Ram Ka Nirala Dham: मध्य प्रदेश के इस मंदिर में श्री राम के साथ पूजा जाता है रावण

Ram Ka Nirala Dham Mandir: मध्य प्रदेश के इस मंदिर में श्री राम के साथ पूजा जाता है रावण, एक शर्त मानने के बाद मिलता है मंदिर में प्रवेश

Update:2024-06-30 15:41 IST

Apne Ram Ka Nirala Dham Mandir Indore (Photos - Social Media)

Apne Ram Ka Nirala Dham Mandir Indore : इंदौर शहर एक अनोखा मंदिर है जिसका नाम है 'अपने राम का निराला धाम'। इस मंदिर में भक्तों को तब तक प्रवेश नहीं मिलता है, जब कि वह 108 बार राम नाम नहीं लिख लेते हैं। मंदिर में साफ लिखा है कि यहां पर 108 बार श्री राम लिखने की शर्त पर ही प्रवेश मिलेगा। यह मंदिर इंदौर के कनाडिया रोड स्थित वैभव नगर में मौजूद है। बजरंगबली का यह मंदिर अपने आप में अनोखा है। जिसकी ख्याति दूर-दूर तक है, जिसे इसी बात से जाना जा सकता है कि यहां विदेशी भक्त भी दर्शन करने पहुंचते हैं।

राम के साथ रावण की भी होती है पूजा (Ravana is Also Worshiped Along with Ram.)

इंदौर में राम का निराला एक मंदिर है। इस मंदिर में भगवान राम और हनुमानजी के साथ रावण, कुंभकरण और मेघनाथ की भी पूजा होती है। अपने आप में यह मंदिर अनोखा है। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन लिए आते हैं, क्योकि यहां राम के साथ रावण को भी पूजा जाता है। मंदिर में राम भगवान के साथ-साथ रावण की पूजा भी कि जाती है व रावण के अतिरिक्त शयनअवस्था में कुंभकरण, मेघनाथ और विभीषण की मूर्तियां भी हैं। यही सामने त्रिजटा, शबरी, कैकयी, मंथरा और सूर्पणखा की मूर्तियां स्थापित हैं और पास में अहिल्या, मन्दोदरी, कुन्ती, द्रौपदी और तारा की मुर्तिया स्थापित की गयी है।


नहीं है कोई दान पेटी (There is No Donation Box)

मंदिर में प्रवेश करने के लिए आपको प्रसाद और चढ़ावा लेकर जाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां एंट्री के लिए आपको 108 बार राम नाम लिखना होगा। जिसके बाद ही आपको इंदौर से इस प्रसिद्ध मंदिर में प्रवेश मिलेगा। भगवान की भक्ति रुपये पैसे या प्रसाद से नहीं बल्कि आपके निस्वार्थ भक्ति से होती है। इस मंदिर में न तो कोई दान, चढ़ावा चढ़ाया जाता है और न ही कोई प्रसाद लेकर जाना होता है। इसलिए यहां भगवान के आगे एक भी दान पेटी नहीं रखी गई है। मंदिर में किसी भी तरह की मोह माया वाली चीजें नहीं रखी गई है।


मंदिर में आसानी से नहीं मिलता प्रवेश (Entry Into The Temple is Not Easy)

मंदिर का नाम है अपने राम का निराला धाम, और यहां आप इतनी आसानी से अंदर नहीं जा सकते इसके अंदर जाने के लिए आपको 108 बार राम लिखने पर ही प्रवेश मिलता है। श्रद्धालु नेहा गोयल ने बताया कि यह मंदिर सभी आम मंदिरों की तरह नहीं है यहां पर प्रवेश के लिए एक शर्त है जिसे दर्शन से पहले आपको मानना पड़ता है। इस मंदिर में विशाल मूर्तियां हैं।


कब हुई मंदिर की स्थापना (When Was The Temple Established)

इस मंदिर की स्थापना 1990 में की गई थी। मंदिर को स्थापित करते हुए यही कहा गया था की रामायण में जो भी पात्र है वो सब पूजनीय हैं। इस कारण यहाँ सबकी मुर्तिया रखी गयी है। कहा गया है की महापंडित और ज्ञानी होने के नाते रावण हमेशा पूजनीय रहेगा।


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