Rajasthan Famous Village: इस गाँव में एक शख्स रखता है दो बीवियां, जानिए क्या है यहाँ की प्रथा
Do Biwiyon Wala Gaav: भारत में एक ऐसा गांव है जहाँ एक पुरुष दो बीवियां रखता है और ये दोनों महिलाएं बहनों की तरह ख़ुशी ख़ुशी अपना पति बांटतीं हैं।
Rajasthan Famous Village: भारत देश अलग अलग संस्कृति और रीति रिवाज़ से घिरा हुआ है। यहाँ हर एक क्षेत्र का अपना पहनावा,बोली,खान-पान, रस्में और आदतें हैं। इसीलिए भारत को विभिन्नता में एकता के लिए जाना भी जाता है। वहीँ शादी ब्याह में भी अलग अलग जगहों के अलग अलग रिवाज़ हैं। यूँ तो भारत में शादी को जन्मों जन्मों का रिश्ता माना जाता है और इस बंधन को बेहद पवित्र समझा जाता है। साथ ही सात फेरों के साथ पति-पत्नी का साथ सात जन्म तक का होता है। लेकिन वहीँ एक ऐसा भी गांव है जहाँ इस पति-पत्नी के रिश्ते में एक तीसरे की भी एंट्री ज़रूरी है। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला और ऐसा क्यों है।
इस गाँव में एक शख्स रखता है दो बीवियां
हिन्दू धर्म में एक ही शादी को देश का संविधान और धर्म मंज़ूरी देता है। वहीँ यहाँ पोलिगैमी यानी एक से अधिक शादियां करना कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है। लेकिन आज आपको हम एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ के हर एक पुरुष ने दो-दो शादियां की हुई हैं। ये गांव है राजस्थान के जैसलमेर में जिसका नाम है "रामदेयो की बस्ती।" यहाँ के हर एक बुज़ुर्ग ने दो शादियां की हुईं हैं। साथ ही इसके पीछे की वजह जानकार आप हैरान रह जायेंगे। आइये जानते हैं इसके पीछे की वजह क्या है।
बहनों की तरह रहती है दो बीवी साथ
इस गांव में हर पुरुष की दो बीवियां हैं साथ ही जहाँ आपकी बीवी किसी और लड़की का नाम आपके मुँह से सुनते ही भड़क उठती है वहीँ इस गांव में ये दोनों महिलाएं एक ही छत के नीचे साथ साथ रहकर अपना पति बांटतीं हैं। इतना ही नहीं यहाँ के गांव वालों का कहना है कि दो बीवियां होने से उनके बीच लड़ाई कम होती है। दोनों बहनों की तरह रहतीं हैं और आपस में प्यार से सब काम करतीं और पति को आपसी सहमति के साथ बांटतीं हैं।
इसलिए होती है दो शादियां
दरअसल इस गांव के लोगों की मान्यता है कि जब यहाँ के पुरुष पहली शादी करते हैं तो या तो उनकी पत्नी गर्ववती नहीं होती और अगर होती है तो उसे बेटी ही होती है। इसलिए बेटे की चाह में उन्हें दूसरी शादी करनी पड़ती है। वहीँ जैसे ही मर्द दूसरी शादी कर लेता है उसे बेटा हो जाता है। इस अंधविश्वास की वजह से यहाँ के मर्द दो शादियां कर लेते हैं। फ़िलहाल अब नई पीढ़ी इस रूढ़िवादी सोच को नहीं मानती। वहीँ नई पीढ़ी ने दो शादियां और मान्यताओं को मानने से इंकार कर दिया है। लेकिन पहले के समय में सभी दो बीवी की इस शादी की परंपरा को निभाते आ रहे हैं।