata Temple)
काली घाटी की ऊंचाई पर जब आप चलेंगे तो यहां पर काली माता मंदिर मौजूद है। यहां पहुंचने का रास्ता पूरा मिट्टी का बना हुआ है जहां आधी सीढ़ियां पक्की बनी हुई है। चढ़कर आपके ऊपर जाना होगा और फिर प्राकृतिक वादियों के बीच मौजूद काली माता मंदिर के दर्शन कर आसपास के खूबसूरत नजारे देख सकते हैं।
एडवेंचर के लिए मशहूर है काली घाटी
काली घाटी प्रयागराज में एडवेंचर के लिए पहचानी जाती है। यहां 40 फीट गहरे नाले के ऊपर पिलर के सहारे सीढ़ियां बनाई गई है और लोग इस पर से आते जाते हैं। यह सीढ़ियां यमुना पुल पर स्थित नैनी ब्रिज को कॉपी करके बनाई गई है।
काली मंदिर के कारण प्रसिद्ध है काली घाटी
इस घाटी पर काली माता का मंदिर होने के कारण ही इसे काली घाटी नाम दिया गया है। इस जगह का पूरा नाम काली घाटी बसा धाम है और काली माता के दर्शन के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु यहां पर पहुंचते हैं। यहां काली माता के साथ भोलेनाथ और अन्य देवी देवताओं के मंदिर भी देखे जा सकते हैं। यहां संत भोलू लाल जी का आश्रम भी मौजूद है जो आगे से बौद्ध भवन के रूप में बना हुआ है। इस आश्रम में रहकर संत भोलू लाल जी भगवान का ध्यान करते हैं।