Sudarshan Setu Bridge History: भारत का सबसे लंबा केबल-स्टे ब्रिज सुदर्शन सेतु की खास बातें
Sudarshan Setu Bridge History: इसे सिग्नेचर ब्रिज के रूप में भी जाना जाता है यहां द्वारकाधीश मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब आवागमन आसान हो चुका है।
Gujarats Sudarshan Setu : गुजरात में अरब सागर के ऊपर भारत के सबसे बड़े केबल-आधारित पुल 'सुदर्शन ब्रिज' (Sudarshan Setu) का उद्घाटन 25/2/24 को किया. 2.32 किमी लंबा यह ब्रिज ओखा और बेट द्वारका के बीच बनाया गया है.. चलिये इस ब्रिज के बारें में जानते है.गुजरात में ओखा मुख्य भूमि और बेहद द्वारका को जोड़ने वाले सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया है जिसकी लंबाई 2.32 किलोमीटर है जिसे बनाने में करीब 980 करोड रुपए खर्च किए गए हैं इसे सिग्नेचर ब्रिज के रूप में भी जाना जाता है यहां द्वारकाधीश मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब आवागमन आसान हो चुका है। पहले द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर तक पहुंचने के लिए लोगों को नाव पर निर्भर रहना होता था. लेकिन अब इस सुदर्शन ब्रिज की मदद से लोग आसानी से मंदिर तक पहुंच पाएंगे.
जानें 'सुदर्शन ब्रिज की खासियत
1. सुदर्शन सेतु से ओखा मुख्य भूमि को बेड द्वारकाधीश से कनेक्टिविटी बढ़ाने की उम्मीद है।
2. यह सेतु भारत का सबसे लंबा केवल आधारित पुल है इसके अलावा इसके ऊपरी हिस्सों पर सौर पैनल लगाए गए हैं जिससे एक मेगावाट बिजली उत्पादन होता है।
3. सेतु के निर्माण से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है लोग अब दूर-दूर से खासकर इस पल को भी देखने पहुंच रहे हैं।
4. ओखा बेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज बनने से तीर्थ यात्रियों को मंदिर तक पहुंचने में आसानी होगी बता दे कि इससे पहले श्रद्धालुओं को मंदिर जाने के लिए नव पर निर्भर रहना पड़ता था।
5. भगवत गीता के श्लोक और दोनों तरफ भगवान श्री कृष्ण की छवि सुदर्शन रितु पर बनाया गया है जो की एक अनोखा फुटपाथ है।
6. सुदर्शन सेतु को बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 978 करोड रुपए की लागत लगाई गई है।
7. बता दें कि साल 2017 के अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्कूल की नींव रखी थी।
8. सुदर्शन सेतु में चार लेन का पुल बनाया गया है, जिसके दोनों तरफ 2.50 मीटर चौड़े फुटपाथ है।