Sonbhadra Famous Place: बनारस के पास ये ट्रेक नहीं किया तो जल्दी कर लें प्लान, साथ ही यहां होंगे महादेव के दर्शन
Sonbhadra Famous Place: सोनभद्र में महा मंगलेश्वर धाम की बड़ी मान्यता है। वैसे तो यहां हर समय दर्शन के लिए लोग आत है, लेकिन इसका पहाड़ों वाला रास्ता इसे खूबसूरत ट्रेक भी बनाता है।
Sonbhadra Famous Trekking Details: यदि आप ट्रेकिंग या फिर ऑफ-रोडिंग के शौकीन है तो सोनभद्र का मंगलेश्वर महादेव मंदिर आपके बिलकुल अनुकूल है। मंगलेश्वर महादेव जी उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा ऊंचाई पर स्थित मंदिरों में से एक है। सोनभद्र में महा मंगलेश्वर धाम की बड़ी मान्यता है। वैसे तो यहां हर समय दर्शन के लिए लोग आत रहते हैं लेकिन सावन के महीने में यहां पैर रखने की जगह तक नहीं होती।
मंदिर की बहुत है मान्यता
गुप्तकाशी का दर्जा रखने वाले सोनभद्र के शिव-शक्ति धामों की महिमा अद्भुत है। इन्हीं धामों में एक है ओमकारेश्वर घाटी (कैमूर पर्वत श्रृंखला के पश्चिमी छोर पर पूर्ण एवं विशाल रुप में मौजूद ओम की आकृति, आम बोलचाल में खोड़वा पहाड़) स्थित महा मंगलेश्वर धाम जो रहस्य रोमांच और श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र तो है ही, शिव भक्त स्थल को सृष्टि के उद्गम से भी जोड़कर देखते हैं। 10 किलोमीटर तक पहाड़ और जंगल से होकर गुजरने वाला दुर्गम पथ होने के बावजूद नाग पंचमी और श्रावण सोमवार को यहां श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है।
ऐसे पहुंच सकते है मंदिर तक
मंगलेश्वर महादेव मंदिर वाराणसी से 130 किलोमीटर दूर है। यहां आने के लिए सबसे पहले आपको राबर्ट्सगंज आना होगा। वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग (SH5) पर मारकुंडी से मंगलेश्वर महादेव मंदिर तक जाने के दो मार्ग है। पहला मारकुंडी से घुरमा होते चेरूई पुलिस चौकी से, जहां आप बाइक से पहुंच सकते है, हालांकि बाइक का क्लीयरेंस अच्छा हो। वहीं, अगर आप ट्रेकिंग चुनते है तो मुख्य मार्ग पर सलखन बाजार से बाएं पहाड़ी की तरफ जाकर ट्रेकिंग करते हुए बाबा के दरबार पहुंच सकते हैं।
सोनभद्र में घूमने को कुछ प्रसिद्ध जगह
विजयगढ़ किला(Vijaygarh Fort)
400 फीट ऊंचे, 5वीं शताब्दी के विजयगढ़ किले का निर्माण उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में कोल राजाओं द्वारा किया गया था। किले का लगभग आधा क्षेत्र कैमूर रेंज की खड़ी चट्टानी पहाड़ियों से भरा हुआ है।
नौगढ़ किला(Naugarh Fort)
नौगढ़ किला एक छोटी सी संरचना है जो रॉबर्ट्सगंज में नौगढ़ टाउनशिप से लगभग 2 किमी दूर और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में चकिया के दक्षिणी हिस्से में 40 किमी दूर स्थित है। इस किले का निर्माण काशी नरेश ने करवाया था।
रिहंद बांध(Rihand Dam)
रिहंद बांध उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में रेनुकुट-शक्तिनगर मार्ग पर पिपरी में स्थित है। यह रेनुकुट से 8 किमी दूर है और उस बिंदु से लगभग 46 किमी दूर है जहां सोन नदी छत्तीसगढ़ में सरगुजा जिले के दक्षिणी ऊंचे इलाकों की सीमा पर रिहंद नदी में मिलती है।
चंद्रप्रभा वन्यजीव अभयारण्य(Chandraprabha Wildlife Sanctuary)
9,600 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला, चंद्र प्रभा वन्यजीव अभयारण्य उत्तर प्रदेश के चंदौली में विंध्य रेंज में विजयगढ़ और नौगढ़ की पहाड़ियों पर स्थित है।