धरती पर चांद की याद दिलाएगी लेह लद्दाख की ये खूबसूरत जगह, प्राकृतिक सुंदरता कर देगी हैरान
Moonland Of Ladakh: लेह लद्दाख धरती की एक बहुत ही खूबसूरत जगह है। आज हम आपके यहां के मूनलैंड से परिचित करवाते हैं।
Moonland Of Ladakh : लेह लद्दाख के कैसी जगह है जो एडवेंचर की शौकीनों के लिए सबसे ज्यादा खासहै। अक्सर ऐसे लोग यहां पर पहुंचते हैं जिन एडवेंचर करने का शौक होता है जो कि उन्हें यहां ऊंचे ऊंचे पहाड़ों पर ट्रैकिंग, हाइकिंग और स्केइंग और बाइकिंग करने का मौका मिलता है। लेह लद्दाख में अपने अब तक कहीं जगह के बारे में सुना होगा और बहुत से लोगों ने यहां की सैर भी की होगी। पैंगोंग झील, मैग्नेटिक हिल, लेह पैलेस और चादर ट्रैक जय श्री शानदार जगह मौजूद है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी यहां पर एक छोटा सा मूनलैंड भी मौजूद है, जो लेह से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह बिल्कुल चांद की तरह दिखाई देता है।
चांद की याद दिलाएगा लामायुरु गांव
लेह से 120 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद इस गांव को मूनलैंड के नाम से पहचाना जाता है। इस जगह के बारे में जो वैज्ञानिक जानकारी मिलती है। उसके मुताबिक इस जगह पर ना तो पेड़ पौधे हैं और हवा और दबाव है। यही कारण है कि इस मून लैंड कहा जाता है।
पहले थी झील
इस बिल्कुल वीरान पड़ी जगह के बारे में बताया जाता है कि 30 से 40 हजार साल पहले लामायुरु में बहुत बड़ी झील हुआ करती थी। धीरे धीरे पानी सूखता चला गया और चिकनी मिट्टी इकट्ठा होती चली गई। अब यहां पर मिट्टी कुछ ऐसी दिखाई देती है जो चांद और मंगल ग्रह की तरह लगती है। यह लेह लद्दाख की सबसे मशहूर मॉनेस्ट्रीज में से एक है।
वैज्ञानिकों के लिए जन्नत
यह जगह बिल्कुल चांद और मंगल की तरह दिखाई देती है इसलिए यह वैज्ञानिकों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। वैज्ञानिकों का कहना है की सेटेलाइट पर जो डाटा मिले हैं उनका अध्ययन करने के लिए धरती पर मौजूद इस तरह की जगह को समझना बहुत जरूरी है। साइंटिस्ट हो या टूरिस्ट इस मॉनेस्ट्री पर वह जरूर पहुंचते हैं। यह लोगों को अक्सर ही अपनी और आकर्षित करती है।
कैसे पहुंचे
लामायुरू लेह से करीब 120 किलोमीटर की दूरी पर है। लेह और कारगिल दोनों जगहों से सुबह 10 और दोपहर 12 बजे के करीब बस चलती है, जिससे आप पहाड़ों पर 5 बिल्डिंग में बनी हुई इस मोनेस्ट्री पर पहुंच सकते हैं। इस खूबसूरत प्राकृतिक जगह को देखने के लिए हर साल कई सारे देशी विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं।